निकायों की तरह, पंचायतों में भी कमल का खिलना तय : भट्ट
- डबल इंजन सरकार के कार्य, पंचायतों में विकास का तीसरा इंजन लगने की गारंटी: भट्ट
- कांग्रेस के नकारात्मक बयान, पंचायतों में उनकी हार का स्पष्ट संकेत
देहरादून/मुख्यधारा
भाजपा ने पंचायत चुनाव तारीखों के ऐलान का स्वागत करते हुए, इसमें विधानसभा, लोकसभा, निकायों की तरह प्रचंड जीत का दावा किया है।
प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा, डबल इंजन सरकार के ऐतिहासिक कार्य, गांवों में विकास का तीसरा इंजन लगने की गारंटी बनेगी। वहीं कांग्रेस नेताओं के नकारात्मक बयानों को चुनावों में उनकी हार का संकेत बताया है।
मीडिया को दी प्रतिक्रिया में उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने तय संवैधानिक प्रक्रिया अनुशार सरकार द्वारा आरक्षण निर्धारण की प्रशंसा करते हुए, सभी पंचायत मतदाताओं को भी इस लोकतांत्रिक पर्व के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
कहा, ग्रामीण क्षेत्रों में इस लोकतान्त्रिक प्रक्रिया से लोग, अपनी स्थानीय सरकार चुनेंगे और अपने आसपास विकास की रफ्तार को गति प्रदान करेंगे।
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उन्होंने प्रचंड जीत का दावा करते हुए कहा, विकास और जनकल्याणकारी कार्यों के आशीर्वाद स्वरूप जनता ने हमे विधानसभा में लगातार दूसरी बार जिताया, लोकसभा में प्रदेश की पांचों सीट हम बड़े अंतर से जीते, निकाय चुनावों में भी एकतरफा परिणाम हमारे पक्ष में आए।
हरिद्वार के त्रिस्तरीय चुनावों में सभी ब्लॉक और पंचायत अध्यक्ष सीट जीतकर हमने इतिहास बनाया है और इसी रिकॉर्ड को हम राज्य के अन्य 12 जिलों की पंचायतों में भी कायम रखने वाले हैं। केंद्र और राज्य सरकार की हमारी उपलब्धियां, अधिकांश सदस्य पदों पर जीत के साथ सभी जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर कमल खिलने का आधार बनेंगी।
इन चुनावों में पार्टी का लक्ष्य है कि लगभग सभी प्रधान और बीडीसी सीटों पर पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को लड़ाया और जिताया जाए। उन्होंने दावा किया कि जिस तरह का माहौल जनता के मध्य है उससे प्रदेश के अधिकांश क्षेत्र पंचायत प्रमुखों का भाजपा से बनना निश्चित है।
वहीं उन्होंने कांग्रेस नेताओं के बयानों को चुनाव से पहली ही उनकी हार का संकेत बताया है। साथ ही पलटवार किया कि नकारात्मक बयानबाजी, झूठ और भ्रम फैलाना कांग्रेस पार्टी की रणनीति का हिस्सा बन गया है।
पहले वे चुनाव नहीं कराने का आरोप लगाते रहे और अब भी चुनावी प्रक्रिया को लेकर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। बेहतर होता कि वह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनने की तैयारी करते, लेकिन लगता है उन्हें जनता का मूड पता चल गया है। उन्हें अहसास हो गया कि ग्रामीण वोटर, पंचायतों में भी कमल खिलाकर, विकास का तीसरा इंजन लगाने जा रही है। यही वजह है कि उनके नेता अभी से हार के कारण तलाशने में जुट गए हैं।
उन्होंने दावा किया कि सरकार के काम और कार्यकर्ताओं की सक्रियता पंचायत चुनाव में हमारी जीत का आधार बनेगा।