दु:खद : देश ने खो दिया महान अर्थशास्त्री और सादगी भरा नेता, नहीं रहे पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, देश में 7 दिनों का शोक

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दु:खद : देश ने खो दिया महान अर्थशास्त्री और सादगी भरा नेता, नहीं रहे पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, देश में 7 दिनों का शोक

मुख्यधारा डेस्क

साल 2024 के आखिरी दिनों में राजनीति जगत में अपूरणीय क्षति हुई । गुरुवार, 26 दिसंबर की शाम देश ने पूर्व प्रधानमंत्री नेता डॉ मनमोहन सिंह को खो दिया। मनमोहन सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता के साथ महान अर्थशास्त्री भी थे। मनमोहन सिंह का पूरा जीवन सादगी से भरा रहा। वह एक ऐसे नेता थे जो सभी राजनीति दलों में लोकप्रिय रहे। इसके साथ डॉ मनमोहन सिंह सक्रिय राजनीति में रहने के बावजूद विवादों से दूर रहे। देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। पूर्व पीएम की तबीयत अचानक बिगड़ने पर दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान गुरुवार देर शाम उनका निधन हो गया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और देश के कई प्रमुख नेताओं ने पूर्व डॉ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताया तथा देश की आर्थिक प्रगति में उनके योगदान को याद किया। मनमोहन सिंह के निधन के चलते केंद्र सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। वहीं कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में अपने सभी आधिकारिक कार्यक्रमों को सात दिन के लिए रद कर दिया है।

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कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक्स पर पोस्ट किया, दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में, स्थापना दिवस समारोह सहित कांग्रेस के सभी आधिकारिक कार्यक्रम अगले सात दिन के लिए रद कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें सभी आंदोलनात्मक और संपर्क कार्यक्रम शामिल हैं। वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी के कार्यक्रम 3 जनवरी, 2025 को फिर से शुरू होंगे। शोक की इस अवधि के दौरान पार्टी का झंडा आधा झुका रहेगा। मनमोहन सिंह, 2004 में देश के 14वें प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने मई 2014 तक इस पद पर दो कार्यकाल पूरे किए थे। वे देश के पहले सिख और सबसे लंबे समय तक रहने वाले चौथे प्रधानमंत्री थे। मनमोहन के परिवार में पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां हैं। इस साल अप्रैल में मनमोहन सिंह राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए थे, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके लंबे संसदीय करियर की प्रशंसा की थी। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह 1991-96 के दौरान पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली सरकार में देश के वित्त मंत्री के रूप में प्रमुखता से उभरे, उन्होंने व्यापक सुधार लाए जिससे अर्थव्यवस्था में बदलाव आया।

यूपीए के दो कार्यकाल के प्रधानमंत्री के रूप में, वह 2004 और 2014 तक शीर्ष पद पर रहे और इस साल की शुरुआत तक राज्यसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया। अपने राजनीतिक जीवन में सिंह 1991 से राज्यसभा के सदस्य रहे हैं, जहां वे 1998 और 2004 के बीच विपक्ष के नेता थे। उन्होंने उच्च सदन में पांच कार्यकालों तक असम का प्रतिनिधित्व किया और 2019 में राजस्थान चले गए। संसद में उनका अंतिम हस्तक्षेप विमुद्रीकरण के खिलाफ था, जिसे उन्होंने “संगठित लूट और वैधानिक लूट” बताया। 26 सितंबर 1932 को पंजाब में जन्मे सिंह ने क्रमशः 1952 और 1954 में पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। मनमोहन सिंह ने 1957 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अपना आर्थिक ट्रिपोस पूरा किया। इसके बाद उन्होंने 1962 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डी फिल की।

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मनमोहन सिंह को भारत की अर्थव्यवस्था में उदारीकरण लाने का श्रेय दिया जाता है। वे पीवी नरसिम्हा राव सरकार (1991-96) में वित्त मंत्री भी रहे थे। पीवी नरसिम्हा राव ने तब एक आला अफसर पीसी अलेक्जेंडर की सलाह पर डॉ. सिंह को वित्त मंत्री बनाया था।

राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने जताया शोक

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पोस्ट किया, ”पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी उन चुनिंदा राजनेताओं में से एक थे, जिन्होंने शिक्षा और प्रशासन की दुनिया में भी समान सहजता से काम किया। सार्वजनिक पदों पर अपनी विभिन्न भूमिकाओं में उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने कहा कि सिंह को राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा, उनके बेदाग राजनीतिक जीवन और उनकी अत्यंत विनम्रता के लिए हमेशा याद किया जाएगा।उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने भारत के आर्थिक परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया।

उपराष्ट्रपति सचिवालय ने धनखड़ के हवाले से कहा, ”मनमोहन सिंह ने साहसपूर्वक हमारे देश को महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर में संभाला और विकास तथा समृद्धि के नए रास्ते खोले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर भावुक करने वाला पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोकाकुल है। साधारण पृष्ठभूमि से उठकर मनमोहन सिंह एक सम्मानित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर काम किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर अपनी गहरी छाप छोड़ी। संसद में उनके हस्तक्षेप भी बहुत ही व्यावहारिक थे। हमारे प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए। राहुल गांधी ने कहा कि मनमोहन सिंह जी ने असीम बुद्धिमत्ता और निष्ठा के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने देश को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, ”मैंने एक संरक्षक और मार्गदर्शक खो दिया है। हममें से लाखों लोग जो उनके प्रशंसक थे, उन्हें अत्यंत गर्व के साथ याद करेंगे।

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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया और कहा कि वह विरोधियों द्वारा अनुचित और व्यक्तिगत हमलों के बावजूद देश की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहे। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”सरदार मनमोहन सिंह जी की तरह कम ही लोग राजनीति में प्रेरित करते हैं। उनकी ईमानदारी हमारे लिए हमेशा प्रेरणा बनी रहेगी और वह हमेशा उन लोगों के बीच खड़े रहेंगे जो वास्तव में इस देश से प्यार करते हैं, एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जो अपने विरोधियों द्वारा अनुचित और गहरे व्यक्तिगत हमलों के बावजूद देश की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहे। मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी दोनों सीडब्ल्यूसी की बैठक में शामिल होने के लिए बेलगावी गए थे और मनमोहन सिंह के निधन की खबर आते ही वे दिल्ली पहुंचे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट किया कि इतिहास आपका दयालुता के साथ मूल्यांकन करेगा, डॉ. मनमोहन सिंह जी! पूर्व प्रधानमंत्री के निधन से, भारत ने एक दूरदर्शी राजनेता, बेदाग सत्यनिष्ठ नेता और अद्वितीय कद का अर्थशास्त्री खो दिया है। उन्होंने कहा कि आर्थिक उदारीकरण और अधिकार-आधारित उनकी नीति ने करोड़ों भारतीय नागरिकों के जीवन को गहराई से बदल दिया। जिसने भारत में एक मध्यम वर्ग का निर्माण किया और करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला।

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खरगे ने कहा कि मैं एक वरिष्ठ सहकर्मी, एक सौम्य बुद्धिजीवी और एक विनम्र व्यक्ति के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं, जिन्होंने भारत की आकांक्षाओं को मूर्त रूप दिया, जो अटूट समर्पण के साथ आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि मुझे श्रम मंत्री, रेल मंत्री और समाज कल्याण मंत्री के रूप में उनके मंत्रिमंडल का हिस्सा होने पर गर्व है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन की सूचना अत्यंत दुःखद है। भारतीय रिजर्व बैंक में गवर्नर से लेकर देश के वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह जी ने देश की शासन व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। वाहेगुरु जी उनकी आत्मा को सद्गति प्रदान करें और उनके परिवारजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।

वहीं, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी विद्वता और सादगी के गुणों को शब्दों में पिरोना असंभव है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद है। वह एक महान प्रधानमंत्री थे जिन्होंने देश की सेवा की। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन का समाचार सुनकर अतीव दुःख हुआ।

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देश के वित्त मंत्री के रूप में भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने का कार्य उन्होंने किया। उच्चशिक्षित होने के साथ साथ विनम्र, शालीन, संवेदनशील और देश के प्रति समर्पित ऐसा उनका व्यक्तित्व था। भाजपा अध्यक्ष के रूप में कई बार उनसे वार्तालाप करने का अवसर मिला। उनमें सदैव देश को आगे बढ़ाने की सोच थी। ये देश डॉ. मनमोहन सिंह जी को कभी भूल नही सकता। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को संबल दे। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने लिखा कि, देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का निधन दुःखद। वे एक कुशल राजनेता एवं अर्थशास्त्री थे। उनके नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली। डॉ मनमोहन सिंह जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए प्रार्थना है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने पूर्व पीएम के निधन पर दुख जताते हुए लिखा कि, सत्य और सौम्य व्यक्तित्व के धनी महान अर्थशास्त्री भूतपूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी का निधन एक अंतरराष्ट्रीय अपूरणीय क्षति है। ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके लिखा, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन की दुखद सूचना मिली। महाप्रभु जगन्नाथ जी दिवंगत आत्मा को अपने निज धाम में स्थान दें। उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने एक्स पर लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन की सूचना से मन बेहद आहत है। उनका जाना पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन मेरे लिए यह परिवार के एक बड़े और मार्गदर्शक के चले जाने जैसा है। भारत के आर्थिक सुधारों में उनका योगदान ऐतिहासिक है। उनके नेतृत्व में भारत ने उदारीकरण, वैश्वीकरण और आर्थिक विकास की राह पकड़ी, जिसने करोड़ों भारतीयों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया। मेरे लिए उनके साथ काम करना न केवल एक सौभाग्य था, बल्कि हर पल उनसे सीखने का अवसर भी मिला। उनकी सादगी, धैर्य और निस्वार्थ सेवा का उदाहरण सदैव प्रेरणा देता रहेगा। देश उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें। विनम्र श्रद्धांजलि। पंजाब विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने एक्स’ पर लिखा, भारत के आर्थिक सुधारों के निर्माता और हमारे देश के सबसे विनम्र और प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह हमें छोड़कर चले गए हैं। कम बोलने वाले लेकिन अपार ज्ञान वाले व्यक्ति, उनके नेतृत्व ने भारत को महत्वपूर्ण चुनौतियों से शालीनता और ईमानदारी के साथ बाहर निकाला। नागरिक संवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और भारत की प्रगति में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। शांति से विश्राम करें, सर। राष्ट्र एक सच्चे राजनेता और भारतीय राजनीति के एक सौम्य दिग्गज के निधन पर शोक व्यक्त करता है।

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आप’ के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ‘एक्स’ पर लिखा, विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और भारतीय अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के पीछे के वास्तुकार, डॉ. मनमोहन सिंह जी ने भारत को कठिन समय से निकालकर एक नए युग में पहुंचाया। ऑक्सफोर्ड से शिक्षा प्राप्त अर्थशास्त्री, उन्होंने भारत के 1991 के आर्थिक सुधारों का नेतृत्व किया और प्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्र का नेतृत्व शांत दृढ़ संकल्प के साथ किया, जिससे साबित हुआ कि बुद्धि और ईमानदारी से परिवर्तनकारी बदलाव लाया जा सकता है। मैं हमारे सबसे प्रतिष्ठित राजनेताओं में से एक के निधन पर शोक व्यक्त करने वाले राष्ट्र के साथ हूं। उनकी विरासत हमेशा बनी रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।

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