शैतान सिंह (Shaitan Singh): वो परमवीर मेजर, जो मरने तक अपने पैर से मशीन-गन चलाते रहे - Mukhyadhara

शैतान सिंह (Shaitan Singh): वो परमवीर मेजर, जो मरने तक अपने पैर से मशीन-गन चलाते रहे

admin
s 1 10

शैतान सिंह (Shaitan Singh): वो परमवीर मेजर, जो मरने तक अपने पैर से मशीन-गन चलाते रहे

harish

डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला

परमवीर मेजर शैतान सिंह, जिन्हें मरणोपरांत देश का सर्वोच्च वीरता सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी आज जयंती है। उनका पराक्रम आज भी भारतीय सेना के इतिहास का गौरवशाली हिस्सा हैवर्ष, 1962 में रेजांगला पोस्ट पर हुए इस युद्ध में तत्कालीन 13 कुमाऊं बटालियन के 124 जवानों में से 114 जवान कुर्बान हो गए थे। इन जवानों ने 1300 चीनी सैनिकों को मार गिराया था। विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों और बर्फीले मौसम के बावजूद वीर सैनिकों ने चीन की सेना का डटकर मुकाबला करते हुए उन्हें पराजित कर दिया था। मैदानी क्षेत्रों से गए हमारे सैनिकों के लिए हालत अनुकूल नहीं थे। हथियारों में भी हम उन्नीस थे। वीरों के सामने परीक्षा की घड़ी 17 नवंबर की रात तब आई थी, जब तूफान के कारण रेजांगला की बर्फीली चोटी पर मोर्चा संभाल रहे इन जवानों का संपर्क बटालियन मुख्यालय से टूट गया। विषम परिस्थितियों के बीच ही 18 नवंबर को तड़के चार बजे युद्ध शुरू हो गया, लेकिन किसी को रेजांगला पोस्ट पर चल रहे ऐतिहासिक युद्ध की जानकारी नहीं मिल पाई।

यह भी पढें : अच्छी खबर: उत्तराखंड में आउट ऑफ टर्न जॉब (out of turn job) के लिए निकली विज्ञप्ति, अंतिम तिथि 18 दिसम्बर

18 हजार फुट ऊंची पोस्ट पर हुए युद्ध में वीरता के सामने चीनी सेना कांप उठी। रेजांगला पोस्ट पर दिखाई वीरता का सम्मान करते हुए ही भारत सरकार ने कंपनी कमांडर मेजर शैतान सिंह को जहां मरणोपरांत देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार पदक परमवीर चक्र से जहां अलंकृत किया था, वहीं इसी बटालियन के आठ अन्य जवानों को वीर चक्र, चार को सेना मेडल व एक को मैंशन इन डिस्पेच का सम्मान प्रदान किया गया था। इसके अलावा 13 कुमायूं के कमांडिंग अफसर (सीओ) को एवीएसएम से अलंकृत किया था। भारत में सबसे बड़े सैन्य अलंकरण परमवीर चक्र के 21 विजेताओं के नाम पर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 बड़े अज्ञात द्वीपों का नामकरण किया। इस सूची में राजस्थान के परमवीम चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह का नाम भी शामिल हैं।

यह भी पढें : महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) 20 साल बाद पैतृक गांव पहुंचे, वर्ल्ड कप क्रिकेट से दूर शांत वादियों में समय बिता रहे टीम इंडिया के पूर्व कप्तान

इन द्वीपों का नाम जिन 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखा वे हैं – मेजर सोमनाथ शर्मा; सूबेदार और मानद कैप्टेन (तत्कालीन लांस नायक) करम सिंह, एम.एम; सेकेंड लेफ्टिनेंट राम राघोबा राणे; नायक जदुनाथ सिंह; कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह; कैप्टन जीएस सलारिया; लेफ्टिनेंट कर्नल (तत्कालीन मेजर) धन सिंह थापा; सूबेदार जोगिंदर सिंह; मेजर शैतान सिंह; सीक्यूएमएच अब्दुल हमीद; लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर; लांस नायक अल्बर्ट एक्का; मेजर होशियार सिंह; सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल; फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों; मेजर रामास्वामी परमेश्वरन; नायब सूबेदार बाना सिंह; कैप्टेन विक्रम बत्रा; लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडे; सूबेदार मेजर (तत्कालीन राइफलमैन) संजय कुमार; और सूबेदार मेजर सेवानिवृत्त (मानद कैप्टेन) ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव। कुमाऊं रेजीमेंट से उनके अलावा मेजर सोमनाथ को भी इस उच्चतम सैन्य सम्मान से नवाजा गया था.लेखक, के व्यक्तिगत विचार है।

( लेखक दून विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं )

Next Post

पुष्कर मेला (Buffalo worth 11 crores) : 11 करोड़ का विशालकाय भैंसा बना आकर्षण का केंद्र, खासियत देखकर रह जाएंगे हैरान

पुष्कर मेला (Buffalo worth 11 crores) : 11 करोड़ का विशालकाय भैंसा बना आकर्षण का केंद्र, खासियत देखकर रह जाएंगे हैरान इसे देखने के लिए लोगों की उमड़ी भीड़ मुख्यधारा डेस्क राजस्थान राज्य की धार्मिक नगरी पुष्कर इन दिनों सुर्खियों […]
b 1 7

यह भी पढ़े