डोईवाला टाउनशिप योजना (Doiwala Township Scheme): किसानों को अंधेरे में रख प्रस्ताव भेजना दुर्भाग्यपूर्ण: गजेंद्र रावत
- टाउनशिप के प्रस्ताव में निजी अस्पताल स्कूल के प्रस्ताव शामिल होने पर उठाए सवाल
- डोईवाला टाउनशिप को राजधानी का बताया गया है “सेटेलाइट टाउन”
डोईवाला/मुख्यधारा
डोईवाला में प्रस्तावित टाउनशिप को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने आज एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया, जिसमें सरकार द्वारा टाउनशिप को लेकर जो बातें काश्तकारों से छुपाई जा रही है, के बारे में जानकारी दी गई।
यह भी पढें : टिहरी बांध विस्थापित (Tehri Dam displaced) : आसमान से गिरे, खजूर में अटके!
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए गजेंद्र रावत ने बताया कि सरकार द्वारा डोईवाला टाउनशिप को लेकर जो प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया, उसमें जो चौंकाने वाली बातें सामने आई है। वह डोईवाला के किसान के साथ बहुत बड़ा धोखा है। उन्होंने बताया कि आवास विभाग ने जो ले आउट डोईवाला टाउनशिप का केंद्र को भेजा है, उसमें निजी अस्पताल और निजी स्कूल के मालिकों के प्रस्ताव भी साथ-साथ भेजे हैं। जिसमें लिखा गया है कि टाउनशिप बनने पर निजी अस्पताल और स्कूल के मालिक प्रस्तावित टाउनशिप क्षेत्र में स्कूल और अस्पतालों का निर्माण करेंगे।
उन्होंने बताया कि जो सरकार बार-बार इस गंभीर मसले पर अपने बयान बदल रही है, उसे स्पष्ट करना चाहिए कि आखिरकार निजी अस्पताल मालिकों और निजी स्कूल मालिकों के साथ सरकार का ऐसा कौन सा भाईचारा है, जिसे वह किसान से छुपा रही है।
यह भी पढें : देश-दुनिया में छाए उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत (Cultural Heritage of Uttarakhand)
टाउनशिप के प्रस्ताव में डोईवाला को राजधानी का सेटेलाइट टाउन के रूप में दर्शाया गया है कि आने वाले समय में राजधानी पर जनसंख्या दवाब रोकने के लिए टाउनशिप जरूरी है।
देहरादून हवाई अड्डे के समीप ऋषिकेश हरिद्वार देहरादून के केंद्र में सबसे उपयुक्त स्थल बताया गया है।
रावत ने कहा कि टाउनशिप की योजना के बारे में शहरी विकास सचिव आनंद वर्धन का बयान शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल का बयान भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता खजान दास का बयान अपने आप में सारी कहानी बयां कर रहा है।
सरकार पहले दिन से ही किसानों को बरगलाने का काम कर रही है और अपने बचाव में बार-बार बयान बदले जा रहे हैं। इसीलिए रविवार को जो प्रेस विज्ञप्ति नियोजन विभाग की ओर से जारी की गई, उस पर काश्तकार भरोसा नहीं कर सकता।
उन्होंने मांग की है कि जिन लोगों ने टाउनशिप के मामले में लेआउट तैयार किया है। प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा है। भारत सरकार द्वारा भेजी गई प्रश्नावली का जवाब बनाकर भेजा, उन पर बयानबाजी की है, वही लोग सामने आकर लिखित में अपनी बातों का खंडन करें तभी किसान विश्वास करेगा कि सरकार ने डोईवाला टाउनशिप योजना से हाथ खींच लिए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार से मांग की कि वह ऐसी टाउनशिप का प्रस्ताव पहाड़ के उन 9 जिलों से बना कर भेजें जहां से हमारे लोग मैदान की ओर आ रहे हैं, जिससे पहाड़ में पलायन हो रहा है और मैदान में दबाव बढ़ रहा है।
प्रेसवार्ता में संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक राजेंद्र सिंह ताज सह संयोजक सुरेंद्र सिंह खालसा, गौरव चौधरी, करतार नेगी, अमीर हसन, मनोज नौटियाल, पूनम सदाल, रानी, जीत कौर, आशा देवी, रश्मि देवी, निर्मल कौर, परमजीत कौर, संखो देवी प्रिंस, रामकली, साब सिंह, जसवंत सिंह, बलदेव सिंह, गुरबचन सिंह, मोंटी सिंह ,विजय कुमार शास्त्री, कृपाल सिंह, ओमकार सिंह, राजेंद्र सिंह, जरनैल सिंह, अजय राजपूत रविंद्र सिंह, चरणजीत सिंह, दया सिंह आदि उपस्थित थे।