कचरे के ढेर (Garbage piles) बन रहे सुनामी की वजह
देहरादून/मुख्यधारा
वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. पी. शनमुगम ने कहा कि कचरे के ढेर सुनामी बनने की वजह बन रहे हैं। इन्ही की वजह से सुनामी की संख्या बढ़ रही है।
डा. शनमुगम आज ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में बतौर विशेषज्ञ व्याख्यान कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा प्लास्टिक और जैव कचरा बन रहा है। इस कचरे से विशाल कचरे के पहाड़ बन रहे हैं जो बिमारियों को जन्म दे रहे हैं।
डा. शानमुगम ने कहा कि समय की मांग है कि इस जैव कचरे का उपयोग जैव ईधन तैयार करने में किया जाये जो मानवीय उपयोग में लाया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि खुले डपिंग क्षेत्र सबसे बड़ा खतरा है और इनसे खतरनाक बिमारियां फैल रही हैं। बरसात में इनसे होते हुए गंदा पानी नालों से होकर समुन्द्र में जा मिलता है। यही सुनामी बढ़ने की वजह बन रहा है।
कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष सिविल इंजीनियरिंग प्रो. संजीव कुमार ने स्वागत किया। यश पंवार और अफरीन ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम का आयोजन ’द कम्बशन इंस्टीट्यूट (इण्डिया सेक्शन), आईडब्लूआरएस स्टूडेण्ट चैप्टर, इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल, उन्नत भारत अभियान, आईईआई स्टूडेण्ट चैप्टर ने किया।
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