गूमखाल सिलोगी घट्टूघाट राष्ट्रीय राजमार्ग (Gumkhal Silogi Ghattugad road)
द्वारीखाल/मुख्यधारा
लगता है जनप्रतिनिधियों की सड़क निर्माण में हो रही अनियमितताओं व घटिया गुणवत्ता की शिकायतों पर उत्तराखंड शासन द्वारा लोक निर्माण विभाग को दिए गए जांच के आदेश का भी कोई असर नहीं हो रहा है। ऐसे में एक ओर जहां सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है, वहीं खराब गुणवत्ता वाली सड़कों पर आवागमन करने से दुर्घटनाओं को भी न्यौता दिया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला पौड़ी जनपद के अंतर्गत द्वारीखाल ब्लॉक में सामने आया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है।
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दरअसल यहां बात की जा रही है कि यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत गूमखाल सिलोगी घट्टूघाट (Gumkhal Silogi Ghattugad road) राष्ट्रीय राजमार्ग की। लैंसडौन विधायक महन्त दिलीप रावत एवं द्वारीखाल ब्लॉक प्रमुख महेन्द्र राणा ने गूमखाल सिलोगी घट्टूघाट राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्यों की घटियाल गुणवत्ता एवं अनियमितता की शिकायत के बाद भी इस मोटरमार्ग की हालत चिन्ताजनक बनी हुई है। स्थिति यह है कि जगह जगह डामरीकरण का उखड़ रहे हैं। कहीं डामरीकरण की मोटाई कम पायी जा रही है तो कई स्थानों पर पुस्तों का फटना तथा सोलिंग की निम्न स्तर की गुणवत्ता क्षेत्रवासियों द्वारा देखी जा रही है।
इस संबंध में 30 जुलाई 2022 को क्षेत्र पंचायत द्वारीखाल की बैठक में क्षेत्र पंचायत सदस्यों एवं जन प्रतिनिधियों ने शिकायत की थी।
इस पर प्रमुख महेंद्र राणा ने बीती 17 अगस्त 2022 को सचिव राष्ट्रीय राजमार्ग दहरादून को उक्त सड़क निर्माण कार्यों की जांच की मांग को लेकर पत्र लिखा था।
यही नहीं इस सड़क की दुर्दशा को लेकर लैंसडौन के विधायक महन्त दलीप रावत ने भी उक्त राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क निर्माण की खराब गुणवत्ता एवं अनियमितताओ के संबंध में शिकायत की थी।
तब उक्त पत्रों का तत्काल संज्ञान लेते हुए संयुक्त सचिव ने 26 अगस्त 2022 को प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग देहरादून को जांच कराने के लिए कहा था। संयुक्त सचिव श्याम सिंह द्वारा लोक निर्माण विभाग देहरादून के प्रमुख अभियंता को पे्रषित किए पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि शिकायती पत्र में वर्णित तथ्यों के आलोक में मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारी के माध्यम से प्रकरण की आवश्यक जांच/परीक्षण कराते हुए संस्तुति/मंतव्य सहित सुस्पष्ट जांच आख्या शासन को 15 दिन के भीतर उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें।
आज दो माह से अधिक समय बीत गया है, किंतु शासन के उक्त आदेश का पालन नहीं किया गया। ऐसे में समझा जा सकता है कि लोक निर्माण विभाग पर उत्तराखंड शासन के आदेशों का भी कोई फर्क नहीं पड़ता। यही कारण है कि उपरोक्त प्रकरण की जांच कराने की बजाय शासन द्वारा भेजे गए उक्त पत्र पर लोनिवि कुंडली मारकर बैठ गया।
सवाल यह है कि जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्रवासियों की शिकायत के बावजूद उक्त सड़क की हालत वर्तमान में भी दयनीय एवं चिन्ताजनक बनी हुई है। आए दिन इस सड़क पर मोटर वाहनों की दुर्घटना होती रहती हैं।
बताते चलें कि अभी कुछ दिन पूर्व इस सड़क पर स्थित सिलोगी बाजार के समीप डामरीकरण के उखडऩे का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि ऐसी घटिया गुणवत्ता वाली सड़क निर्माण से तो अच्छा है कि उक्त सड़क बनाई ही न जाए, जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग न हो।
इस (Gumkhal Silogi Ghattugad road) संबंध में द्वारीखाल ब्लॉक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा ने प्रदेश सरकार से सड़क निर्माण कार्यो में हो रही अनियमितताओं व घटिया गुणवत्ता वाले कार्यों का संज्ञान लेकर शीघ्र इसकी जांच की मांग की है।