Budget session: आज से बजट सत्र शुरू, कल वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी बजट, देशवासियों की लगी उम्मीदें
यह मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण बजट है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार के लिए भी यह बजट काफी महत्वपूर्ण है। सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से शुरू होकर 13 फरवरी तक चलेगा। सत्र के दौरान 14 फरवरी से लेकर 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगा। विपक्ष कई मुद्दों पर संसद में केंद्र सरकार से मांगेगा जवाब।
मुख्यधारा डेस्क
आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है। सुबह 11 बजे राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने संसद के सेंट्रल हाल में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि भारत में मजबूत इच्छाशक्ति वाली सरकार है। यह सरकार बिना डरे काम कर रही है। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक, आर्टिकल 370 और तीन तलाक का भी जिक्र किया। इस अभिभाषण के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी।
बजट सत्र में विपक्षी भी केंद्र सरकार से कई मुद्दों पर जवाब मांगने के लिए तैयार हैं। बजट सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है। विपक्ष महंगाई, चीन की सेना की घुसपैठ, बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री, कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा, राम रहीम की परौल, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और अडानी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेर सकती है।
बजट सत्र से पहले सोमवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सरकार ने सभी राजनीतिक दलों से सदन की कार्यवाही को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सहयोग मांगा वहीं विपक्षी दलों ने अपने-अपने मुद्दों को उठाते हुए सरकार से इन मुद्दों पर सदन में चर्चा कराने की मांग की।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संसद भवन परिसर में हुई सर्वदलीय बैठक में संसद के कुल 46 राजनीतिक दलों में से 27 राजनीतिक दलों की तरफ से 37 नेता शामिल हुए। बता दें कि 1 फरवरी यानी कल संसद में आम बजट पेश किया जाएगा। यह मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण बजट है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार के लिए भी यह बजट काफी महत्वपूर्ण है।
मोदी सरकार साल 2014 से अब तक कुल 9 बजट पेश कर चुकी है। इस साल 10वां बजट पेश करने जा रही है। यह बजट सत्र दो चरणों में होगा। सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से शुरू होकर 13 फरवरी तक चलेगा। सत्र के दौरान 14 फरवरी से लेकर 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगा।
बजट सत्र के पहले भाग के दौरान, दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा होती है और उसके बाद केंद्रीय बजट पर चर्चा होती है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण के प्रस्ताव के धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे, वहीं वित्त मंत्री केंद्रीय बजट पर बहस का जवाब देंगे।
बजट सत्र के दूसरे हिस्से के दौरान, सरकार के विधायी एजेंडे के अलावा अलग-अलग मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा की जाती है। केंद्रीय बजट, एक धन विधेयक सत्र के इस भाग के दौरान पारित किया जाता है।
एक बार फिर देशवासी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बजट की ओर निगाहें लगाए हुए हैं। देश की सबसे बड़ी जनसंख्या मिडिल क्लास जो महंगाई के बोझ से सबसे ज्यादा परेशान है, उसे उम्मीद है कि बजट में उनके लिए राहत का ऐलान होगा। वहीं टैक्स के बोझ तले दबे वेतनभोगी वर्ग को उम्मीद है कि वित्त मंत्री इनकम टैक्स में राहत देकर उनके दर्द को थोड़ा कम करेंगी।
माना जा रहा है कि इनकम टैक्स में राहत मिल सकती है। इस बार बजट में वेतनभोगी वर्ग से लेकर व्यापारियों और महिलाओं आदि सभी को काफी उम्मीदें हैं।
आम आदमी इस बार आम बजट में महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद कर रहा है। पिछले महीनों में हर चीज के दाम तेजी से बढ़े हैं। खाने पीने के सामान से लेकर रसोई गैस आदि सभी चीजों के दाम बढ़े हैं। आम जनता को उम्मीद है कि इस बार बजट में कई जरूरी चीजों पर टैक्स को सरकार कम करेगी। जिससे जनता को बढ़ती महंगाई से राहत मिल सकेगी।