चोपड़ा में भागवत कथा (Bhagwat katha) से पहले कलश यात्रा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, 16 से 22 नवम्बर तक होगी कथा
कल्जीखाल/मुख्यधारा
Bhagwat katha – ढोल की थाप दमाऊं मशक की मधुर ध्वनि से मनियारस्यूं कल्जीखाल की घाटी गूंज उठी, जहां 108 महिला पीत वस्त्र में पहाड़ी भेषभूषा में सिर पर कलश लिए बांकेश्वर महादेव मंदिर से चोपड़ा कथा स्थल पर पहुंच कर विद्वान ब्राह्मणों ने वेदमंत्र उच्चारण कर लड्डू गोपाल जी का स्नान अभिषेक मुख्य यजमान प्रमुख द्वारीखाल महेन्द्र सिंह राणा एवं ब्लॉक प्रमुख कल्जीखाल बीना राणा के द्वारा किया गया।
इस मौके पर प्रसिद्ध कथा व्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं ने अपने आर्शीवचन में कहा कि कलश यात्रा मंगल सूचक है ही, लेकिन अपने स्थानीय देवताओं को निमंत्रण देना आह्वान करना पीत वस्त्र सिर पर कलश का मतलब भगवान कृष्ण हर समय पीताम्बर ओढकर रखते हैं। अर्थात जो वस्त्र सिला नहीं होता, वहीं राधा है, राधा का उल्टा करेंगे तो धारा होता है। जलधारा को राधारमण मानकर लड्डूगोपाल से मिलन का एक अर्थ बनता है।
ब्लॉक प्रमुख महेन्द्र राणा एवं प्रमुख बीना राणा ने सबका स्वागत किया। महेन्द्र राणा जी ने अपने उदबोधन में कहा कि भीड़ अधिक होने के कारण कलश यात्रा भण्डारा पहले दिन का आज ही रखा गया। यह कथा 16 नवम्बर से 22 नवम्बर तक चलेगी। सब कथाप्रेमी अपने इष्टमित्र गणों के साथ नित्य 12 बजे से 4 बजे सायं तक कथा श्रवण करते हुए पुण्य प्राप्त करें।
इस दौरान विशेष से कलश यात्रा में मातवर सिंह राणा, महेंद्र सिंह राणा (ब्लॉक प्रमुख द्वारीखाल/प्रमुख संगठन अध्यक्ष उत्तराखंड), मुकेश सिंह राणा, मंजू राणा, बीना राणा (ब्लॉक प्रमुख कल्जीखाल), सरिता राणा, प्रेम प्रकाश कुकरेती, आचार्य सुदर्शन जुयाल, आचार्य विश्व दिपक गौड़, आचार्य हिमांशु मैठानी, आचार्य अंकित केमनी, आचार्य शिवू बडोनी, आचार्य संजीव जुयाल, सौरव डोबरियाल शैलेन्द्र नौडियाल जयकृत थपलियाल दिगम्बर सिंह जी उपस्थित थे।
इस अवसर पर कनिष्ठ प्रमुख अर्जुन पटवाल, पूर्व जेष्ठ प्रमुख महेंद्र सिंह मवाना, प्रधान संगठन अध्यक्ष रमेश चंद, क्षेत्र पंचायत लक्ष्मण डुकलान, क्षेत्र पंचायत सदस्य दियूसा महेश चंद, प्रधान पांचाली संतोषी देवी, बिपिन रावत, विजय नैथानी, अशोक रावत, संतोष रावत क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश नैथानी, जसवीर सिंह रावत, राकेश असवाल आदि मौजूद थे।