ट्रंप का आक्रामक बयान : इजराइल के साथ अमेरिका भी ईरान पर कर रहा हमले की तैयारी, ट्रंप की चेतावनी के बाद बड़े युद्ध की आशंका से दुनिया में अस्थिरता का माहौल
मुख्यधारा डेस्क
पिछले पांच दिनों से इजरायल और ईरान के बीच जबरदस्त तनाव बना हुआ है । दोनों देश एक दूसरे पर हवाई हमले कर रहे हैं। इजराइल ईरान के बीच जारी जंग को लेकर पूरी दुनिया में अस्थिरता का माहौल बढ़ रहा है। हालत बहुत बहुत बड़े युद्ध के संकेत दे रहे हैं। अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आक्रामक बयान तनाव और बढ़ा दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब इजरायल के साथ अमेरिका भी ईरान पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। वहीं अभी तक ईरान भी हार मानने के लिए न न्यूक्लियर बम को लेकर समझौता करने के लिए तैयार है। वहीं ईरान की राजधानी तेहरान में लोग डर के मारे शहर को छोड़कर जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइप्रस के बाद जी7 सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा पहुंच चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति भी सम्मेलन भगाने के लिए कनाडा पहुंचे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सभी लोगों को तुरंत ईरान की राजधानी तेहरान खाली करने की चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि ईरान का न्यूक्लियर डील साइन न करना मूर्खता है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, ईरान को वो ‘डील’ साइन कर लेनी चाहिए थी, जो मैंने उनसे कहा था। इंसानी जिंदगियों का नुकसान का अफसोस है। मैं साफ-साफ कहता हूं ईरान को परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देंगे। मैंने बार-बार यही कहा है। सबको तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए।
उनके इस बयान ने न सिर्फ ईरान, बल्कि वैश्विक नेताओं के बीच भी खलबली मचा दी है। ट्रंप का यह बयान उस वक्त आया है, जब इजराइल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। ट्रंप ने कहा कि वह ईरान के परमाणु महत्वाकांक्षाओं को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। इजराइल-ईरान तनाव का असर जी7 समिट पर भी दिख रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड समिट को बीच में छोड़कर अमेरिका लौट रहे हैं। व्हाइट हाउस ने मंगलवार सुबह बताया कि मिडिल ईस्ट में तनाव के चलते डोनाल्ड ट्रंप ने यह फैसला लिया है। हालांकि ईरान हमेशा कहता रहा है कि वह नागरिक हितों के लिए परमाणु कार्यक्रम चला रहा है। लेकिन अमेरिका और इजरायल को इस बात कर संदेह है कि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। इसी शक के आधार पर अमेरिका ने ईरान के साथ ज्वॉइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन तोड़ दिया था। इसके साथ ही ईरान पर कई प्रतिबंध भी लगा दिए।
ईरान ने यूरेनियम संवर्धन के लिए हजारों अपडेटेड सेंट्रीफ्यूज मशीनें विकसित की हैं
बता दें ईरान ने यूरेनियम संवर्धन के लिए हजारों अपडेटेड सेंट्रीफ्यूज मशीनें विकसित की हैं और इसके संयंत्र स्थापित किए हैं। जेसीपीओए के तहत, ईरान को केवल 300 किलोग्राम यूरेनियम रखने की इजाजत थी। जानकारी हो कि परमाणु हथियारों के लिए 90% शुद्धता तक संवर्धित यूरेनियम की दरकार होती है। अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण ने कहा कि मार्च 2025 तक ईरान के पास क़रीब 275 किलोग्राम यूरेनियम था जिसे 60% तक शुद्ध किया गया है। अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण ने कहा था कि अगर ईरान यूरेनियम को थोड़ा और शुद्ध कर लेगा तो वह करीब आधा दर्जन परमाणु हथियार बनाने के काबिल हो जाएगा। इसी संदेह में अमेरिका और इजरायल ईरान पर हमलावर हैं।इस बीच इजराइल और ईरान के बीच 5वें दिन भी संघर्ष जारी रहा। इजराइल ने तेहरान पर सोमवार रात कई बार एयरस्ट्राइक की। वहीं, ईरान ने इजराइल की राजधानी तेल अवीव और हाइफा पर बमबारी की। इजराइली हमलों में अब 224 ईरानी मारे जा चुके है, जबकि 1,481 लोग घायल हुए हैं। वहीं, इजराइल में अब तक 24 लोग मारे गए हैं, जबकि 600 से ज्यादा घायल हैं।