देहरादून। पुलिस ने कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के आवास के बाहर बिना अनुमति के प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड संवैधनिक अधिकार संरक्षण मंच द्वारा धरना स्थल परेड ग्राउंड से दौलत कुंवर तथा सुरेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में 25-30 लोगों द्वारा मंत्री यशपाल आर्य के यमुना कालोनी स्थित आवास तक रैली निकाली गई। इस दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा जब उनसे रैली निकालने की अनुमति मांगी गई तो वह अनुमति पत्र दिखाने में असमर्थ रहे तथा रैली के रूप में मंत्री के आवास यमुना कॉलोनी तक गए।
पूर्व से ही पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा बिना किसी अनुमति के रैली निकालने तथा अराजकता की स्थिति उत्पन्न करते हुए आम जनमानस को कठिनाइयों का सामना करने पर विवश करने वाली व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के निर्देश निर्गत किए गए थे, जिनके अनुपालन में दौलत कुंवर, सुरेन्द्र सिंह रावत व 25-30 अन्य लोगों के विरुद्ध उ.नि. दीपक रावत, चौकी प्रभारी करणपुर की तहरीर के आधार पर बिना अनुमति रैली निकालने, सार्वजनिक मार्ग को बाधित करने तथा सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाली संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
बताते चलें कि उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के बैनर तले एससीएसटी और ओबीसी से जुड़े लोग मंत्री के आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे थे।
प्रदर्शनकारी छात्रावृत्ति घोटाले की जांच सीबीआई से कराए जाने, ई-रिक्शा संचालन शीघ्र किए जाने, रोस्टर प्रणाली को यथावत जारी रखने, भूमिहीनों को जमीन दिलाए जाने सहित कई मांगों को लेकर वहां गए थे। फोन पर हुई वार्ता के अनुसार मंत्री यशपाल आर्य ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को कैबिनेट की आगामी 22 फरवरी को होने वाली बैठक में रखा जाएगा।