मुख्यधारा
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में रोपवे (ropeway) ट्रॉली में तकनीकी खराबी ने आने की वजह से 11 पयर्टक हवा में फंस गए। सूचना मिलने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। परवाणू टिम्बर ट्रेल पर बीच हवा में फंसी पर्यटकों से भरी केबल कार ट्रॉली हवा में ही फंस गई।
कुछ देर पहले ही अब सभी लोगों को रस्सी के सहारे सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। यह ट्रॉली पांच घंटे से भी ज्यादा समय तक हवा में अटकी रही।
वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन की वजह से शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक रोक देने की वजह से दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। बता दें कि राज्य के प्रवेश द्वार परवाणू के पास टिंबर ट्रेल से करीब 800 मीटर दूर पहाड़ी पर होटल है। होटल के लिए लोग रोपवे (ropeway) के जरिए पहुंचते हैं।
सोमवार को करीब 11 बजे (ropeway) ट्रॉली में तकनीकी खराबी आ गई। इसके बाद से ट्रॉली हवा में लटक गई। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सभी लोगों को रस्सी के जरिए उतार कर रेस्क्यू किया गया। कुछ लोग रस्सी के जरिए उतरने में घबरा रहे थे। इस वजह से इन्हें रेस्क्यू करना चुनौतीपूर्ण हो गया। अब सभी लोगों को सकुशल बचा लिया गया है।
गौरतलब है कि करीब दो महीने पहले 16 अप्रैल को झारखंड के देवघर में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान पहाड़ी पर मंदिर पर रोपवे से दर्शन करने जा रहे कई श्रद्धालु हवा में फंस गए थे। जिसमें तीन लोगों की रोपवे (ropeway) से नीचे गिरने पर मौत हो गई थी।