तहसील दिवस (Tehsil Day) में 135 फरियादियों ने रखी विभिन्न शिकायतें, डीएम बोले- किसी भी विभाग के मौखिक कहने पर कोई भी निर्माण कार्य न करें - Mukhyadhara

तहसील दिवस (Tehsil Day) में 135 फरियादियों ने रखी विभिन्न शिकायतें, डीएम बोले- किसी भी विभाग के मौखिक कहने पर कोई भी निर्माण कार्य न करें

admin
t 1

तहसील दिवस (Tehsil Day) में 135 फरियादियों ने रखी विभिन्न शिकायतें, डीएम बोले- किसी भी विभाग के मौखिक कहने पर कोई भी निर्माण कार्य न करें

नीरज उत्तराखंडी/पुरोला 

जिला अधिकारी अभिषेक रुहेला की अध्यक्षता में आज मंगलवार को बीडीसी सभागार में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। तहसील दिवस में करीब 135 फरियादी अपनी–अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। जनप्रतिनिधियों ने आपदा पीड़ितों को कृषि भूमि मुहैया कराने के साथ ही उनका कृषि ऋण माफ करने की मांग भी की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के एक सहायक अभियंता पर जन प्रतिनिधियों के साथ अच्छा व्यवहार न करने तथा भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए अभियंता का स्थानांतरण करने की मांग की।

जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी भी विभाग के मौखिक कहने पर कोई भी निर्माण कार्य न करें। डीएम ने कहा है कि जनपद में आपदा से हुई क्षति की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।

यह भी पढें : ब्रेकिंग: यहां ऑल्टो कार दुर्घटनाग्रस्त होकर नदी में गिरी (car crashed), दो गंभीर घायल

तहसील दिवस में पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य बलदेव असवाल ने कहा कि जिन ग्रामीणों की आपदा में कृषि भूमि बह गई है उनको भूमि मुहैया कराई जाए या उन्हें पट्टा आवंटित किया जाए। उन्होंने आपदा पीड़ित काश्तकार, बागवानों का कृषि ऋण माफ करने की मांग करते कहा कि यदि ऋण माफ नहीं किया जा सकता है तो इनको पांच वर्ष तक ब्याज मुक्त किया जाय।

सामाजिक कार्यकर्त्ता दिनेश चौहान ने कहा कि जो ग्रामीण आपदा से भूमिहीन हो गए है उनको बीपीएल की श्रेणी में रखा जाए। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों सहित नगर पंचायत में आवासीय भवनों के ऊपर से विद्युत लाइन जा रही है जिससे यहां कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद लाइन नहीं हटाई जा रही है।
जयेंद्र सिंह राणा और पृथ्वी राज कपूर ने चिन्हित उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों की ऑनलाइन पेंशन की मांग की है।

यह भी पढें :LPG Price : एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में हुई बड़ी कटौती, नई कीमतें आज से लागू

कंडिया गांव के वीरेन्द्र सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जो उनको पैसा देता है उनकी लाइन शीघ्र हटाई जाती है।
विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि विधायक निधि के माध्यम से पूर्व में उन्होंने क्षेत्र के कई स्थानों की विद्युत लाइन हटाई है। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को ऐसे स्थानों को चिन्हित कर इसका स्टीमेट बनाने को कहा है। विधायक ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों के आवासीय भवनों एवं विद्यालयों के आसपास चीड़ वृक्षों से खतरा बना हुआ है, उन्होंने वन विभाग को इन पेड़ों का छपान करने को कहा है।

सर बडियार क्षेत्र के धर्मवीर सिंह, अरविन्द सिंह जयाड़ा ने कहा कि आपदा से क्षेत्र के आठ गांव के सभी संपर्क मार्ग, अश्व मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए है। कई पुलिया आपदा की भेंट चढ़ गई है। कृषि भूमि को भी भारी नुकसान हुआ है।

सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य जयवीर सिंह रावत ने कहा कि बडियार क्षेत्र में आपदा से भारी तबाही हुई है लेकिन आयुर्वेदिक चिकित्सालय डिंगाड़ी में कोई भी स्वास्थ्य कर्मी नहीं है। उन्होंने क्षेत्र में मेडिकल सुविधा मुहैया कराने की मांग की है।

यह भी पढें : Samadh Expressway Accident पीएम मोदी के आने से पहले महाराष्ट्र में दर्दनाक हादसा, समृद्धि एक्सप्रेसवे पर गर्डर लॉन्चर गिरने से 17 लोगों की मौत, रेस्क्यू जारी

खलाड़ी पुजेली गांव निवासी लोकेश नौटियाल ने कहा कि आपदा से मालगाड़ की पुलिया बह जाने से यहां कई गांव का सम्पर्क मार्ग अवरूद्ध हो गया है। उन्होंने वहां शीघ्र पुलिया का निर्माण करने की मांग की है। बलदेव रावत ने कहा कि खलाड़ी के गोदी नामे तोक में भारी भूस्खलन होने से यहां कृषि भूमि को नुकसान हो रहा है।

नौगांव ब्लॉक के पूर्व ज्येष्ठ उप प्रमुख श्याम सिंह राणा ने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा उनके पूर्व में किए गए कार्यों का भुगतान नहीं किया जा रहा है।

नगर पंचायत नौगांव निवासी धर्मवीर सिंह परमार ने नगर में उनकी भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को हटाने की मांग की। जखोल गांव निवासी हाकम सिंह रावत ने कहा कि गोविंद पशु विहार के 42 गांव में आपदा से सभी संपर्क मार्ग, अश्वा मार्ग क्षतिग्रस्त हो रखे है।
सामाजिक कार्यकर्त्ता अमित नौडियाल ने सीएचसी के पास कमल नदी से हो रहे कटाव को रोकने हेतु वहां बाढ़ सुरक्षा कार्य कराने की मांग की।

यह भी पढें : पलायन (Migration) से बदल सकता है उत्तराखंड का राजनीतिक भूगोल

तहसील् दिवस पर लॉक प्रमुख रीता पंवार, जेष्ठ उप प्रमुख सरिता रावत, जिला पंचायत सदस्य सरोज रावत, मंडल अध्यक्ष जगमोहन पंवार, बलदेव रावत, बलदेव असवाल, नीवन गैरोला, श्याम सिंह राणा, राजपाल पंवार, बद्री प्रसाद नौटियाल, दिनेश खत्री, प्रेम सिंह नेगी, लोकेंद्र कंडियाल, लोकेश उनियाल, हाकम सिंह, ओम प्रकाश रावत, उमेंद्र आष्टा, एसडीएम देवानंद शर्मा, वीडीओ राजेंद्र प्रसाद जोशी सहित सभी विभागों के अधिकारी/कर्मचारी और फरियादी उपस्थित रहे।

Next Post

काम की खबर : इमरजेंसी में 112 नंबर डायल करने पर मिलेगा क्विक रिस्पोंस, जानिए कैसे करता है काम, देखें Video

काम की खबर : इमरजेंसी में 112 नंबर डायल करने पर मिलेगा क्विक रिस्पोंस, जानिए कैसे करता है काम, देखें Video रुद्रपुर/मुख्यधारा आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) आपात स्थिति में नागरिकों के लिए समस्त भारत के लिए एकल संख्या (112) […]
Screenshot 20230801 184221 Samsung Internet

यह भी पढ़े