लक्ष्य: आदर्श चंपावत (Adarsh Champawat) बनाने की ओर एक कदम और बढ़ा चम्पावत, शिक्षा का हब बनेगा जिला - Mukhyadhara

लक्ष्य: आदर्श चंपावत (Adarsh Champawat) बनाने की ओर एक कदम और बढ़ा चम्पावत, शिक्षा का हब बनेगा जिला

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लक्ष्य: आदर्श चंपावत (Adarsh Champawat) बनाने की ओर एक कदम और बढ़ा चम्पावत, शिक्षा का हब बनेगा जिला

  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम का शुभारंभ रिमोट का बटन दबाकर किया।
  • प्रथम चरण में 137 विद्यालय चुने गये है इस अभियान में जिसमें पढ़ने वाले लगभग 5500 बच्चे होंगे लाभान्वित।
  • शुभारम्भ के अवसर पर 10 विद्यालयों को संपर्क टीवी, डिवाइस एवं शिक्षा किट मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान की गई।
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नवाचार कर बेहतर शिक्षा को आसानी से बच्चों तक पहुॅचा सकते है।
  • चम्पावत जिला शिक्षा का बनेगा हब।
  • आदर्श चम्पावत से आदर्श उत्तराखण्ड की ओर बढ़ने में संपर्क अभियान एक नई शुरूआत एवं श्रीगणेश है।
  • विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं संचालित होंगी।
  • सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा का चम्पावत में बनाये जा रहे कैंपस का विधिवत रूप से शासनादेश हुआ जारी।
  • चम्पावत जिले के सभी विद्यालय भवनों का जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण सहित सभी में आवश्यक सुविधाए मौहय्या की जा रही है।
  • समाज के अंतिम छोर पर खड़़े व्यक्ति तक आधुनिक शिक्षा पहॅुचाने का कार्य संपर्क फाउण्डेशन, सरकार के सहयोग से कर रहा है।
  • राज्य के सरकारी स्कूलों में अभिनव और अपनी तरह का पहला अध्ययन कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए राज्य सरकार और संपर्क फाउंडेशन की साझेदारी।
  • मुख्यमंत्री ने जीआईसी चंपावत में छात्रावास बनाए जाने की घोषणा की।

चंपावत/मुख्यधारा

जनपद मुख्यालय के गोरलचोड़ स्थित आडिटोरियम में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम के शुभारंभ की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आशा करता हूॅ कि सम्पर्क फाउंडेशन सामाजिक और शैक्षिक क्षेत्र में इसी प्रकार सफलता के नये-नये आयाम स्थापित करती रहेगी। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष संपर्क फाउण्डेशन विनित नायर ने मेरे अनुरोध पर इस कार्यक्रम की शुरूआत प्रदेश में चम्पावत से की है और इसी के साथ ही हम चंपावत को आदर्श जनपद बनाने की ओर एक कदम और आगे बढ़ गए है।

उन्होंने कहा कि स्व.जनक नायर जी ने शायद इस संस्था का नाम सम्पर्क संस्था के कार्यों को परिभाषित करने के उद्देश्य से ही रखा होगा। क्योंकि ’’सम्पर्क’’ अर्थात ’’जुड़ना’’, समाज के वंचित और हाशिए पर रह रहे लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना कही ने कही संपर्क फाउण्डेशन का उद्वेश्य को सार्थक करता है। उन्होंने कहा कि आज का युग साइंस और टेक्नोलॉजी का है और प्रधानमंत्री मोदी जी भी कहा करते हैं कि देश के विकास के लिए लोग साइंस और टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग करें। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के माध्यम से हम कार्यों को आसानी के साथ ही कम समय में अधिक काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा की विद्यालयों को संपर्क स्मार्ट डिवाइस दिए गए हैं जिससे बच्चे आसानी से, सरल भाषा में, आनंदमय तरीके से शिक्षा ले सकेंगे।

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मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नए भारत का निर्माण हो रहा है। दुनिया में अनेक देशों की अर्थव्यवस्था बिगड़ रही है, खराब हो रही है वहीं भारत की अर्थव्यवस्था इस विषम समय में भी 11 वें स्थान से 5 वें स्थान की अर्थव्यवस्था बन गई है। आने वाले समय में स्वतंत्रा की शताब्दी में भारत दुनिया का नेतृत्व करने वाला भारत बन जाएगा। किसी भी देश का सामाजिक एवं आर्थिक विकास उस देश के नौनिहाल व बच्चें है। उनकी शिक्षा किस प्रकार की हो, उसकी गुणवत्ता किस प्रकार की हो उस पर निर्भर करता है। यह सब कार्य शिक्षकों के जिम्मे है। पहला संस्कार माता-पिता देते हैं दूसरा शिक्षक गण देते हैं। उन्हें जीवन में शिक्षा देने, आगे बढ़ाने का कार्य शिक्षक करते हैं। चंपावत से निकलने वाले बच्चें विभिन्न क्षेत्रों में जाएंगे वहां जाकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करने के साथ ही गांव, क्षेत्र, जिला, प्रदेश का नाम रोशन करेंगे, वहीं शिक्षकों का भी नाम रोशन करेंगे, जहां से उन्होंने शिक्षा ग्रहण की।

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उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नवाचार हो रहे हैं साथ ही अनेक चुनौतियां भी आई है। इन सभी चुनौतियों के मध्य नई शिक्षा नीति आई है। यह नीति स्कूली शिक्षा एवं उच्च शिक्षा को नए आयाम देने का कार्य करेगी। वही सभी वर्गों के लोगों के लिए समानता के अधिकार के तहत शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगी। नई शिक्षा नीति के तहत प्रतियोगी परीक्षाओं के अध्ययन छात्र छात्राओं को लाभ मिलेगा। उत्तराखंड प्रथम राज्य है जिसने नई शिक्षा नीति है जो उसे स्कूली शिक्षा में पूरी तरह से लागू किया गया है। संपर्क फाउंडेशन ने इस कार्य में जो स्मार्ट कक्षाओं की नींव रखी गई है उससे बच्चों को लाभ मिलेगा।

इस अवसर पर सम्पर्क फाउंडेशन के फाउंडर चेयरमैन, विनीत नायर ने फाउंडेशन की ओर से मुख्यमंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि शासकीय स्मार्ट स्कूल्स स्मार्ट ब्लॉक्स कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य में चंपावत जिले के चंपावत ब्लॉक में 137 स्कूलों के 274 शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर 5484 बच्चों के अध्ययन के परिणामों में सुधार लाना है। चंपावत ब्लॉक में 100 दिनों तक सफल क्रियान्वयन करने के बाद इस कार्यक्रम का विस्तार समयबद्ध तरीके से पौड़ी जिले के कृषु ब्लॉक में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘‘सम्पर्क फाउंडेशन में हम सभी इस विशेष कार्यक्रम के क्रियान्वयन में मुख्यमंत्री  द्वारा दिए गए प्रोत्साहन व सहयोग के लिए उनके आभारी हैं। कक्षा में अध्ययन को विद्यार्थियों के लिए आनंददायक बनाने के लिए यह कार्यक्रम सम्पर्क के अध्ययन संसाधनों के गहन क्रियान्वयन पर केंद्रित होगा। सम्पर्क की टीम शिक्षकों की क्षमताओं का विकास भी सुनिश्चित करेगी ताकि शिक्षण व्यवस्थित और आसान बन सकें। इस कार्यक्रम द्वारा स्कूलों पर किसी अतिरिक्त खर्च का बोझ नहीं आएगा, बल्कि पूरे राज्य में विद्यार्थियों और शिक्षकों को अद्वितीय एवं अत्यधिक प्रभावशाली अध्ययन का वातावरण प्रदान करने के लिए हम इसमें निवेश करेंगे। नायर ने कहा, ‘‘सम्पर्क टीवी का संवादपूर्ण यूज़र अनुभव इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण है, जो एनिमेटेड अध्ययन सामग्री के साथ विद्यार्थियों के संवाद करने के तरीके में भारी परिवर्तन ले आएगा। यह अनुभव सामान्य किताबों से पढ़ने की प्रक्रिया को बदलकर विद्यार्थी के अध्ययन को काफी विकसित बना देगा।’’

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सम्पर्क फाउंडेशन अपने अभिनव अध्ययन के संसाधनों की संपूर्ण श्रृंखला को स्मार्ट स्कूल्स स्मार्ट ब्लॉक्स प्रोग्राम में ले आया है। ये संसाधन राज्य के पाठ्यक्रम और एससीईआरटी के अनुरूप है और कक्षा में अध्ययन की प्रक्रिया को पूरी तरह से बदल देंगे। सम्पर्क के पाठ के संसाधनों का तालमेल हर विषय और हर कक्षा के अनुरूप राज्य की पाठ्यपुस्तकों के साथ बिठाया गया है और इन्हें 100 फीसदी स्कूलों को प्रदान किया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए सम्पर्क द्वारा प्रदान किए जाने वाले संसाधनों में हर स्कूल के लिए टीवी सेट, सम्पर्क टीवी डिवाईसेज, सम्पर्क स्मार्ट शाला एप्लीकेशन, सम्पर्क दीदी ऑडियो बॉक्स के साथ गणित एवं अंग्रेजी किट, 500 पाठ योजनाएँ , 1100 पाठ के वीडियो, टीएलएम के साथ 450 गतिविधियाँ, कक्षा और विषय के अनुरूप 2000 वर्कशीट, मूल्यांकन के लिए 3000 प्रश्न – केबीसी के प्रारूप में सम्पर्क दीदी के सवाल, कक्षा 6 से 8 के लिए विज्ञान विषय पर गाने एवं प्रयोग के वीडियो और शिक्षकों के लिए संसाधन पुस्तिका शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि सम्पर्क एफएलएन टीवी कक्षा 1 से कक्षा 5 के लिए एक किफायती प्लग-एंड-प्ले डिवाइस है, जिसमें एक एंड्रॉयड सेट-टॉप बॉक्स और एक रिमोट होता है। इसे संभालना और चलाना बहुत आसान है और यह सामान्य टेलीविज़न को एक संवादपूर्ण एवं दिलचस्प अध्ययन के मंच में बदल देता है, जिससे कक्षा एक स्मार्ट क्लासरूम बन जाती है। सम्पर्क टीवी में कक्षा और विषय के अनुसार संसाधन पहले से अपलोड होते हैं, जिनमें पाठ की योजनाएँ, वीडियो, वर्कशीट, आकलन आदि शामिल हैं। सम्पर्क टीवी बिना इंटरनेट के काम करता है और इसे केवल डेटा को सिंक करने के लिए इंटरनेट की ज़रूरत होती है।

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सम्पर्क राज्य के एससीईआरटी और नेशनल इनिशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमरेसी भारत प्रोग्राम (निपुण) के लक्ष्यों के अनुरूप शिक्षकों एवं मास्टर शिक्षकों को सम्पर्क की अध्यापन विधि और संसाधनों के उपयोग का प्रशिक्षण देगा। सम्पर्क की टीम जिला, ब्लॉक, और क्लस्टर के स्तर पर शैक्षणिक पदाधिकारियों को स्कूलों और कक्षाओं में टीएलएम और संसाधनों के उपयोग पर निगरानी रखने का प्रशिक्षण भी देगी। सम्पर्क बेहतर निगरानी और समन्वय के लिए जिला और ब्लॉक स्तर पर कर्तव्यनिष्ठ मानवश्रम भी उपलब्ध कराएगा। सभी अंशधारकों का प्रोत्साहन बनाए रखने के लिए प्रभावशाली क्रियान्वयन किए जाने के बाद इस कार्यक्रम को केस अध्ययन के लिए हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल में प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही प्रधानमंत्री के एक्सिलैंस अवार्ड फॉर इनोवेशन के लिए इसका नामांकन कराने के प्रयास भी किए जाएँगे। उन्होंने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए जिला प्रशासन से सहयोग की भी अपील की।

इस अवसर पर जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने मुख्यमंत्री व सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने एक आदर्श चंपावत की जो अवधारणा दी थी जो सफलता के नए मुकाम गढ़ रही है। जिसके तहत हमारा जनपद विकास की नई ऊंचाइयों को भी छू रहा है। जनपद के विकास के लिए शासन की ओर से लगातार फंडिंग भी उपलब्ध कराई जा रही है। जिसमें कुछ कार्य प्रारंभ हो चुके हैं तथा कुछ कार्य योजना स्तर पर हैं। जनपद में साइंस सेंटर का भी निर्माण होने जा रहा हैं। जिसके लिए भूमि भी हस्तांतरित की जा चुकी है साथ ही डीपीआर के लिए भी धनराशि प्राप्त हो चुकी है।

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उन्होंने कहा कि चंपावत शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में अलग ऊचाईयो को प्राप्त कर रहा हैं। माननीय मुख्यमंत्री जी के प्रयास से पिटकुल सीएसआर के तहत पहली बार जनपद के बहुत से विद्यालय (हाईस्कूल व इंटर मीडिएट कॉलेजों) में कंप्यूटर लैब लगाई जाएंगी साथ ही उन्होंने बताया कि आपदा मद, अनटाइट फंड व जिला योजना से लगभग 10 करोड़ की धनराशि शिक्षा विभाग को दी जा चुकी है। जिसके परिणाम भी दिखने लगे हैं।जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशन में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को 20 लाख की धनराशि दी गई है, जिससे वहां भी सुधार हो रहा है।जिलाधिकारी ने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों के लिए स्कूल में बनने वाले विभिन्न प्रमाण पत्रों के लिए जो ऐतिहासिक कदम उठाया गया है उससे विद्यार्थियों को बहुत फायदा मिलेगा और साथ ही शिक्षा का स्तर और भी इम्प्रूव होगा।
इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, अध्यक्ष नगर पालिका विजय वर्मा, ब्लाक प्रमुख चंपावत रेखा देवी, बराकोट विनीता फर्त्याल, पाटी सुमनलता, विधायक प्रतिनिधि चंपावत विधानसभा प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार, मुकेश कालखुड़िया, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा समेत जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी, अध्यापक, अध्यापिका एवं संपर्क फाउंडेशन की टीम मौजूद रही।

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