- सरकार ने स्वीकारा देहरादून हवाई अड्डे (Dehradun airport) के विस्तार का हो रहा है सर्वे
- क्षेत्रवासियों ने किया 20 नवंबर को महापंचायत का ऐलान
- बार-बार विस्थापन का दंश झेल रहे लोग बोले : अब नहीं देंगे एक इंच भी जमीन
देहरादून/मुख्यधारा
आज देहरादून हवाई अड्डे (Dehradun airport) के विस्तारीकरण के संदर्भ में उपजे हालातों के बाद प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की सरकार से वार्ता हुई। यह वार्ता हवाई अड्डे के विस्तार की जद में आने वाले लोगों द्वारा 20 नवंबर को अठूरवाला में विशाल महापंचायत बुलाने के आह्वान के बाद अचानक सरकार द्वारा बुलाई गई।
सरकार की पहल पर ग्रामीणों और सरकार के बीच एक बैठक की, जिसमें टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्र के ग्रामीणों जॉलीग्रांट क्षेत्र के लोगों और बड़ी संख्या में दुकानदारों ने शिरकत की।
इस बैठक में सरकार की ओर से एसडीएम डोईवाला मुक्ता मिश्रा द्वारा बताया गया कि सरकार ने प्राथमिक तौर पर यह सर्वे करवाया है, जिसमें यह देखा जाएगा कि कितना क्षेत्र प्रभावित होता है और उस पर कितनी लागत आती है।
ज्ञात रहे कि पहले सरकार द्वारा जंगल की ओर विस्तारीकरण का कार्यक्रम था, जो विभिन्न धरना प्रदर्शन और आंदोलन के कारण खटाई में पड़ गया।
प्रभावित क्षेत्र के लोगों की ओर से गजेंद्र रावत ने पक्ष रखा और सरकार द्वारा चोरी-छिपे सर्वे करवाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज की।
उन्होंने कहा कि सरकार आखिरकार जनता को विश्वास में लिए बिना उनके घरों में क्यों ना आप जोख कर रही है। साथ ही साथ स्पष्ट किया गया कि किसी भी कीमत पर हम लोग अपनी एक भी इंच जमीन नहीं देंगे। बार-बार विस्थापन का दंश नहीं झेला जा सकता।
प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने 20 नवंबर को अपनी महापंचायत कार्यक्रम को यथावत रखने की घोषणा की और एसडीएम के नेतृत्व में आए शिष्टमंडल से स्पष्ट कहा कि वह सरकार तक यह संदेश भेज दे कि विस्तारीकरण के लिए जमीन नहीं दी जाएगी।
इस बैठक में एसडीएम मुक्ता मिश्रा के अलावा तहसीलदार शादाब अली, ग्रामीण सागर मनवाल, गजेंद्र रावत, विक्रम सिंह भंडारी, सुमेर नेगी, कीर्ति सिंह नेगी, कमल सिंह राणा, गोविंद सिंह रावत, विक्रम सिंह रावत, यशवंत नेगी, रविंदर सिंह नेगी, रविंद्र राणा, दिनेश राणा, सोभत सिंह राणा, शंकर सिंह पंवार सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौजूद थे।