हैल्थ: अगर आपके बच्चे के दिल में है छेद तो दिल्ली के इस हार्ट इंस्टीट्यूट में चले जाइए। नि:शुल्क होगा इलाज
अगर आपके गांव के किसी बच्चे के दिल में छेद होने की सूचना आपको डाक्टर साहब दे तो आपके पैरो तले जमीन खिसक जाती है। परिवार गरीब हो तो वह भगवान की शरण में अंतिम समय देख चले जाता है, लेकिन अब निराश होने की आवश्यक्ता नहीं है।
दिल्ली की नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट में 18 साल से कम बच्चों का मुफ्त में हार्ट सर्जरी की जा रही है। क्षेत्रीय सांसद अजय टमटा के प्रयासों से तीन गरीब बच्चों की हार्ट सर्जरी हुई। तीन जिलों की जनता ने सांसद का इस नेक काम करने के लिए धन्यवाद किया।
दुनिया में मदद मांगने व देने वालो की कमी नहीं है, बस जानकारी होनी चाहिए। क्षेत्रीय सांसद अजय टमटा को जैसे ही इस अस्पताल के चैरिटी कार्य के बारे में पता चला तो 2018 में पिथौरागढ़ में इन्हें कैम्प करने के लिए बुलाया गया। बस फिर क्या था, इनका मन पहाड़ों के लिए रम गया। इंस्टीट्यूट के हार्ट सर्जन डा. ओपी यादव खुद पहाड़ आते हैं। सीमांत सेवा फांउडेशन की भूमिका भी इसमें अग्रणीय रही है।
पहली बच्ची की सच्ची कहानी कुछ इस तरह है। घाटीबगड़ निवासी 13 वर्षीय आस्था पुत्री स्व. दिनेश राम के दिल में छेद था। जब डाक्टरों ने बताया तो उसकी विधवा मां बसंती के सामने दुखों का पहाड़ खड़ा हो गया था। इस बेटी के इलाज के लिए बंसती की दीदी बिमला ने जौलजीबी छोड़कर दिल्ली में सुरक्षा गाड की नौकरी शुरु की।
एम्स में इलाज शुरु किया तो डाक्टरों ने एक लाख रुपए जमा करने को कहा। फिर मुसीबत में फंसे परिवार ने गांव के पूर्व प्रधान बबलू ग्वाल के माध्यम से सरमोली के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया से बात की। मर्तोलिया ने क्षेत्रीय सांसद अजय टमटा को पूरी बात बताई। सांसद ने प्रधानमंत्री सहायता कोष के लिए प्रस्ताव भेजा। दिल्ली में फिर बच्ची की हालात खराब होने लगी थी। जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया बच्ची को साथ में लेकर सांसद के जनपथ रोड स्थित आवास पर ले गये। सांसद ने नजाकत को देखते हुए इंस्ट्यूट के मालिक डा. ओपी यादव से बात की ओर पत्र दिया। फिर क्या था इंस्ट्यूट ने बच्ची को बुला लिया।
दो बालकों की सच्ची दास्तां के अनुसार चम्पावत के ग्राम सिप्ति (सेन्डार्क) निवासी 10 वर्षीय राहुल कुमार पुत्र प्रकाश राम, अल्मोड़ा के ग्राम डल पौ. रुनडाल को भी हाट सर्जरी बतायी थी। दोनों गरीबी के कारण दर-दर की ठोकरें खा रहे थे, तभी 24 दिसम्बर को सांसद की मौजूदगी में अल्मोड़ा के कसार देवी में मेडिकल कैम्प क्षेत्रीय सांसद अजय टमटा की मौजूदगी में इन दोनों का भी चयन हुआ। तीनों बच्चों का इंस्टीट्यूट के सर्जन ओपी यादव ने तीनों बच्चों का सफल आपरेशन किया गया। अभी बच्चे इंस्टीट्यूट में ही भर्ती हैं।
मदकोट में शिक्षा ग्रहण करने वाले इंस्टीट्यूट के महिपाल सिंह पिलखवाल ने बताया कि उत्तराखंड के 22 बच्चों का आपरेशन किया जा चुका है। इंस्टीट्यूट खुद खर्चा उठाता है। आवश्यक्ता हुई तो रोटरी क्लब तथा हंश फांउडेशन की भी मदद ली जाती है।
बच्चों के अलावा गरीब अधिक उम्रदराज भी आ गए तो इंस्टीट्यूट उनको भी खाली हाथ नहीं लौटाता। पिलखवाल ने बताया कि अभी तक उत्तराखंड के उक्त बच्चों सहित 111 से अधिक गरीबों की हार्ट सर्जरी की जा चुकी है। पिलखवाल ने बताया कि कसारदेवी में आठ बच्चों को निशुल्क सर्जरी का पत्र दिया था, लेकिन अभी तक दो ही यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि गरीब डर जाता है कि आगे क्या होगा। कहीं झूठ निकला तो फिर वे क्या करेंगे।
पिलखवाल बताते हैं कि इस तरह के बच्चों के परिवार डरे नहीं, बल्कि वे सांसद के माध्यम से आ जाएं। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने क्षेत्रीय सांसद अजय टमटा के साथ ही इंस्टीट्यूट का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वे स्वयं इस तरह के बच्चों का आवेदन पत्र भरवाकर सांसद के माध्यम से नि:शुल्क इलाज करवाने के लिए अभियान चलाएंगे।