मुख्यधारा डेस्क
उत्तर प्रदेश के हरदोई से एक अद्भुत विचित्र खबर सामने आ रही है, जहां एक महिला ने चार हाथ व चार पैरों वाले बच्चे (four-legged child) को जन्म दिया है। प्रकृति के इस अकल्पनीय करिश्मे से परिजन समेत सभी लोग हैरान हैं। यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोगों में कौतुहल का विषय बनी हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मामला हरदोई के मंगलीपुर गांव की महिला को प्रसव वेदना होने पर उसे बीती शनिवार रात्रि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिहाबाद में भर्ती कराया गया। जहां महिला ने 4 हाथ व 4 पैर वाले (four-legged child) अद्भुत बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के पेट पर धड़ जुड़ा हुआ है। इसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि वहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
जैसे ही इस अद्भुत बच्चे के जन्म होने की खबर आई, वहां लोगों का भारी जमावड़ा लग गया। अनोखे बच्चे के जन्म के कारण वह सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया।
चिकित्सकों का कहना है कि पूर्ण रूप से विकसित नहीं होने के कारण इस तरह के बच्चे का जन्म हुआ। मेडिकल साइंस की भाषा में इस तरह के मामलों को बायोलॉजिकल डिसऑर्डर का नाम दिया गया है। ऐसे (four-legged child) मामले लाखों में से एक पाया जाता है। गर्भावस्था में भी सभी मेडिकल जांच कराई गई थी, किंतु इस तरह के कोई संकेत नहीं देखे गए।
अस्पताल के सीएमएस डॉ. रमेश बाबू के अनुसार बच्चे के पेट पर दूसरे बच्चे का धड़ जुड़ा हुआ दिखाई दे रहा है। यह भ्रूण पूर्ण विकसित नहीं हुआ। जिसके कारण बच्चे के चार हाथ और चार पैर (four-legged child) एक साथ जुड़ गए।
जनवरी 2022 में बिहार के कटिहार में भी जन्मा था चार हाथ-पैर वाला बच्चा
ऐसा नहीं है कि इस तरह का यह पहला मामला होगा। इससे पूर्व इसी वर्ष 18जनवरी 2022 को बिहार के कटिहार जिले में भी एक ऐसे ही चार हाथ व चार पैरे वाले बच्चे का जन्म हुआ था। बच्चे को जन्म देने वाली महिला पश्चिम बंगाल की रहने वाली थी।
अस्पताल की डॉक्टर शशि किरण के अनुसार इस तरह के बच्चे को अद्भुत नहीं, बल्कि फिजिकली दिव्यांग कहेंगे। गर्भावस्था या गर्भधारण के दौरान किसी कारण से ऐसे बच्चों का जन्म होता है।