स्टंट ले रहा जान : सड़कों पर स्पीड का खेल बन रहा जानलेवा, उत्तराखंड के बाइकर्स अगस्त्य चौहान (Agastya Chauhan) की दर्दनाक मौत के बाद उठे सवाल, एक गलती पड़ रही भारी
देहरादून/मुख्यधारा
सड़कों पर तेज स्पीड से बाइक दौड़ाने का फैशन कितना घातक साबित हो रहा है कि इसमें युवा वर्ग अपनी जान से भी हाथ धो रहे हैं। सोशल मीडिया और सब्सक्राइबर बढ़ाने के चक्कर में देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के बाइकर्स रेस की दुनिया में आगे रहने के चक्कर में सब कुछ गंवा बैठे हैं।
सड़कों पर स्पीड का एक ऐसा खेल है जिसमें यह गलती भी भारी पड़ जाती है। आज हम एक ऐसे नौजवान की कहानी बताने जा रहे हैं, जो देवभूमि उत्तराखंड का निवासी था। सोशल मीडिया पर जबरदस्त फैन फॉलोइंग थी। लेकिन एक गलती भारी पड़ गई है और जान गंवा बैठा।
हम बात कर रहे हैं देश के मशहूर बाइकर्स 23 साल के नौजवान अगस्त चौहान की। तेज स्पीड और रिकॉर्ड बनाने के चक्कर में अगस्त्य चौहान अब इस दुनिया में नहीं हैं। बीती तीन मई को आगरा से दिल्ली जा रहे उत्तराखंड के जौनसार के आर्म रेसलर एवं नेशनल चैंपियन अगस्त्य चौहान का यूपी के अलीगढ़ जिले के यमुना एक्सप्रेस-वे पर संतुलन बिगड़ने से बाइक हादसे में दर्दनाक मृत्यु हो गई। उनकी बाइक के डिवाइडर से टकराने के बाद उनका हेलमेट टूट गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। तुरंत एंबुलेंस को बुलाया गया, लेकिन उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
करीब 20 लाख रुपये की महंगी बाइक की सवारी करने वाला अगस्त्य अब इस दुनिया में नहीं है। उसके फैंस गमगीन हैं। यूट्यूबर की स्पीड का शौक उसके घरवालों को जीवनभर का दर्द दे गया है।
पिता जितेंद्र चौहान पहलवान हैं। पहलवानी में कई मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने बताया कि बेटी को विदेश भेजने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट जा रहे थे, तभी रास्ते में बेटे के साथ अनहोनी की सूचना मिली।
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वायरल वीडियो को बार-बार देखने से पता चलता है कि बाइक सवार ओवरस्पीडिंग की कोशिश कर रहा था। अचानक बाइक का संतुलन गड़बड़ाता है। अगस्त्य बाइक पर अकेले थे। उनके कुछ साथी भी थे, जो आगे चले गए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया है कि सिर में चोट लगने से यूट्यूबर की मौत हुई। पुलिस ही नहीं, आसपास के लोगों का भी कहना है कि चौहान हाई स्पीड में बाइक लेकर निकले थे, तभी संतुलन खो बैठे।
हादसे से ठीक पहले का वीडियो पुलिस को मिला है, जिसमें अगस्ते 300 किमी प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने की बात कर रहे थे।
कुछ ऐसा ही स्टंट उन्होंने एक दिन पहले देहरादून से दिल्ली आते समय किया था। तब वह करीब 279 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच गए थे।
हाइवे पर शूट किए गए उस वीडियो में वह खुद बता रहे थे कि हवा का दबाव भयानक है।
अगस्त्य चौहान की मौत के बाद उत्तराखंड में के प्रशंसकों और घर परिवार में शोक का माहौल छाया हुआ है।
वहीं दूसरी ओर उनके परिजन आरोप लगा रहे हैं कि अगस्त्य की मौत एक्सीडेंट नहीं हिट एंड रन की वजह से हुई है। उनके रिश्तेदार इसे हत्या का मामला बता रहे हैं। नए दावों की वजह से जांच की गुत्थी उलझती जा रही है।
अगस्त्य के पिता ने कहा है कि उनका बच्चा बेहद होनहार था। वह आर्म्स रेसलिंग में राष्ट्रीय पदक जीत चुका था। अगस्त्य के पिता का कहना है कि उत्तराखंड पुलिस ने उनके बेटे को बदनाम किया है। उन्हें पुलिस पर तंग करने के भी आरोप लगाए हैं।
अगस्त्य के एक रिश्तेदार ने दावा किया है कि यूट्यूबर की हत्या हुई है। पिता ने पुलिस के सामने जो जानकारी दी और सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाए, उसके अनुसार दिल्ली से उनका बेटा अपने चार अन्य बाइक राइडर साथियों संग चला था। इनके बीच 300 किमी से ऊपर की कोई प्रतियोगिता तय थी। इनकी बाइकों व हेलमेट पर एक दूसरे के वीडियो बनाने संबंधी 360 डिग्री के कैमरे भी सेट थे। वे कैमरे गायब हैं। इनमें से तीन तो जेवर टोल से यू-टर्न लेकर वापस चले गए, जबकि अगस्त्य व एक अन्य दुर्घटनास्थल तक आए और आसपास ही दूसरा भी वहां से यू-टर्न लेकर वापस चला गया। उसने फिर अगस्त्य के विषय में कुछ जानने का प्रयास नहीं किया।
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इस दुर्घटना के बाद जैसे ही अगस्त्य की मौत की खबर प्रसारित हुई है, तब से उसके फालोअर्स सोशल मीडिया पर शोक संदेश प्रसारित कर रहे हैं। जिसमें कोई उसे हीरो तो कोई कुछ कह रहा है।
वहीं पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजन तड़के ही शव को यहां से हरिद्वार ले गए। जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।
बता दें कि बाइकर्स अगस्त्य चौहान का नाम देहरादून के बाइक स्टंटबाजों में आया था। पुलिस ने कई बार इसको लेकर पिता को बुलाकर भी नाराजगी दर्ज कराई थी। जिस पर पिता ने भी स्टंटबाजी पर कंट्रोल करने की बात कही। लेकिन बेटे ने पिता के कहने पर भी इस शौक को नहीं छोड़ा। पिता ने इससे बेटे को दूर करने के लिए दुबई भेजने की भी प्लानिंग की थी, लेकिन उससे पहले बेटे की दर्दनाक मौत हो गई।
अगस्त्य चौहान राष्ट्रीय स्तर की आर्म रेसलिंग में दो बार गोल्ड मेडलिस्ट भी थे
वह स्टेट व राष्ट्रीय स्तर की आर्म रेसलिंग (पंजा लड़ाना) चैंपियनशिप में दो बार के गोल्ड मेडलिस्ट रहे। बताया जा रहा है ओवरस्पीड में बाइक चलाते समय वह यूट्यूब पर वीडियो बना रहा थे। उसके साथ तीन अन्य बाइक राइडर भी थे।
जौनसारी मूल के जितेंद्र सिंह चौहान व शीतल चौहान के 23 वर्षीय पुत्र अगस्त्य चौहान की यमुना एक्सप्रेस-वे पर बाइक हादसे में मृत्यु होने की सूचना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
कालसी निवासी जितेंद्र चौहान परिवार के साथ देहरादून में रहते हैं। उनकी एक पुत्री भी है, जिसका नाम जाह्नवी है। अगस्त्य जाह्नवी से छोटा था। युवा आर्म रेसलर अगस्त्य ने मार्च 2022 को दिल्ली में आयोजित इंडियन आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप में प्रतिभाग कर दो गोल्ड मेडल जीते थे।
इसके अलावा वह कई बार स्टेट चैंपियनशिप व राष्ट्रीय स्तर की आर्म रेसलिंग प्रतियोगिता में गोल्ड, रजत व कांस्य पदक जीत चुके थे।
अगस्त्य चौहान अपना यूट्यूब चैनल चलाते थे और सोशल मीडिया पर उनकी भारी फैन फॉलोइंग है। यूट्यूब पर उनके 1.27 मिलियन फॉलोवर्स हैं, जिनके लिए वह बाइक वाले वीडियोज पोस्ट किया करते थे।