देहरादून/मुख्यधारा
आखिरकार तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। इसके साथ ही यह साफ हो गया है कि अब प्रदेश को नए मुख्यमंत्री मिलने वाले हैं।
बीते 2 दिनों से दिल्ली में डेरा डाले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस दौरान कई केंद्रीय वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनकी दो बार मुलाकात हुई। इसके बाद आज शाम उन्होंने पत्र के माध्यम से श्री नड्डा के सामने सीएम पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी।
इसके बाद वह देहरादून के लिए रवाना हुए और फिर देहरादून पहुंच कर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने अपने अल्प कार्यकाल के दौरान की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों से मीडिया कर्मियों को रूबरू करवाया, किंतु जैसे ही मीडिया कर्मियों ने उन्हें इस्तीफे के संबंध में सवाल पूछे, वह प्रेस कॉन्फ्रेंस से निकल पड़े। जिसके बाद रात्रि करीब 11:00 बजे उन्होंने राज्यपाल बेबीरानी मौर्य को सीएम पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
इस दौरान उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल, गणेश जोशी आदि मौजूद थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि 151 ए धारा के कारण प्रदेश में संवैधानिक संकट के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह समेत अपने वरिष्ठ साथियों का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने मुझे इस पद के लायक समझा। उन्होंने यह भी माना कि सल्ट उपचुनाव के समय वे कोरोना से जूझ रहे थे, जिस कारण वह चुनाव नहीं लड़ पा कल अपराहन 3:00 बजे देहरादून में विधानमंडल दल की बैठक आयोजित होगी। जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र तोमर मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि इस अहम बैठक में नए मुखिया का चयन किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि नया मुख्यमंत्री का चयन विधायकों में से ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पर कल तस्वीर साफ हो जाएगी।
नए मुख्यमंत्रियों की दौड़ में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा है। इसके अलावा हरक सिंह रावत व धन सिंह रावत का नाम भी चल रहा है। हालांकि इसके अलावा सीएम पद के लिए किसी नए चेहरे के नाम पर भी मुहर लगती है तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।