मुख्यधारा
7 दिनों से जारी महाराष्ट्र में सियासी संग्राम के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat singh koshyari) कोरोना से ठीक होने के बाद राजभवन लौट आए हैं। पिछले सोमवार को जब शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बगावत की थी उसी दिन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कोरोना पॉजिटिव हो गए थे।
रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat singh koshyari) कोरोना से ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं। बता दें कि इस समय महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट गहराया हुआ है। ऐसे में राज्यपाल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिस तरह से शिवसेना में दो फाड़ हुए हैं, उस वजह से राजनीतिक उठापटक देखने को मिल रही है।
वहीं अगर शिवसेना के बागियों के बीजेपी सरकार बनाने का प्रयास करती है तो राज्यपाल की भूमिका अहम होगी, क्योंकि सरकार बनाने या भंग करने का दावा राज्यपाल के पास किया जाता है।
बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat singh koshyari) उत्तराखंड के मूल निवासी हैं। वे मुख्यमंत्री भी रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में जारी सियासी जंग का मामला आज सुप्रीम कोर्ट में है । दूसरी तरफ महाराष्ट्र में सड़कों पर भी शिवसैनिकों और शिंदे समर्थकों की जंग देखने को मिल रही है। ठाणे में आज बड़ी संख्या में शिंदे समर्थक सड़क पर उतरे और शिवसेना से बागी हुए नेताओं में समर्थन में प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम को लेकर मीटिंग्स का दौर भी जारी है। दोपहर में एकनाथ शिंदे बागी विधायकों संग बैठक करेंगे।
वहीं बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस आज फिर दिल्ली जाकर अमित शाह से मिलेंगे। बागी विधायकों पर विधानसभा की सदस्यता छिनने की तलवार लटकी है। डिप्टी स्पीकर के नोटिस का इनको शाम 5.30 बजे तक जवाब देना है।
बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat singh koshyari) के बीच पिछले काफी समय से तनातनी चली आ रही है। अब महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट पर राज्यपाल के फैसले और रिपोर्ट पर देश की निगाहें लगी हुई है।