देहरादून/मुख्यधारा
लगता है उत्तराखंड कांग्रेस पर किसी की नजर लग गई। तभी तो किसी भी मोर्चे से पहले ही कांग्रेस पर किसी न किसी रूप में झटका लग जाता है। ताजा मामला कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। इससे चंपावत उपचुनाव से पूर्व कांग्रेस के माथे पर बल पड़ गया है।
यहां बात की जा रही है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जोत सिंह बिष्ट (jot singh bisht) की। उन्होंने सोशल मीडिया में जानकारी देते हुए बताया है कि उन्होंने चार दशक तक कांग्रेस की सेवा की, किंतु विगत काफी समय से पार्टी में चल रहे अंतर्कलह, अनुशासनहीनता, निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी और एकतरफा फैसलों के कारण कांग्रेस का भविष्य अनिश्चितता की ओर जा रहा है। अब उन्हें दूर-दूर तक पार्टी में सुधार की गुंजाइश नहीं दिख रही है, ऐसे में किसी को दोष देने की बजाय वे स्वयं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी त्यागपत्र दे रहे हैं।
इस घोषणा से पहले जोत सिंह बिष्ट (jot singh bisht) ने केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर देवों के देव भगवान महादेव के चरणों में प्रणाम करते हुए समस्त मानव जाति के कल्याण की प्रार्थना की और बाबा से आशीर्वाद की कामना की।
बताते चलें कि जोत सिंह बिष्ट (jot singh bisht) धनोल्टी से विधानसभा चुनाव लड़े थे, हालांकि उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था।
उधर प्रदेश कांग्रेस चंपावत उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर माथापच्ची कर रही है, किंतु अभी किसी का नाम घोषित नहीं किया जा सका। उपचुनाव से ऐन पूर्व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का इस्तीफा प्रकरण पाटी्र्र के लिए शुभ संकेत के रूप में नहीं देखा जा रहा है। चंपावत सीट पर मतदान 31 मई को होना है, जबकि 3 जून को परिणाम घोषित किया जाएगा।