रायपुर कांग्रेस अधिवेशन : सोनिया (Sonia) ने भावुक स्पीच में राजनीति से संन्यास लेने के दिए संकेत
खड़गे ने कहा- देश में नफरत का माहौल, पीएम अपने मित्रों की संपत्ति बढ़ाने में लगे,
24 से लेकर 26 फरवरी तक चलने वाले कांग्रेस के इस अधिवेशन को लेकर पूरे रायपुर को सजाया गया है। शनिवार को अधिवेशन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। अपने संबोधन के दौरान खड़गे ने कहा कि देश में नफरत का माहौल है। मोदी सरकार रेल-जेल-तेल सब कुछ अपने मित्रों को बेच रही है। सोनिया गांधी ने कहा कि, राहुल गांधी ने मुश्किल यात्रा को पूरा किया। देश और कांग्रेस के लिए ये चुनौती का वक्त है। सोनिया ने राजनीति से रिटायरमेंट का इशारा कर दिया। सोनिया ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा के साथ ही मेरी राजनीतिक पारी अब अंतिम पड़ाव पर है।
मुख्यधारा डेस्क
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के 85वें अधिवेशन को लेकर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह छाया हुआ है। पिछले महीने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर उत्साहित कांग्रेस अब इस अधिवेशन से साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों की दिशा भी तय करने में लगी हुई है। इस अधिवेशन में शामिल होने के लिए देश भर से कांग्रेस के नेता पूरे जोश के साथ में एकत्र हुए हैं। 24 से लेकर 26 फरवरी तक चलने वाले कांग्रेस के इस अधिवेशन को लेकर पूरे रायपुर को सजाया गया है। शनिवार को अधिवेशन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे केंद्र सरकार पर जमकर बरसे।
अपने संबोधन के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में नफरत का माहौल है। मोदी सरकार रेल-जेल-तेल सब कुछ अपने मित्रों को बेच रही है। दिल्ली सरकार में बैठे लोगों का डीएनए गरीब विरोधी है। मल्लिकार्जुन ने कहा कि राहुल गांधी ने देश में रोशनी की उम्मीद जगाई है। वह सर्दी, गर्मी, बर्फ, बारिश के मौसम की परवाह नहीं करते हुए यात्रा में चलते रहे। भारत का तिरंगा थामे करोड़ों लोग उनके साथ चलें भी और जुड़े भी। खड़गे ने कहा कि देश का दर्द कांग्रेस जानती है। खड़गे ने कहा कि देश 5 सालों में सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। केंद्र सरकार लोगों के अधिकारों पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा इस वजह से हमारा नारा होगा, सेवा, संघर्ष और बलिदान सबसे पहले हिंदुस्तान।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों के इस्तेमाल से चुनी हुई सरकारों को गिराने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि इस अधिवेशन को रोकने के लिए छापा मारा गया, लेकिन हमारे नेताओं ने डटकर मुकाबला किया। खड़गे ने कहा कि कोरोना के समय गंगा मां लाशों से पटी पड़ी थीं और दिल्ली में लोग अपनी पीठ थपथपा रहे थे। पीएम के दोस्त की संपत्ति 13 गुना बढ़ गई। रोज प्रचार छपवाने वाले प्रधान सेवक अपने मित्र की सेवा कर रहे हैं। आज सवाल है कि एसबीआई, एलआईसी बचेगी या उसे भी बेच देंगे! जो कुछ हमने बनाया वो बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक रूप से पिछड़े, अल्पसंख्यकों को सत्ता के बुलडोजर से कुचला जा रहा है। महाधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में गरीबों, आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ गए हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। वोट लेने के लिए पिछड़ों की बात करते हैं, लेकिन भूल जाते हैं कि सरकारी कंपनियों को बेचने से पिछड़ों की नौकरी भी खत्म हो रही है। उन्होंने कहा कि चीन के अतिक्रमण पर घुटने टेक दिए। हम भारत की सेना के साथ खड़े हैं। सेना बहादुर है, सरकार विफल है।
मल्लिकार्जुन ने कहा कि पीएम कहते हैं कोई घुसा नहीं, विदेश मंत्री कहते हैं कि हम चीन से लड़ नहीं सकते, क्योंकि वो बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि चीन से जमीन छीन कर अप्रैल 2020 की स्थिति वापस दिलाएंगे तभी समझेंगे कि आपकी 56 इंच की छाती है। खड़गे ने कहा कि वो सभी दल जो बीजेपी, आरएसएस से लड़ने को तैयार है हम उन्हें साथ लेने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ ताकतों ने साजिश कर बेहद ईमानदार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बदनाम किया।
संबोधन के दौरान सोनिया ने कहा-देश और कांग्रेस के लिए ये चुनौती का वक्त
मल्लिकार्जुन खड़गे के बाद कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अधिवेशन को संबोधित किया। सोनिया गांधी ने सत्तारुढ़ प्रतिद्वंदी पार्टी बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, केंद्र सरकार हर संवैधानिक संस्था का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा, यह कांग्रेस और देश के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय है। बीजेपी-आरएसएस ने देश की हर एक संस्था को पकड़ लिया है और वह उन संस्थाओं को खत्म करने का काम कर रही है। इसने कुछ व्यापारियों के साथ मिलकर देश को आर्थिक रूप से बर्बाद करने का काम किया है। सोनिया गांधी ने कहा कि, राहुल गांधी ने मुश्किल यात्रा को पूरा किया। देश और कांग्रेस के लिए ये चुनौती का वक्त है। सोनिया गांधी ने राजनीति से रिटायरमेंट का इशारा कर दिया।
सोनिया ने शनिवार को अपने संबोधन में कहा, भारत जोड़ो यात्रा के साथ ही मेरी राजनीतिक पारी अब अंतिम पड़ाव पर है। जिस बात से मुझे सबसे ज्यादा संतुष्टि है, वह ये कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ अब मेरी पारी समाप्त हो सकती है। ये पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
यह भी पढ़े : उत्तराखंड के राशन विक्रेताओं के लिए अच्छी खबर, मिलेगा NFSA के अंर्तगत लाभांश का भुगतान
सोनिया गांधी ने कहा, हमने 10 साल मनमोहन सिंह के नेतृत्व ने बहुत अच्छी सरकार दी थी। हम लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैंं। साथ ही कहा कि कांग्रेस जनों को बीजेपी के खिलाफ संघर्ष करना होगा। यह आसान नहीं है, लेकिन कांग्रेस का इतिहास संघर्षों का रहा है। इसलिए उन्हें पूरी उम्मीद है कि पार्टी को अपने प्रयासों में कामयाबी मिलेगी। सोनिया ने कहा कि 1998 में वे पहली बार कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थीं।
बीते 25 वर्षों में पार्टी को कई बार कामयाबियां मिली तो कई बार निराशा भी झेलनी पड़ी। इन सबके बीच पार्टी ने देश की बेहतरी के लिए लगातार संघर्ष किया और यह उन्हें सबसे ज्यादा संतोष देता है। उन्होंने कहा कि देश की हालत लगातार बद से बदतर हो रही है।
बीजेपी सरकार अपने स्वार्थ पूरे करने में लगी है। स्थितियां काफी हत तक वैसी ही हैं, जैसी राजनीति में उनके प्रवेश के समय थीं। हालात को बेहतर करने के लिए कांग्रेस जनों को संघर्ष करना होगा। यह आसान नहीं होगा, लेकिन कांग्रेस संघर्षों से कभी पीछे नहीं हटी। इसलिए अंततः जीत मिलेगी, इसका उन्हें पूरा भरोसा है। सोनिया ने राहुल गांधी की भी तारीफ की।
उन्होंने कहा कि देश में नफरत और द्वेष के माहौल के बीच राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली। इस यात्रा के जरिए उन्होंने पूरे देश को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस के अधिवेशन में स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई। इसमें यह फैसला हुआ कि कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के चुनाव नहीं होंगे।
बैठक में शामिल सदस्यों ने आम सहमति से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सीडब्ल्यूसी मेंबर चुनने का अधिकार दिया। इसके साथ ही संगठन में एससी-एसटी और ओबीसी, युवाओं और महिलाओं को 50 फीसदी तक आरक्षण देने का फैसला हुआ।
वहीं कांग्रेस ने अपने संविधान में कुछ सुधार किए हैं। जिसके बाद अब कांग्रेस कार्यसमिति में 35 सदस्य होंगे, जिनमें से 50% महिलाएं, ओबीसी, अल्पसंख्यक होंगे।
यह भी पढ़े : Uttarakhand: Khel Mahakumbh है खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने का सुनहरा अवसर रेखा आर्या
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, सांसद, पूर्व प्रधानमंत्री सीईसी का हिस्सा होंगे। इससे पहले सीडब्ल्यूसी में 23 सदस्य होते थे।महाधिवेशन के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रायपुर पहुंच गई है। रायपुर पहुंचने के बाद प्रियंका गांधी में एयरपोर्ट के बाहर रोड शो किया। बता दें कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर प्रियंका गांधी का भव्य स्वागत किया। इस दौरान लाल गुलाब से कार्पेट बिछाकर कांग्रेसियों ने प्रियंका गांधी का स्वागत किया।
इस अधिवेशन में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल, कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख मोहन मरकाम, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत सैकड़ों कांग्रेसी नेता मौजूद हैं।
बता दें कि राहुल गांधी आखिरी दिन, यानी रविवार को संबोधित करेंगे।