उपजिलाधिकारी ने विधायक व उनके एक समर्थक के खिलाफ थाने में दी तहरीर
पुरोला। पुरोला विधायक व उपजिलाधिकारी (purola mla durgeshwar lal vs sdm sohan singh saini) के बीच पिछले कुछ समय से कई कार्यक्रमों में तनातनी देखने को मिली जो आज सबके सामने तब उजागर हुई, जब शनिवार को पुरोला के उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने विधायक दुर्गेश्वर लाल व उनके समर्थक कृष्णा सिंह के खिलाफ पुलिस थाने में तहरीर दी थी। जिसमें विधायक पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया था कि विधायक जानबूझकर अपने समर्थक कृष्णा सिंह के माध्यम से सोशियल मीडिया में उन्हें व्यक्तिगत तौर से बदनाम कर रहे हैं, जिससे उनकी व विभाग की छवि धूमिल हो रही है व कई बार अभद्रतापूर्ण व्यवहार कर एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देने का भी आरोप लगाया था।
वहीं अब विधायक ने भी उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी के इस पत्र के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि उपजिलाधिकारी की कई महीनों से शिकायत आ रही थी कि आम जनता के साथ उनका अच्छा रवैया नहीं है। बिना सुविधाशुल्क के तहसील में कोई भी कार्य नहीं हो रहे हैं।
अतिक्रमण के नाम पर अनुसूचित गरीब लोगों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार की शिकायत जब लोगों ने की तो मेरे संज्ञान लेने के उपरांत भी एसडीएम ने कोई दिलचस्पी नहीं ली। जिससे यह स्पष्ट है कि यदि निर्वाचित जनप्रतिनिधि के आदेशों की अवहेलना कर सकते हैं तो आम जनता की बात कैसे सुनते होंगे!
विधायक दुर्गेश्वर लाल ने यह भी कहा कि उपजिलाधिकारी प्रत्येक शनिवार को लंच के बाद कार्यक्षेत्र छोड़ सरकारी गाड़ी से अपने घर विकासनगर चले जाता है, जो कि सरकारी धन का दुरुपयोग है।
विधायक ने आरोप लगाया है कि उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी लंच के बाद अधिकतर ऑफिस में न रहकर अपने आवास में रहता है, जिससे लोगों को विशेषकर महिलाओं को अपने कार्य हेतु उनके आवास में जाने को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि जब मेरे पास जनता की यह शिकायत आयी तो मैंने समझाने की कोशिश की, लेकिन उपजिलाधिकारी यह बदले की भावना से कर रहा है तो इसको बर्दास्त नही किया जाएगा।
वही विधायक दुर्गेश्वर लाल ने अपनी ज़ीरो टॉलरेंस की सरकार का हवाला देते हुए उपजिलाधिकारी की सम्पति सहित इनके कार्यकाल की हर प्रकार से जांच करवाने की बात कही।