मुख्यधारा
केंद्र सरकार ने एक बार फिर से भ्रामक खबरें, झूठी और दुष्प्रचार (False and Misleading news) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। केंद्र सरकार का किया गया यह एक्शन उन लोगों के लिए भी चेतावनी है जो लोग सोशल मीडिया पर यूट्यूब पर झूठी और फेक न्यूज चलाते हैं।
पिछले कुछ समय से मोदी सरकार ने यूट्यूब, न्यूज पोर्टल, फेसबुक, व्हाट्सएप, समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी खबरें (False and Misleading news) चला रहे हैं, उन लोगों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया हुआ है। अभी कुछ महीने पहले ही केंद्र सरकार ने 22 यूट्यूब चैनल्स को ब्लॉक कर दिया था। जिसमें चार पाकिस्तान के बेस्ड यूट्यूब चैनल भी थे।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बताया है कि इन चैनलों को ब्लॉक करने के लिए आईटी नियम, 2021 का इस्तेमाल किया गया है। ब्लॉक किए गए यूट्यूब चैनलों की कुल व्यूवरशिप 260 करोड़ से अधिक थी।
ये चैनल भारत के विदेशी संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सोशल मीडिया पर झूठी खबरों (False and Misleading news) को प्रसारित कर रहे थे।
इसके अलावा, राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी झूठी खबरें फैलाई जा रही थीं। आज एक बार फिर से केंद्र ने 78 यूट्यूब चैनल को ब्लॉक करने के आदेश जारी कर दिए हैं। ये सभी नेटवर्क झूठी खबरें फैलाकर भारतीयों को गुमराह करने के मकसद से चलाए जा रहे थे। इनके अलावा 3 ट्विटर अकाउंट, एक फेसबुक अकाउंट और एक न्यूज वेबसाइट को भी (False and Misleading news) ब्लॉक किया गया था।
मंत्रालय ने कहा था कि ये चैनल भारत की सिक्योरिटी, पब्लिक ऑर्डर और फॉरेन रिलेशन के बारे में दुष्प्रचार कर रहे थे।
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