अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता से की रिपोर्ट तलब
देहरादून। रायपुर-थानो मार्ग पर नवनिर्मित बडासी पुल के दरकने के मामले में शासन ने प्रमुख अभियंता से रिपोर्ट तलब कर ली है। माना जा रहा रात-दिन खड़े होकर गुपचुप मरम्मत व पिलर बनवाने वाले अभियंताओं को बचाने के लिए आधार भी तैयार किया जा रहा है।
विगत दिनों बडासी पुल के पहुंच मार्ग की रिटेनिंग वाॅल यातायात के दबाव में झुक गई थी, जिसके फलस्वरूप सड़क की सतह पर भी दरारें पड़ गई थी। खामी छुपाने के लिए अभियंता व ठेकेदार जुट गए और बिना अनुमति के ही रिटेनिंग वाॅल को सपोर्ट देने के लिए पिलर खड़ा करने का काम शुरू कर दिया गया।
यही नहीं सड़क पर पड़ी दरारों को छुपाने के लिए डामर चढ़ा दिया गया। रिटेनिंग वाॅल की उपरी सतह पर पड़ी दरार को सीमेंट-कंक्रीट भरकर छुपा दिया गया है, जिसे अभी भी खुली आंख से देखा जा सकता है। रिटेनिंग वाॅल पर काफी झुकाव है, जिसे एक लंबवत पिलर से रोकने का फिलहाल जुगाड़ू उपाय तो कर दिया गया है, लेकिन वह स्थाई समाधान नहीं हो सकता।
मीडिया में खबर छपने के बाद अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता से रिपोर्ट तलब कर ली है। प्रमुख अभियंता से एप्रोच मार्ग के निर्माण के संबंध में शासनादेश, अनुबंध गठित होने और कार्य पूर्ण होने की तिथि और लागत के संबंध में जानकारी मांगी गई है।
यह भी पूछा गया है कि क्या पहुंच मार्ग की दीवार का निर्माण ठीक तरीके से डिजाइन के हिसाब से कराया गया या नहीं! विभाग से जानकारी मांगी गई है कि क्या पहुंच मार्ग का कार्य त्रुटिपूर्ण और लायबिलिटी अवधि के अन्तर्गत था या नहीं और क्या ठेकेदार द्वारा मार्ग की मरम्मत कराई जा रही है! विभाग को यह भी बताना है कि सुरक्षा दीवार की मरम्मत के लिए कोई अनुबंध किया गया है या नहीं! यह भी शासन को बताना है कि पहुंच मार्ग की मरम्मत के लिए कोई कार्य कराया गया? यदि कराया गया है तो उसकी स्वीकृति और लागत के संबंध में भी जानकारी देनी होगी।