- गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति द्वारा नई दिल्ली में आयोजित अयोध्या पर्व कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने किया प्रतिभाग
- अयोध्या में दिव्य भव्य राम मंदिर (ram mandir) निर्माण देश के लिए एक शुभ संकेत : मुख्यमंत्री
- चार धाम यात्रा हेतु मुख्यमंत्री ने किया सभी को आमंत्रित
नई दिल्ली/देहरादून
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को नई दिल्ली में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति द्वारा आयोजित अयोध्या पर्व-2022 कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। अयोध्या पर्व के चौथे आयोजन के उद्घाटन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन बहुत ही विशेष है आज हनुमान जन्मोत्सव है तथा पूर्णिमा भी है, इस कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए गर्व की बात है, क्योंकि यहां पहुंच कर वह अपने को अयोध्या की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक परंपरा से जुड़ा हुआ महसूस कर रहे हैं। यहां आना तभी सम्भव है, जब भगवान राम (ram mandir) की व्यक्ति पर कृपा हो।
उन्होंने कहा कि अयोध्या पर्व के इस सांस्कृतिक व आध्यात्मिक मंच पर विराजमान पूज्य संत-धर्माचार्य, मनीषी, विद्वत समाज से जुड़े महानुभावों तथा कार्यक्रम में उपस्थित राम और राम की संस्कृति के साधकों और आराधकों का भी वह अभिवादन करते हैं, जिन्होंने जन-जन के मन में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और राम (ram mandir) की संस्कृति की धारा को और तेज करने की कोशिश जारी रखी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार जब वह अयोध्या गये थे तो श्रीराम लला (ram mandir) को टेंट में देखकर अत्यन्त दुखी हो गये थे, पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जब मंदिर का कार्य प्रारम्भ हुआ और उसके बाद श्रीराम लला के दर्शन का सौभाग्य उन्हें जब विगत वर्ष में मिला तो उस दृश्य को देखकर वह अत्यन्त भावविभोर हो गये थे।
उन्होंने कहा कि भारतीय अध्यात्म में कहा जाता है कि श्रीराम(ram mandir) कण-कण में विराजते हैं, कुछ ऐसी ही अनुभूति आज इस गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति परिसर में हो रही है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एवं उनके विचारों को अपनाकर प्रत्येक मनुष्य किसी भी प्रकार की सफलता को छू सकता है। भगवान राम(ram mandir) की कृपा ही है, जो जुलाई 2021 में उन्हें मुख्य सेवक के तौर पर कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। श्री राम के आशीर्वाद से प्रदेश की जनता ने जनादेश तथा आशीर्वाद देकर प्रदेश में इतिहास बनाया तथा 5 साल में सरकार बदले जाने का मिथक भी तोडा। यह मिथक उत्तराखण्ड ही नहीं उ0प्र0 जैसे विशाल राज्य में भी बदला है।
उन्होंने कहा कि मुख्य सेवक बनने के बाद हमारी सरकार जनता का विश्वास जीतने में कायम रही। 2013 में आई आपदा से केदारनाथ मंदिर का प्रांगण पूरी तरह तबाह हो गया था, परंतु आज केदारनाथ मंदिर का भव्य निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरी रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा 5 नवंबर 2021 को नरेंद्र मोदी द्वारा केदारनाथ में विकास कार्य हेतु 400 करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। इस वर्ष की चार धाम यात्रा कई मायनों में विशेष है, इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिनके स्वागत के लिए उत्तराखंड पूर्ण रूप से तैयार है और इस मंच से मैं आप सभी को इस यात्रा हेतु आमंत्रित करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा को और अधिक सुगम बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। ऑल वेदर रोड के साथ ही अन्य मुख्य मार्गों के चौड़ीकरण एवं सौंदर्यकरण के कार्य किये गए हैं, जिससे यात्रियों को यात्रा के दौरान कोई परेशानी न हो। दिल्ली से देहरादून के बीच हो रहे एलिवेटेड रोड निर्माण से इन दो शहरों की दूरी घटकर महज 2 घंटे रह जाएगी। हमारी सरकार में सड़कों के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अयोध्या एक नगर भर नहीं है। यह समस्त विश्व को आच्छादित करती है। संस्कृति और संस्कार के जरिए इसे विश्व के हर कोने तक महसूस किया जाता है। यहां से निकली अध्यात्म की धारा संपूर्ण मानव जाति के परम कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है।
इस अवसर पर पूज्य महंत कमलनयन दास, महामंत्री श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट चम्पत राय, इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय, वरिष्ठ पत्रकार जवाहर लाल कौल, सांसद अयोध्या लल्लू सिंह, राज्य मंत्री उ0प्र0 सतीश शर्मा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।