नैनीताल/मुख्यधारा
उत्तराखंड में दो दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद कुमाऊं मंडल में जन-धन की भारी हानि होने की खबर है। आज अब तक 15 लोगों की मलबे में दबकर मौत होने की खबर है। इससे पूर्व सोमवार को भी प्रदेशभर में पांच लोगों की मौत हुई थी।
जानकारी के अनुसार आज सुबह रामगढ़ धारी तहसील अंतर्गत दोषापानी और तिशापानी में आज बादल फटने से मजदूरों की झोपड़ी पर भारी मलबा गिर गया। जिससे सात मजदूर मलबे में दब गए।
वहीं दूसरी ओर खैरना के पास भारी पत्थर की चपेट में आने से दो लोगों की जान चली।
चंपावत जनपद के तेलवाड़ में भी भूस्खलन की जद में आने से एक की मौत हो गई। हालांकि इसके अलावा तीन लोगों को समय रहते बचा लिया गया। जिले के ही तेलवाड़ा में भी एक युवक मलबे में दबकर मौत हो गई।
वहीं बाजपुर में भी भारी बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है। यहां झाड़खंडी में गडरी नदी में बहे किसान रामदत्त भट्ट का शव बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा टनकपुर में पानी में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना के रेस्क्यू अभियान में करीब 60 से अधिक लोगों को बचा लिया गया।
अल्मोड़ा जनपद के भिकियासैंण क्षेत्र में एक एक घर के मलबे की चपेट में आने दो बच्चों की मौत हो गई। इसके अलावा जनपद केएनटीडी में एक अन्य घर भी मलबे की जद में आने से वहां एक बच्चे की मौत हो गई।
वहीं, पुलिस और एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम टीम दो लोगों को सुरक्षित बचाने में कामयाब रही।
बताया जा रहा है कि बाजपुर में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इसके अलावा गरमपानी में सड़क निर्माण में लगे दो मजदूरों की भी मलबे में दबने से मौत हो गई।
यही नहीं हल्द्वानी स्थित गौला नदी में भारी बारिश के कारण एक पुल टूट गया। घटना के समय वहां से गुजर रहे लोगों को मौके पर मौजूद लोगों की सक्रियता से बचा लिया गया।
हालांकि कुमाऊं के कई क्षेत्रों में मंगलवार को भारी बारिश होने के बावजूद देहरादून व आसपास के क्षेत्रों में शानदार धूप खिली रही। इससे आमजन ने राहत महसूस की, किंतु गत दिवस हुई भारी बारिश के बाद ऋषिकेश व हरिद्वार में गंगाजी का जल स्तर बढ़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री धामी ने राज्य आपदा कंट्रोल रूम जाकर बारिश से हुए नुकसान की ली जानकारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय स्थित राज्य आपदा कंट्रोल रूम जाकर प्रदेश में बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री कल से सभी जिलाधिकारियों से हर पल की अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों के हवाई निरीक्षण के लिए जा चुके हैं, प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिवृष्टि से जानमाल का जो नुकसान हुआ है। प्रभावितों को मानकों के अनुसार जल्द अनुमन्य सहायता राशि उपलब्ध कराया जाय। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिवृष्टि से किसानों का जो नुकसान हुआ है, उसका आकलन कर जल्द रिपोर्ट भेजी जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में सेना से तीन हेलीकॉप्टर लगाये जा रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली एवं रुद्रप्रयाग को फोन कर निर्देश दिये कि यात्रा मार्गों पर फंसे यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि धैर्य बनाकर रखें। अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं। सभी जरूरी इंतजाम सरकार द्वारा किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आपदा प्रबंधन एस. ए. मुरूगेशन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिद्धिम अग्रवाल मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूरभाष पर CMधामी से ली अपडेट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दूरभाष पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तराखण्ड में अतिवृष्टि से हुए नुकसान और संचालित बचाव व राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग दिये जाने के प्रति आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जी को वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर नुकसान हुआ है। शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।
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