रुड़की/मुख्यधारा
प्रदेश में रिश्वतखोर (rishwat) कर्मचारियों के हौसले इस कदर हैं कि उन्हें जीरो टोलरेंस सरकार की भी परवाह नहीं है। हाल के समय में ही कई रिश्वतखोर अधिकारी विजिलेंस की चपेट में आए हैं। इसी कड़ी में इस बार एक रिश्वतखोर पटवारी को विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
1064 उत्तराखण्ड एंटी करप्शन पर प्राप्त शिकायत पर की गयी कार्यवाही के अनुसार 8 मई को शिकायतकर्ता द्वारा हैल्पलाईन न0 1064 एंटी करप्शन पर शिकायत दर्ज करायी कि मेरे द्वारा यू0पी0सी0एल0 में ठेकेदारी करने के लिये हैसियत प्रमाण पत्र बनाने के लिए तहसील हरिद्वार में ऑनलाइन आवेदक किया गया। शिकायतकर्ता के प्रार्थना पत्र पर पटवारी नरेश कुमार सैनी द्वारा जाँच रिपोर्ट लगाने के एवज में 4000 रुपये रिश्वत (rishwat) की मांग की गई। इस पर शिकायतकर्ता द्वारा 1064 पर शिकायत की गई। शिकायत पर सतर्कता टीम द्वारा मामले की गोपनीय जांच करई गई, जिस पर आरोप प्रथम दृष्टया सही पाया गया। इस पर पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून द्वारा रिश्वतखोर को रंगे हाथों पकडऩे के लिए जाल बिछाया गया।
आज 10 मई को अभियुक्त नरेश कुमार सैनी पुत्र स्व0 बाबूराम निवासी सैनीपुरम कॉलोनी, शेरपुर हरिद्वार रोड़ रुड़की, जनपद हरिद्वार, हाल तैनाती लेखपाल, तहसील हरिद्वार को शिकायतकर्ता से 4,000 रुपए की रिश्वत (rishwat) लेते हुए सतर्कता सैक्टर देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा सैनीपुरम कालोनी रुड़की हरिद्वार से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त के विरुद्ध थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून पर धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशो0 अधि. 2018) के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया, जिसकी विवेचना प्रचलित है।
निदेशक सतर्कता अमित कुमार सिन्हा द्वारा ट्रैप टीम को उत्साह वर्धन हेतु उचित पारितोषिक देने की घोषणा की।
पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान मुख्यालय धीरेन्द्र गुंज्याल ने बताया कि यदि किसी भी सरकारी कर्मचारी/अधिकारी द्वारा भष्टाचार के माध्यम से आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित की गई हो तथा किसी कार्य हेतु रिश्वत की अवैध मांग की जा रही हो या अन्य व्यक्तियों / बिचोलियों के द्वारा पैसे लेकर भ्रष्टाचार किया जा रहा हो तो बिना भय के भ्रष्टाचारियों / भ्रष्टाचार के विरुद्ध यूके 1064 पर मौखिक / लिखित शिकायत करें।
आपकी लम्बित शिकायतों पर सतर्कता अधिष्ठान स्तर पर तत्परता से कार्यवाही की जाएगी, ताकि लंबित कार्यावाही पूर्ण हो तथा भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही हो सकें।