उत्तराखंड स्थापना दिवस पर हाईप्रोफाइल डकैती (High Profile Robbery) से हुई दून पुलिस की फजीहत, 9 दिन बाद भी नहीं हुआ खुलासा, एसएसपी बेचैन, दबिश में लगी पुलिस
(9 नवंबर को पूरा राज्य अपना स्थापना दिवस धूमधाम से मना रहा था उसी दिन राजधानी देहरादून की लाइफ लाइन कही जाने वाली राजपुर रोड पर दिनदहाड़े बदमाश ज्वेलर्स के यहां डकैती डाल रहे थे। सबसे बड़ी बात यह है की घटना स्थल से सुबह के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करीब 5 किलोमीटर ही दूर थे। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। दिनदहाड़े बदमाश करोड़ों की लूट करके फरार हो गए। घटना के 9 दिन बाद भी अभी तक पुलिस इस बड़ी लूट का खुलासा नहीं कर सकी है। हालांकि पुलिस का दावा है कि बिहार से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है और जल्द खुलासा किया जाएगा।)
देहरादून/मुख्यधारा
इस बार उत्तराखंड के स्थापना दिवस के मौके पर राजधानी देहरादून में हुई डकैती की घटना ने धामी सरकार की किरकिरी करा दी। जिस दिन पूरा राज्य अपना स्थापना दिवस धूमधाम से मना रहा था उसी दिन राजधानी देहरादून की लाइफ लाइन कही जाने वाली राजपुर रोड पर दिनदहाड़े बदमाश ज्वेलर्स के यहां डकैती डाल रहे थे।
सबसे बड़ी बात यह है कि घटना स्थल से सुबह के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करीब 5 किलोमीटर ही दूर थे। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। दिनदहाड़े बदमाश करोड़ों की लूट करके फरार हो गए। घटना के 9 दिन बाद भी अभी तक पुलिस इस बड़ी लूट का खुलासा नहीं कर सकी है। हालांकि पुलिस का दावा है कि बिहार से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। देहरादून के एसएसपी कई राज्यों में बदमाशों को पकड़ने के लिए दबिश दे रहे हैं।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि घटना को चैलेंज के रूप में दून पुलिस ने स्वीकार किया है। उन्होंने साफ कहा कि जल्द ही बदमाशों को पकड़ लिया जाएगा। देहरादून पुलिस और पटना एसटीएफ ने आरोपी को बिहार के वैशाली जिले के सराय थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। साथ ही उसके दोस्त को बिदुपुर से पकड़ा गया है।
दून पुलिस के मुताबिक, बुधवार को पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक अमृत ने लूट में शामिल बदमाशों को फंडिंग की थी, जबकि गिरफ्तार दूसरे आरोपी विशाल कुमार ने बदमाशों को कपडे़, वाहन, टोपी, मोबाइल, वर्चुअल फोन उपलब्ध कराए थे। गिरफ्तार अमृत का कनेक्शन अंबाला में गिरफ्तार आरोपी रोहित जो पश्चिम बंगाल में लूट की घटना में शामिल था उसके साथ मिला था। अन्य आरोपियों सहित कई संदिग्ध दून पुलिस के रडार पर हैं। बिहार में दून पुलिस की पूछताछ जारी है। अलग-अलग टीमों की मध्य प्रदेश और बिहार में ताबड़तोड़ दबिश भी जारी है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया है कि देहरादून में रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट मामले में दून पुलिस द्वारा घटना में शामिल आरोपियों को फंडिंग करने और घटना के षड्यंत्र में शामिल दो आरोपी अमृत कुमार और विशाल कुमार को बिहार से गिरफ्तार किया गया था। दोनों आरोपियों को बिहार में हाजीपुर कोर्ट में पेश कर पुलिस द्वारा उनका ट्रांजिट रिमांड लिया गया है। दून पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाया जा रहा है। जहां उनकी पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर उनसे घटना के संबंध में पूछताछ की जाएगी। पुलिस को इस डकैती से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। कटनी, लातूर और सांगली में भी हुई इसी प्रकार की घटनाओं की जानकारी के लिए गई टीमों द्वारा घटनाओं की जानकारी में पाया कि सुबोध गिरोह गैंग बेहद शातिराना तरीके से घटनाओं का अंजाम दिया जाता था।
गिरोह के सदस्य घटना में वर्चुअल फोन और पोर्टेबल सिग्नल जैमर का इस्तेमाल करते हैं। जैमर के कारण घटना स्थल के आसपास फोन काम नहीं करते हैं। जबकि वर्चुअल फोन के माध्यम से गैंग के सदस्यों का लोकेशन ट्रेस कर पाना मुश्किल हो जाता है। कटनी (मध्य प्रदेश) और सांगली (पश्चिम बंगाल) की घटनाओं में भी आरोपियों द्वारा पोर्टेबल सिग्नल जैमर का इस्तेमाल किया जाना सामने में आया है।
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बिहार के वैशाली में दून पुलिस को आरोपियों के ऑपरेशन सीक्रेट हाइडआउट के बारे में जानकारी मिली थी। देहरादून में हुई डकैती की घटना के शामिल डकैतों द्वारा भी यहीं से कंट्रोल किया जा रहा था। डकैती की घटना को अंजाम देने से पहले डकैत एक स्थान पर इकट्ठा होते थे। वहीं से अपने टास्क के लिए रवाना होते थे।
रिलायंस ज्वैलर्स के यहां बदमाशों ने 14 करोड़ की डकैती डालकर पुलिस को दी चुनौती
बता दें कि उत्तराखंड के स्थापना दिवस 9 नवंबर को राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। राजपुर रोड पर ठीक सेंट जोसेफ स्कूल के सामने रिलायंस ज्वेल्स नाम से शोरूम है। दीपावली से पहले आ रहे धनतेरस पर होने वाली भारी खरीदारी की मांग को देखते हुए रिलायंस ज्वेलर्स के शोरूम में सोने और चांदी का माल भरा हुआ था।
आरोपियों ने घटना प्रयोग की गई दो मोटरसाइकिल और एक कार को सेलाकुई में छोड़ दिया था। सबसे बड़ी बात यह है कि उसी दिन उत्तराखंड का स्थापना दिवस भी मनाया जा रहा था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देहरादून के पुलिस लाइन में आयोजित स्थापना समारोह मौजूद थी। इसके साथ राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत तमाम प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे। राज्य स्थापना दिवस और राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट और चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा था। चार बदमाश शोरूम के अंदर घुसे और एक बाहर खड़ा हो गया।
बदमाशों ने शोरूम में गार्ड समेत 11 कर्मचारियों और चार ग्राहकों को पिस्तौल के बल पर बंधक बनाया और 14 करोड़ से ज्यादा के हीरे, सोने, चांदी के जेवरात लूट लिए। बेखौफ बदमाशों ने वहां से 25 मिनट तक लूटपाट की फिर भरे बाजार दो बाइक से भाग गए। पुलिस ने जब तक नाकेबंदी की, तब तक बदमाश पुलिस की पहुंच से बहुत दूर निकल गए।
इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इस हाई प्रोफाइल डकैती से राज्य पुलिस में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया था। जांच के दौरान पटना जेल में बंद बदमाश सुबोध से तार जुड़े मिले। आरोप है कि देहरादून की तरह 5 अन्य राज्यों में भी डकैती हुई है। इन डकैतियों का सरगना सुबोध हो सकता है। इस घटना का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।