देहरादून। फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ और मोबाइल फोन के द्वारा नकल करा पास कराने का ठेका लेने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस महानिदेशक अपराध और कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि पूछताछ में सामने आए गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी को तीन टीमें भी गठित कर दी गई हैं। वहीं, एसटीएफ को रुड़की और पौड़ी पुलिस को टेक्नीकल सपोर्ट के लिए निर्देशित किया गया है।
बताया गया कि फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में रुड़की और पौड़ी के दो कोचिंग संचालकों की मिलीभगत उजागर हुई है। अब तक की जांच में सामने आया है कि संचालकों ने कई अभ्यर्थियों से एक से दो लाख रुपये की वसूली की थी। वहीं, नकल के लिए संपर्क करने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी से पांच लाख रुपये में सौदा तय किया गया था।
पुलिस का मानना है कि रुड़की और पौड़ी में तो मामले पकड़ में आ गए, लेकिन संदेह है कि अन्य कई परीक्षा केंद्रों पर नकल गिरोह अपने मंसूबे में कामयाब हो गया हो। ऐसे में पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था ने एसटीएफ को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। हालांकि अभी एसटीएफ रुड़की और पौड़ी पुलिस को तकनीकी सहयोग मुहैया कराएगी। इस दौरान जांच में यदि ऐसा कुछ सामने आता है कि अन्य परीक्षा केंद्रों पर भी गड़बड़ी की गई तो जांच का दायरा बढ़ा दिया जाएगा।