हरिद्वार/मुख्यधारा
जनपद हरिद्वार से आज बड़ी दु:खद खबर आ रही है, जहां तीन भोले भक्त (Kanwarias)परमार्थ घाट में गंगाजी में बह गए। इन तीनों कांवडिय़ों (Kanwarias)को गंगा के तेज बहाव में बहते हुए उनके साथ आए अन्य साथी भी उनके लिए कुछ नहीं कर पाए और वे बेबस होकर उन्हें देखते रहे।
हरिद्वार की आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा कैंतुरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना गत दिवस 24 जुलाई ,2022 को घटित हुई। मीरा कैंतुरा ने बताया कि तीन युवक (Kanwarias)परमार्थ घाट पर पहुंचे हुए थे, जहां वे सप्तऋषि में बह गये।
प्रत्यक्षदर्शियों की सूचना पर पुलिस व एसडीआएफ को इसकी सूचना दी गई। जिस पर तत्काल खोजबीन करने के लिए गोताखोरों की टीमों द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहा है, किंतु अभी तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है।
मीरा कैन्तुरा ने जन-सामान्य से अपील की है कि जिस किसी को भी इन युवकों के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त होती है, तो वे मोबाइल नम्बर-8630896346 व 8810662982 अथवा आपदा कंट्रोल रूम हरिद्वार के दूरभाष नम्बर-01334-223999, 7055258800 पर सूचित करने का कष्ट करें।
कांवड़ मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं (Kanwarias)का जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने किया निरीक्षण
कांवड़ मेला क्षेत्र में शिवभक्त कांवडियों (Kanwarias)का अपार जनसैलाब उमड़ रहा है। अब सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र कांवडियों से ही भरा हुआ है। डाक कांवड़ के कारण सम्पूर्ण क्षेत्र में डाक कांवडियों की लगातार वृद्धि हो रही है।
जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने शंकराचार्य चौक, तुलसी चौक, शिवमूर्ति चौक, बाल्मिकी चौक, ललतारा पुल, अपर रोड, बिड़ला घाट, चण्डी चौक, रोड़ी बेलवाला विष्णु घाट, गौ घाट क्षेत्रों का निरीक्षण किया तथा सम्बन्धित क्षेत्रों के जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि जब तक सभी डाक कांवडियें हरिद्वार से प्रस्थान न कर जाये तब तक सभी मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्रों में सजग रहेेंगे, क्योंकि सम्पूर्ण कांवड़ काल के दौरान यह समय सबसे संवेदनशील है, इस समय थोड़ी से भी असवाधानी बड़ा विकराल रूप ले सकती है, इसलिये हमें और अधिक तत्परता से अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करना है।
जिलाधिकारी ने सी0सी0आर0 टावर से भी कांवड मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया तथा वहां पर भी सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये कि इस समय हरकी पैडी के आस पास का क्षेत्र तो संवेदनशील है ही, परन्तु अब डाक कांवडियों की अपार भीड़ अपने अपने गंतव्य स्थानों पर प्रस्थान कर रही है। इन सभी क्षेत्रों केे मजिस्ट्रेटों की और अधिक जिम्मेदारी है कि वे अपने अपने पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर ही रहते हुए कोई भी समस्या यदि होती है तो उसका समय रहते हुए अपने विवेेक से निस्तारित करने का प्रयास करें तथा वस्तु स्थिति उच्च अधिकारियों को तुरन्त अवगत कराते रहें।
जिलाधिकारी ने पुलिस कंट्रोल रूम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के साथ डाक कांवड (Kanwarias)की सुचारू व्यवस्था के लिये समीक्षा भी की।
जिलाधिकारी ने गंगा के विभिन्न घाटों पर कांवड़ियों के पुलों से कूदने एवं अधिक जल प्रवाह में स्नान नहीं करने की चेतावनी देते हुए शिवभक्त कांवड़ियों को सुरक्षित घाटों पर स्नान करने के लिये प्रेरित करने हेतु रेडक्रॉस सचिव डा0 नरेश चौधरी को निर्देशित किया कि वे समय समय पर माइकिंग कराते रहें तथा बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल भी मुस्तैदी से सभी घाटों पर नजर बनाए रखें, जिससे समय रहते हुए कांवड़ियों/श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया जा सके।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के साथ अपर जिलाधिकारी (वित्त) वीर सिंह बुधियाल, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) प्यारे लाल शाह, नगर मजिस्ट्रेट अवधेश सिंह, एस0डी0एम0 पूरन सिंह राणा एवं रेडक्रास सचिव/जोनल मजिस्ट्रेट डा0 नरेश चौधरी भी उपस्थित रहे।
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