एक्सक्लूसिव आडियो: पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल को फंसाने की साजिश का खुलासा - Mukhyadhara

एक्सक्लूसिव आडियो: पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल को फंसाने की साजिश का खुलासा

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एक्सक्लूसिव आडियो: पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल को फंसाने की साजिश का खुलासा

22 नवंबर 2019 को उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल को सहसपुर के थानेदार पीडी भट्ट द्वारा जिन परिस्थितियों में गिरफ्तार किया गया, वह पहले दिन से ही संदेहास्पद लग रहा है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर इसलिए गंभीर सवाल खड़े हो रहे थे, क्योंकि शिव प्रसाद सेमवाल वर्षों से निर्भीकता से सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले चुनिंदा पत्रकारों में जाने जाते हैं।
शिव प्रसाद सेमवाल की गिरफ्तारी उन पर लगाई गई गंभीर धाराओं के बाद जो तथ्य सामने आ रहे हैं, वह खाकी पर कलंक लगाने वाले साबित हो रहे हैं। हालांकि अभी सहसपुर के थानेदार द्वारा किस प्रकार झूठे मुकदमे में सेमवाल को गिरफ्तार कर उन पर गंभीर धाराएं लगाई गई, उसके पीछे की साजिश का आखिरी परदा अभी हटना बाकी है।

ऑडियो 

इस बीच शिकायतकर्ता नीरज राजपूत और अमित पाल टाइबो का एक ऑडियो सामने आया है जिसमें शिकायतकर्ता नीरज राजपूत साजिश को अंजाम दे रहा है और अमित पाल टाइबो नीरज राजपूत और उसके साथी हिमांशु पुंडीर के सामने फोन पर रो रहा है, अपने पैसे वापस लेने के लिए गिड़गिड़ा रहा है। नीरज राजपूत की दलाली को स्पष्ट कर रहा है कि किस प्रकार नीरज राजपूत ने लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की है। नीरज राजपूत और हिमांशु पुंडीर दोनों इस ऑडियो में स्वीकार कर रहे हैं कि उन्होंने अमित पाल टाइबो से पैसे लिए हैं और वे १० तारीख तक वापस कर देंगे। इस ऑडियो में नीरज राजपूत द्वारा शिव प्रसाद सेमवाल को फंसाने का खुलासा स्पष्ट रूप से हो चुका है कि किस प्रकार सेमवाल को बिना किसी सबूत के जेल डाल दिया गया।
नीरज राजपूत जानबूझकर उसे फर्जी वीडियो बनाने के लिए उकसा रहा है इस ऑडियो ऑडियो अमित पाल और नीरज के मध्य की है। स्पष्ठ है कि नीरज ने अमित से पैसे खाये है जो वो मांग रहा है। इस ऑडियो को सुनने के बाद कोई भी सामान्य व्यक्ति समझ सकता है कि पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल के खिलाफ गंभीर साजिश हुई है। कुल मिलाकर इस ऑडियो से यह बात स्पष्ट हो गई है कि पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल को साजिशन फंसाया गया है। देखना है कि इस सबूत के बाद अब सेमवाल को फंसाने वाले लोग कैसे कानून के फंदे से बचते हैं।

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