इको टूरिज्म (Eco Tourism) : धारचूला, मुनस्यारी के पर्यटक स्थलों को विकसित करने की तैयारी
पिथौरागढ़/मुख्यधारा
जनपद में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से धारचूला, मुनस्यारी के पर्यटक स्थलों को विकसित किये जाने के संबंध में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ रीना जोशी द्वारा कैंप कार्यालय में आला अधिकारियों के साथ बैठक की गई।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि धारचूला क्षेत्रांतर्गत प्रमुख पर्यटक स्थलों जैसे- आदि कैलाश, पार्वती सरोवर, भीम की खेती, ओम पर्वत, नाभीढांग, काली नदी उद्गम स्थल, शेषनाग पर्वत, व्यास गुफा आदि अन्य पर्यटक स्थलों को, वहीं दूसरी ओर मुनस्यारी क्षेत्रांतर्गत आने वाले प्रमुख पर्यटक स्थल जैसे- गरम पानी स्रोत मदकोट, पंचाचुली पर्वत शिखर, खालिया टॉप, छिपलाकेदार, मिलम ग्लेशियर आदि अन्य पर्यटक स्थलों को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा।
जनपद के पर्यटन के क्षेत्र में विकसित होने से जनपद के लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे वही जनपद को पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान भी मिलेगी।
जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित डीएफओ को पर्यटक स्थलों को इको पर्यटन कलस्टर के रूप में चयनित कर विकसित करने के लिए कहा। जनपद अंतर्गत रिवर राफ्टिंग, पैरलल, साइकिलिंग/माउंटेन बाइकिंग, एंगलिंग, फिशरीज, पैराग्लाइडिंग, कैक्टस रॉक गार्डन, कल्चरल टूरिज्म आदि अन्य क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं जिनके माध्यम से जनपद को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित किया जा सकता है।
लोकल यूथ को गाइड ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे गाइडर के रूप में स्वरोजगार का अवसर प्राप्त होंगे और पलायन रोकने में सहायता मिलेगी।
उक्त बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वरुण चौधरी, डीएफओ जीवन मोहन दगाड़े, कृषि अधिकारी रितु टमटा, सीएचओ त्रिलोक राय आदि अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।