Bhagavat Katha: विकासखण्ड कल्जीखाल के ग्राम चोपड़ा में भागवत कथा के दूसरे दिन उमड़ी श्रोताओं की भीड़
कल्जीखाल/मुख्यधारा
Bhagavat Katha: विकासखण्ड कल्जीखाल के ग्राम चोपड़ा में द्वारीखाल के ब्लाॅक प्रमुख महेन्द्र सिंह राणा द्वारा अपने पूर्वजों की पुण्य स्मृति में आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिन बड़ी संख्या में श्रोताओं ने कथा का आनन्द लिया।
कथा व्यास आचार्य शिवप्रसाद ममगाई ने श्रोताओं को बताया कि माता-पिता व गुरू प्रत्यक्ष देवता हैं। उनका नित्य प्रति स्मरण कर आदर करना चाहिए। भगवान श्रीराम ने माता-पिता के कहने पर अपने राजपाट का त्याग कर वन को गमन किया।
कथा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कहा कि धर्म हमें जोड़ना सिखाता है। हमें इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों से समाज को एकजुट करते रहना चाहिए।
गढ़वाल सांसद एवं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति को बचाने के लिए इस प्रकार के आयोजन करने चाहिए। आज हमारी युवा पीढी धर्म से भटक रही है। उन्हें सदमार्ग पर लाना चाहिए।
सिद्धबली के महन्त विधायक लैंसडाउन दिलीप रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे धार्मिक प्रदेश में धार्मिक कार्यक्रम होने चाहिए। इससे हमारे समाज को नई दिशा मिलेगी।
पूर्व विधायक टिहरी जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि हमारा समाज आज अत्याधुनिक दुनिया की चकाचौंध में अपने धार्मिक कार्याें के मूल्य को भूल रहा है। उनको सदमार्ग इस प्रकार के आयोजनों से ही मिलेगा।
इस अवसर पर विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी, भाजपा जिला अध्यक्ष पौड़ी सुषमा रावत, मातवर सिंह रावत अध्यक्ष राजकीय सहकारी संघ उत्तराखण्ड, विजय रौथान पूर्व जिला पंचायत सदस्य, एकेश्वर ब्लाॅक प्रमुख नीरज पांथरी, जिला पंचायत सदस्य कुलभूषण, ज्येष्ठ उपप्रमुख नीलम नैथानी, प्रधान संगठन अध्यक्ष अर्जुन सिंह नेगी, प्रधान संगठन अध्यक्ष कल्जीखाल रमेशचन्द्र शाह, ग्राम प्रधान किनसुर दीपचन्द शाह, क्षेत्र पंचायत सदस्य, प्रधानगण, महिला मंगल दलों के सदस्य, स्थानीय श्रोताओं ने कथा का अमृतपान कर पुण्य अर्जित किया।