नशे के विरुद्ध सामाजिक चेतना का आगाज लिखेगा सुखद अंजाम!
नीरज उत्तराखंडी/पुरोला
नशा युवाओं का भविष्य दीमक की तरह खोखला कर उन्हें जीवन लक्ष्यों की दिशा से भटका कर उनकी दशा खराब कर गर्त में डूबो रहा है।
ऐसे दौर में समाज के जागरूक जनों का फर्ज बनता है कि नशे के विरुद्ध सामाजिक चेतना की अलख जगा कर युवाओं को नशे के गर्त में जाने से बचने के लिए एक मुहिम शुरू हो, जिसका आगाज जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर से पंचायतों की बैठकों के क्रमिक दौर से आगाज हो चुका है।
युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए जौनसार बावर जाग रहा है। और गाँवों में बैठकें कर समाज हित में कठोर निर्णय लिए जाने लगे हैं। नशे में अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों के प्रति गाँव व समाज की कोई सामाजिक सहानुभूति व कानूनी आर्थिक सहयोग न करने जैसे कठोर निर्णय लिए जाने लगे है।
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लोक व संस्कृति को बचाने की यह पहल अनुकरणीय है। सामाजिक जागरूकता का यह सिलसिला यदि अनवरत जारी रहता है तो नशा व अपराध के विरुद्ध यह अभियान निःसंदेह सुखद अंजाम की अनुभूति करायेगा। और जौनसार बावर नशा मुक्त क्षेत्र बनकर एक प्रेरणा की इबारत लिखेगा ।
विगत माह 9 जनवरी को जनजाति क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता, खतों एवं गाँवों के स्याणों, सदर स्याणों एवं प्रबुद्ध नागरिकों ने कालसी के राम लीला मैदान में जौनसार-बावर की 39 खतों/ पट्टियों की महापंचायत कर विचार मंथन कर जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र को नशामुक्त करने सहित 16 संकल्प प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया । जिसमें गाँवों की सीमा के अंदर रेहड़ी फेरी करने वाले पर प्रतिबंध लगाने, बहारी लोगों का सत्यापन करने,अवैध नशे के व्यवसायियों को चिन्हित करने, महिलाओं को जागरूक करने, ब्च्चों की गतिविधियों पर नजर रखने जैसे संकल्प लिए गये।
महापंचायत की अध्यक्षता महासू मंदिर थैना के बजीर बलदेव सिंह तोमर ने की। इसमें विधायक मुना सिंह पूर्व पंचायत अध्यक्ष चमन सिंह राज्य एसटी आयोग के पूर्वअध्यक्ष मूरतराम शर्मा, काली मंदिर समिति के प्रतिनिधि, विभिन्न सामाजिक संगठन, युथ महिला मंगल दल सहित प्रशासन एवं पुलिस के आला अधिकारियों ने प्रतिभाग कर समाज को दूषित कर रहे नशे की समस्या पर चर्चा की।
कालसी राम लीला मैदान में नशे के विरुद्ध महापंचायत के आगाज का अंजाम यह हुआ कि क्षेत्र के बुरास्वा गाँव में ग्रामीणों ने बैठक कर गाँव में शराब व अन्य नशे के सेवन पर प्रतिबंध लगाते हुए बेचने व पीते हुए पाये जाने पर 51 व 25 हजार के अर्थ दंड सहित अपराध में शामिल होने पर सामाजिक वहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
वही काडोई भरम में भी 7 गाँवों के ग्रामीणों ने बैठक कर नशे पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिए गाँव में नशा पान करते व बेचते हुए पकड़े जाने पर 11हजार रूपये आर्थिक लगाए जाने का निर्णय लिया गया। वहीं चिल्हाड़ गाँव में ग्रामीणों ने एक पंचायत बुलाकर नशा व जुआ खेलने पर पाबंदी लगाने का निर्णय लिया गया। फैसले का उल्लंघन करने वाले पर आर्थिक दंड का निर्णय लिया गया। जिसमें गाँव की सीमा के अंदर फेरी वालों से सामान खरीद करने नशा करने पर 21हजार रूपये तथा जुआ खेलते हुए पकड़े जाने पर 11 हजार रूपये आर्थिक दंड लगाये जाने का निर्णय लिया गया।
कोटी कनासर व त्यूना मंगटाड़ ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों ने बैठक नशे के विरुद्ध अभियान का बिगुल फूँक दिया। बैठक में पंचायत क्षेत्र अंतर्गत नशा पीते पीलाते या जुआ खेलते हुए पकड़े जाने पर 21हजार रूपये आर्थिक दंड लिया जायेगा।
निःसंदेह यदि इन निर्णयों पर प्रभावी अमल होता है तो नशे के विरुद्ध इस अभियान का आगाज सुखद अंजाम लिखेगा ।