संकेत : उत्तराखंड में Reverse Migration की दिशा में बढ़ रहा लोगों का रुझान, पलायन निवारण आयोग की बैठक में बोले सीएम धामी - Mukhyadhara

संकेत : उत्तराखंड में Reverse Migration की दिशा में बढ़ रहा लोगों का रुझान, पलायन निवारण आयोग की बैठक में बोले सीएम धामी

admin
cm 1 2

संकेत : उत्तराखंड में रिवर्स माइग्रेशन (Reverse Migration) की दिशा में बढ़ रहा लोगों का रुझान, पलायन निवारण आयोग की बैठक में बोले सीएम धामी

देहरादून/मुख्यधारा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग की बैठक आयोजित की गई।

cm 2 2

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पलायन को रोकने के लिए वैज्ञानिक तरीके से व्यापक कार्य योजना बनाई जाए। पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों की आजीविका में तेजी से वृद्धि हो उसके लिए भी व्यापक स्तर पर कार्य योजनाएं बनानी होंगी। सरकार द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों में लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों की आजीविका वृद्धि के साथ ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। उद्योग, पर्यटन, कृषि, बागवानी को बढ़ावा देने के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं।

यह भी पढ़े :Mussoorie : यूपी के शराब कारोबारी की दबंगई से सहमी ‘पहाड़ों की रानी’

उन्होंने कहा कि जो लोग रिवर्स पलायन कर राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में स्वरोजगार के साथ ही अन्य लोगों को भी स्वरोजगार से जोड़ रहे हैं, ऐसे लोगों को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन को रोकने के लिए गांवों पर केन्द्रित योजनाओं पर विशेष ध्यान दिये जाने की जरूरत बतायी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के संसाधन बढ़ाने एवं अवस्थापना विकास से संबंधित केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का आम जन को पूरा लाभ मिले।

यह भी पढ़ें : Health: यदि आप भी निद्रा रोग (sleeping sickness) से परेशान हैं तो सावधान हो जाइए, ऐसे विकारों के उपचार को एम्स ऋषिकेश में चल रहा ‘स्पेशल क्लीनिक’

ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एस. एस. नेगी ने कहा कि आयोग द्वारा अब तक 19 रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत की जा चुकी हैं।

उधमसिंह नगर जनपद की रिपोर्ट भी जल्द सौंपी जायेगी। उन्होंने कहा कि लोगों का रूझान रिवर्स माइग्रेशन की दिशा में बढ़ रहा है।

ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग के सदस्य दिनेश रावत ने सुझाव दिया कि राज्य में कृषि एवं बागवानी को बढ़ावा देने के लिए फसलों को जंगली जानवरों से बचाव के लिए सुरक्षात्मक उपाय करने होंगे।

यह भी पढ़े :हादसा : यहां प्रशिक्षण के दौरान Plane Crash, पायलट की मौत, ट्रेनी पायलट गंभीर रूप से घायल

सीएम सौर स्वरोजगार योजना को राज्य में और बढ़ावा देना होगा। सदस्य सुरेश सुयाल ने सुझाव दिया कि गांवों में किसान उत्पादक संगठनों (एफ.पी.ओ)को बढ़ावा देना होगा। पर्वतीय क्षेत्रों में युवाओं एवं महिलाओं को अधिक से अधिक स्वरोजगार से जोड़ना होगा।

राम प्रकाश पैन्यूली ने सुझाव दिया कि चारधाम यात्रा मार्गों पर प्रचीन मंदिरों को भी जोड़ने की जरूरत है, इससे धार्मिक पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी।

यह भी पढें : ब्रेकिंग: जोशीमठ भूधंसाव (Joshimath landslide) के संदर्भ में 6 जनवरी को देहरादून सचिवालय में अहम बैठक, तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने Joshimath में डाला डेरा

स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए हर जिले में नोडल अधिकारी बनाने होंगे। रंजना रावत ने सुझाव दिया कि पर्वतीय क्षेत्रों में एमएसएमई को और बढ़ावा देना होगा। कृषकों को समय पर उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध हों, यदि वे कहीं बाहर से भी उच्च गुणवत्ता युक्त बीज ले रहे हो, तो उन्हें इसके लिए सब्सिडी समय पर मिल जाए।अनिल शाही ने कहा कि गांवों को केन्द्र मानकर विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में प्रयास करने होंगे।

सीमान्त क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए सीमान्त दर्शन योजना शुरू करने की दिशा में विचार करना होगा।इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव बी.वी.आर.सी. पुरूषोत्तम, अपर सचिव नीतिका खण्डेलवाल उपस्थित थे।

Next Post

विशेषज्ञ भू- वैज्ञानिकों की टीम ने किया Joshimath में भू-धंसाव को लेकर प्रभावित क्षेत्रों का गहन सर्वेक्षण

विशेषज्ञ भू- वैज्ञानिकों की टीम ने किया जोशीमठ (Joshimath) में भू-धंसाव को लेकर प्रभावित क्षेत्रों का गहन सर्वेक्षण चमोली/मुख्यधारा  गढवाल आयुक्त सुशील कुमार, आपदा प्रबंधन सचिव रन्जीत कुमार सिन्हा सहित विशेषज्ञ भू- वैज्ञानिकों की टीम द्वारा जोशीमठ में भू-धंसाव को […]
draft

यह भी पढ़े