भोपालपानी पुल प्रकरण (Bhopalpani bridge) : डीके यादव को बनाया जांच अधिकारी, दो अभियंताओं को किया मुख्यालय अटैच
देहरादून/मुख्यधारा
देहरादून से जौलीग्रांट एयरपोर्ट को जोडऩे वाला भोपालपानी पुल के एप्रोच मार्ग के टूटने के बाद इसकी गाज दो अभियंताओं पर गिर गई है। उन्हें लोक निर्माण विभाग का मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। यही नहीं इस प्रकरण में लोक निर्माण विभाग हल्द्वानी के मुख्य अभियंता को जांच अधिकारी नामित किया गया है।
बताते चलें कि बीते 22 दिसंबर की सुबह रायपुर-थानो मार्ग पर भोपालपानी सेतु की थानो वाले साइड से रिटेनिंग वाल अचानक गिर गई थी हालांकि इस घटना में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। बावजूद इसके पुल के एप्रोच मार्ग की दीवार गिरने के कारणों, तकनीकी खामियों, अनुरक्ष/निरीक्षण विषयक कर्मियों आदि की जांच किए जाने के लिए मुख्य अभियंता लोनिवि हल्द्वानी को जांच अधिकारी बनाया गया है।
इस संबंध में लोनिवि के अपर सचिव विनीत कुमार द्वारा कार्यालय आदेश जारी किया गया है। जिसमें डीके यादव को निर्देश दिए गए हैं कि उक्त प्रकरण की तथ्यात्मक जांच एक पक्ष के भीतर पूर्ण करते हुए जांच आख्या उत्तराखंड शासन को प्रस्तुत किया जाए।
इस प्रकरण में लोक निर्माण विभाग के अपर सचिव विनीत कुमार द्वारा कार्यालय ज्ञाप जारी कर कहा गया है कि जितेंद्र कुमार त्रिपाठी अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड रुड़की, मुख्यालय देहरादून एवं मनोज कुमार राठौर सहायक अभियंता, राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड रुड़की मुख्यालय देहरादून को वर्तमान कार्यभार से अवमुक्त करते हुए अग्रिम आदेशों तक प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष कार्यालय लोक निर्माण विभाग देहरादून में संबद्ध किया गया है। उक्त दोनों अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि प्रमुख अभियंता कार्यालय में तत्काल योगदान देना सुनिश्ति करें।