मुख्यधारा न्यूज डेस्क
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का आज संदिग्ध परिस्थितियों में निधन हो गया। उनका शव प्रयागराज के बाघंबरी मठ में फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया।
सूचना पर मौके पर पहुंची उनके कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची, जहां उनका शव फंदे से लटक रहा था। बताया गया कि उनके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। जिसमें कई अहम सवाल छिपे हुए हैं। नरेंद्र गिरी के आकस्मिक निधन से संत समाज सहित प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्षमंहत नरेन्द्र गिरी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संदेश में कहा कि “अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष परम पूज्य महंत नरेंद्र गिरी जी महाराज के असामयिक निधन की सूचना से स्तब्ध हूं ।
परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें एवं उनके शिष्य एवं स्नेही जनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें।
आध्यात्मिक धर्मगुरु एवं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।
महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पूज्य महंत नरेंद्र गिरी महाराज के देवलोकगमन की दुःखद सूचना मिली।
उन्होने कहा कि सनातन धर्म के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूज्य स्वामी जी के समाज कल्याण के लिए दिये गये योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।
ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें वह उनके अनुयायियों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।