ग्राफ़िक एरा (Graphic Era) में अंतरिक्ष यानो की प्रोद्योगिकी पर वेबिनार
देहरादून/मुख्यधारा
ग्राफ़िक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में आज अंतरिक्ष यान और भविष्य में उनकी उपयोगिता पर नासा के मिशन के संबंध में“नासा स्मॉल स्पेसक्राफ्ट टेक्नोलॉजी एंड अपकमिंग नासा मिशन” विषय पर ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन हुआ। इस वेबिनार में अमेरिका की प्रतिस्तिठित अंतरिक्ष एजेंसी, नासा रिसर्च सेंटर, के प्रोग्राम मैनेजर रोज़र हंटर ने स्पेसक्राफ्ट टेक्नोलॉजी पर ऑनलाइन व्याख्यान दिया।
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उन्होंने अपने संबोधन में छोटे अंतरिक्ष यान की प्रोद्योगिकी में हुई प्रगति व उनकी संभावित भविष्य की उपयोगिताओं के बारे में बताया।उन्होंने हवाई वाहनों की नवीनत्म प्राद्योगिकी पर जोर दिया, जिनका उपयोग नये ग्रहों या चंद्रमा के वातावरण में किया जा सकता है। उन्होंने खगोल विज्ञान के क्षेत्र में केपलर टेलीस्कोप की उपलब्धियों और उसके महत्वपूर्ण योगदान पर भी प्रकाश डाला, जिसका मुख्य मिशन आकाशगंगा-गैलेक्सी का सर्वेक्षण करना और गैलेक्सी में रहने योग्य सितारों की खोज और अन्य सितारों में रहने योग्य ग्रहों की घटना दर का निर्धारण करना था।
इस वेबिनार का आयोजन विश्वेविद्यालय के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ने किया था। वेबिनार में रोजर हंटर ने प्रतिभागियों के सवालों के जवाब भी दिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुधीर जोशी और डॉ. ऋत्विक डोबरियाल ने किया।