जल में महल का एहसास : वाराणसी से सबसे लंबे जलमार्ग पर गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) हुआ रवाना, 51 दिन का होगा शाही सफर, इन जगहों से करेगा यात्रा पूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को दो सौगात दी, गंगा विलास क्रूज के साथ फाइव स्टार टेंट सिटी का भी वर्चुअल माध्यम से किया उद्घाटन। यह क्रूज 3200 किलोमीटर का सफर करेगा। पहली यात्रा में स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक भी हुए शामिल।
मुख्यधारा डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को आज दो सौगात दी। दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग पर चलने वाले रिवर क्रूज को वर्चुअल माध्यम से राजधानी दिल्ली से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ काशी के घाट पर बने फाइव स्टार टेंट सिटी का भी उद्घाटन किया। क्रूज की यात्रा आज से वाराणसी से शुरू हो गई है। एमवी गंगा विलास क्रूज दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग पर चलने वाला क्रूज है।
पीएम मोदी ने वर्चुअली माध्यम से काशी के रविदास घाट से विलास क्रूज को रवाना किया। इसके साथ ही गंगा विलास क्रूज दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा पर रवाना हो गया। इस दौरान ये 3200 किलोमीटर का सफर करेगा। ये वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक जाएगा। 51 दिन की यात्रा में क्रूज 50 जगहों से होकर गुजरेगा, जिसमें पर्यटकों को न सिर्फ गंगा के किनारे दिखेंगे, बल्कि यहां की संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी। बता दें कि आज वाराणसी में मौसम बेहद ही खराब बना हुआ है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि, रिवर क्रूज गंगा विलास का शुभारंभ हो गया है। गंगा नदी हमारे लिए सिर्फ जलधारा नहीं है, बल्कि प्राचीन काल से तप-तपस्वियों की साक्षी है। मां गंगा ने भारतीयों को हमेशा पोषित किया है, प्रेरित किया है। गंगा पट्टी आजादी के बाद पिछड़ती चली गई. लाखों लोगों का पलायन हुआ, इस स्थिति को बदलना जरूरी था और हमने नई सोच के साथ काम करना शुरू किया। एक तरफ नमामी गंगे के माध्यम से गंगा की निर्मलता के लिए काम किया, दूसरी तरफ अर्थ गंगा पर भी काम किया। आर्थिक गतिविधियों का नया वातावरण बनाया। पीएम मोदी ने कहा कि गंगा विलास क्रूज की शुरुआत से भारत में पर्यटन का बुलंद दौर शुरू हुआ है। इससे देश के पूर्वी हिस्से को भारत का ग्रोथ इंजन बनने में मदद मिलेगी। विकसित भारत के लिए सशक्त कनेक्टिविटी जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ये क्रूज यहां के विकास की नई धारा तय करेगा। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों को भारत यात्रा का नया अनुभव मिलेगा। पीएम ने कहा- इसी तर्ज पर देश की कई नदियों पर काम चल रहा है। इसके लिए 111 राष्ट्रीय जलमार्गों को विकसित किया जा रहा है। पीएम मोदी ने सभी क्रूज यात्रियों को सुखद यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी। इस मौके पर यूपी के सीएम आदित्यनाथ मौजूद रहे । वहीं दूसरी तरफ बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा वर्चुअली इवेंट में शामिल हुए हैं।
विलास क्रूज का सफर वाराणसी से शुरू होकर बांग्लादेश के रास्ते से आसाम के डिब्रूगढ़ पर खत्म होगा-
बता दें कि गंगा विलास क्रूज उत्तर प्रदेश के वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करेगा और 51 दिनों में करीब 3,200 किलोमीटर की यात्रा करके बांग्लादेश के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ तक पहुंचेगा, भारत और बांग्लादेश में 27 नदी सिस्टम्स को पार करते हुए जाएगा। एमवी गंगा विलास में सभी लक्जरी सुविधाओं के साथ तीन डेक, 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट हैं। पहली यात्रा में स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक यात्रा की पूरी लंबाई के लिए साइन अप कर रहे हैं। एमवी गंगा विलास क्रूज को दुनिया के सामने देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार किया गया है।
विश्व धरोहर स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों, और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों सहित 50 पर्यटन स्थलों की यात्रा के साथ 51 दिनों की क्रूज की योजना बनाई गई है। यात्रा पर्यटकों को एक अनुभवात्मक यात्रा शुरू करने और भारत और बांग्लादेश की कला, संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता में शामिल होने का अवसर देगी। इस लंबे सफर में एमवी गंगा विलास क्रूज पटना, साहिबगंज, कोलकाता, ढाका और गुवाहाटी जैसे 50 पर्यटक स्थलों से होकर गुजरेगा।
जलमार्ग पर शाही यात्रा का होगा एहसास, हाईटेक सुविधाओं से लैस है गंगा विलास क्रूज-
लग्जरी सुविधाओं से भरपूर गंगा विलास क्रूज में 18 सुइट हैं। क्रूज पर एक शानदार रेस्तरां, स्पा और सनडेक भी है। मेन डेक पर इसके 40 सीटों वाले रेस्तरां में कॉन्टिनेंटल और भारतीय व्यंजनों के साथ कुछ बुफे काउंटर लगाए गए है। ऊपरी डेक की आउटडोर सिटिंग में रियल टीक स्टीमर चेयर्स और कॉफी टेबल के साथ एक बार बनाया है। यह यात्रियों को एक तरह का स्पेशल क्रूज जैसा अनुभव देगा। इसमें शॉवर वाला बाथरूम, कन्वर्टिबल बेड्स, फ्रेंच बालकनी, एलईडी टीवी, तिजोरी, स्मोक अलार्म्स, लाइफ वेस्ट और स्प्रिंकलर्स को शामिल किया हैं।
इसका सफर 13 जनवरी वाराणसी से शुरू होगा और इसके 1 मार्च को अपने गंतव्य डिब्रूगढ़ पहुंचेगा। इस सफर में वह प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थस्थल सारनाथ, तंत्र गतिविधियों के लिए मशहूर मायोंग और नदी में बने द्वीप माजुली भी जाएगा। क्रूज के इस पहले सफर में स्विट्जरलैंड के 32 सैलानी भी शामिल हैं। गंगा विलास रिवर क्रूज उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और बांग्लादेश की यात्रा के माध्यम से एक नए आयाम रचेगा। क्रूज की सवारी के लिए आपको हर दिन का किराया 50000 रुपये देना होगा। यानी एक आदमी अगर 51 दिन का सफर करता है तो उसे 25 लाख रुपये देने होंगे। यह वाराणसी से कोलकाता तक एक तरफ की सवारी या वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक की यात्रा कराएगा। पर्यटक इस क्रूज को वेबसाइट के माध्यम से बुक कर सकते हैं लेकिन शुरुआत में मांग बहुत अधिक है, और जहाज एक वर्ष में पांच यात्राएं करेगा।
वाराणसी के घाट पर बनाई गई फाइव स्टार टेंट सिटी बनी पर्यटकों में आकर्षण का केंद्र-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही वाराणसी में गंगा घाट पर बनाए गए फाइव स्टार सिटी का भी उद्घाटन किया। इसमें लोग रहकर वाराणसी संस्कृति कल्चर और गंगा आरती यहां का खानपान का आनंद उठा सकेंगे। टेंट सिटी की डिजाइन काशी के मंदिरों के शिखर की तरह दिखेगी। यहां योग, स्पा, लाइब्रेरी और आर्ट गैलरी की सुविधा का लुत्फ उठाने के अलावा कैमल और हॉर्स राइडिंग भी की जा सकेगी। यहां 32 फीट ऊंचा एक गंगा टॉवर बनाया जाएगा, जहां से पर्यटक घाटों की अद्भुत छटा देख सकेंगे। टूरिस्ट के सुरक्षित गंगा स्नान के लिए यहां फ्लोटिंग बाथ जेटी बनाई गई है। टेंट सिटी में भी कई कैटेगरी रखी गई है। जैसे गंगा दर्शन विला, काशी सुइट प्रीमियम एसी टेंट और डीलक्स एसी टेंट। इन सब में एक रात दो-तीन का रहने किराया करीब 7 हजार से लेकर 20 हजार रुपए तक है।