मुख्यधारा
उत्तराखंड के दो महिला कर्मचारी आज सोशल मीडिया पर खासे ट्रेंड हो रहे हैं। इनमें से एक कर्मचारी की ड्यूटी में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदेशभर में वाहवाही हो रही है, तो वहीं दूसरी कर्मचारी को ड्यूटी से कामचोरी के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। यानि कि एक कर्मचारी हीरो बन गई हैं तो दूसरी जीरो।
आइए आपको भी रूबरू करवाते हैं इन दोनों महिला कर्मियों के लिए बारे में :-
हरिद्वार की बबली रानी (Babli rani)
हरिद्वार में तैनात बबली रानी (Babli rani) बेहतरीन कार्य के लिए अपने नाम के मुताबिक आज मीडिया की सुर्खियां बटोर रही हैं। दरअसल आज हरिद्वार में तैनात होमगार्ड की महिला सिपाही 2214 यातयात ड्यूटी में वीआईपी घाट पर तैनात थी। इस दौरान बबली रानी (Babli rani) ने देखा कि कुछ चोर भाग रहे हैं। इस पर उन्होंने चोरों के पीछे तेजी से दौड़ते हुए पुल से छलांग लगा दी। उनके इस प्रयास में सात मोबाइल चोरों में से एक को दबोचने में सफलता मिल गई। जिसे होमगार्ड बबली रानी ने रोड़ी बेलवाला पुलिस के हवाले कर दिया।
होमगार्ड बबली रानी के अपने कार्य के प्रति इस उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए कमांडेंट जनरल, होमगार्ड केवल खुराना (आईपीएस) ने उन्हें बहादुरी के लिए कमांडेंट जनरल होमगार्ड डिस्क (CG HG DISC) एवं प्रशंसा पत्र से सम्मानित किए जाने की घोषणा की है। उक्त डिस्क एवं प्रशंसा प्रमाण पत्र होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस 6 दिसंबर 2022 को प्रदान किया जाएगा।
कामचोरी के लिए शिक्षिका सस्पेंड
पौड़ी जनपद के थलीसैंण ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बग्वाड़ी की सहायक अध्यापक शीतल रावत द्वारा अपनी ड्यूटी के प्रति कामचोरी करने का मामला सामने आया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी गढ़वाल के औचक निरीक्षण में पाया गया कि सहायक अध्यापक शीतल रावत ने एक अन्य महिला मधु रावत को स्वयं के खर्च पर स्कूल में पठन-पाठन के कार्य के लिए रखा गया है। उसे शीतल रावत प्रतिमाह 2500 रुपए का भुगतान करती है।
यह भी पाया गया कि वह स्वयं स्कूल में अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहते हुए उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर करती है। इस तरह की कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लघंन करने के कारण स.अ. शीतल रावत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन्हें उप शिक्षा अधिकारी (प्रा.शि.) विकासखंड थलीसैंण कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
उपरोक्त दो सरकारी कर्मचारियों की कार्यशैली के अनुसार उन्हें पुरस्कार और दंड दिया गया है।
बहरहाल, उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश के कर्मचारी उपरोक्त दोनों उदाहरणों को पढकर जरूर सबक लेंगे और सरकारी शिक्षिका शीतल रावत की कार्यशैली को न अपनाकर उत्तराखंड की होमगार्ड बबली रानी के बेहतरीन कार्य से प्रेरणा पाकर अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने को जरूर प्रेरित होंगे!