देश में बढ़ रहे कोरोना मरीज: 14 दिन बाद शुरू होने वाली चार धाम यात्रा में कोरोना (Corona) का मंडराने लगा खतरा, धामी सरकार की बढ़ाई चिंता
देहरादून/मुख्यधारा
इसी महीने अब 22 अप्रैल को चार धाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। इस साल चार धाम यात्रा को लेकर धामी सरकार उत्साहित है। लेकिन देश में तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना के मामले धामी सरकार की चिंताएं बढ़ा रहे हैं ।
इस बार चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने का अंदेशा जताया गया है। अगर हम बात करें इसके 24 घंटे में 6 हजार से अधिक देश भर में कोरोना वायरस के केस सामने आए हैं।
कोरोना की रफ्तार ऐसे ही बढ़ती गई तो चार धाम यात्रा पर भी संकट खड़ा हो सकता है।चार धाम यात्रा में देशभर से लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे।उत्तराखंड में सरकार का मानना है कि अभी एक्टिव देशों की संख्या कम है, और ऐसी अभी कोई जरूरत नहीं है।
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मंत्री धन सिंह रावत का यह भी कहना है कि प्रदेश में कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी, और भारत सरकार की जो भी गाइडलाइन होगी, उसका पालन कराया जाएगा। हालांकि अभी धामी सरकार की ओर से राज्य में कोरोना के लेकर कोई गाइडलाइन नहीं जारी की है। लेकिन देश में हर रोज बढ़ते आंकड़ों से सरकार की चिंताएं भी बढ़ा दी है।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने संक्रमण रोकने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत चारधाम पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को सख्ती से कोविड गाइडलाइन का पालन करना होगा।
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने लिए सरकार की आरे से कोविड जांच का दायरा बढ़ाने के भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विधानसभा में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि चार धाम यात्रा-2023 को देखते कोविड गाइडलाइन को सख्ती से यात्रा रूट पर लागू कराया जाए।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने उत्तराखंड में कोविड जांच बढ़ाने के लिए भी निर्देश दिए हैं। इसके अलावा 15 अप्रैल तक चार धाम यात्रा मार्गों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
उत्तराखंड सरकार ने राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों को आगामी 22 अप्रैल से शुरू होने वाली चार धाम यात्रा के दौरान कोविड-19 दिशा निर्देशों को सख्ती से लागू करने को कहा है। इसके साथ ही कोविड टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। राज्य स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा, देश के कई राज्यों में कोविड संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और इस मुद्दे को हल करने के लिए राज्य सरकार ने भारत सरकार के जारी कोविड दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करने और राज्य में कोविड परीक्षण और टीकाकरण अभियान में तेजी लाने का फैसला किया है।
बता दें कि 22 एवं 23 अप्रैल को गंगोत्री और यमनोत्री के कपाट खुलेंगे। वहीं, 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बद्रीनाथ के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा की विधिवत शुरुआत हो जाएगी।
यह तीर्थयात्रा में चार पवित्र स्थलों के दर्शन किए जाते हैं बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, जो हिमालय में उच्च स्थान पर स्थित है।
यह मंदिर हर साल लगभग छह महीने के लिए बंद रहते हैं, गर्मियों में (अप्रैल या मई) से कपाट खुलते हैं और सर्दियों की शुरुआत (अक्टूबर या नवंबर) तक दर्शन होते हैं।
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6,155 नए मामले दर्ज किए गए
देश में शुक्रवार को कोरोना के 6,155 नए मामले सामने आए। 11 लोगों की मौत हुई, जबकि 3,253 लोग इस बीमारी से ठीक हुए। तीन दिन बाद नए केसेस में स्थिरता देखने को मिली है।
गुरुवार को 6050 नए केस सामने आए थे, इसके मुकाबले शुक्रवार को ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। फिलहाल देश में 31 हजार 194 लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं, पॉजिटिविटी रेट 5.63% पहुंच गया है। इसी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक की।
यह समीक्षा बैठक 2 घंटे तक चली जिसमें राज्यों को यह निर्देश दिए गए कि वह कोरोना से लड़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार रहें और उन्हें डरने की जरूरत नहीं है और लेकिन ध्यान रखने की जरूरत ज़्यादा है। मीटिंग में मनसुख मांडविया ने कोविड-19 के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारी और राज्यों के साथ कोविड-19 टीकाकरण के प्रोग्रेस को रिव्यू किया।
चार धाम यात्रा के लिए आज से हेली सेवा ऑनलाइन बुकिंग हुई शुरू
चार धाम यात्रा के लिए आज से हेली सेवा के लिए बुकिंग शुरू हो गई है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने केदारनाथ हेली सेवा के लिए तैयारी पूरी कर ली है। गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा से नौ कंपनियों के माध्यम से हेली सेवा संचालित की जाएगी।
पहली बार हेली टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग आईआरसीटीसी के माध्यम से की जा रही है। गुप्तकाशी से आर्यन एविएशन, व ट्रांस भारत एविएशन, फाटा से पवन हंस, कैस्ट्रल, थंबी और ग्लोबल विक्ट्रा एविएशन, सिरसी से केदारनाथ के लिए हिमालयन हेली, कैस्ट्रल और एयरो एयर क्राफ्ट कंपनी के माध्यम से हेली सेवा चलाई जाएगी। आईआरसीटीसी की ओर से 8 अप्रैल को दोपहर 12 बजे हेली टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग खोल दी गई है। बिना पंजीकरण के टिकट की बुकिंग नहीं हो पाएगी।
एक समय में एक ई-मेल आईडी से 6 सीट और समूह में यात्रा करने पर 12 सीटों की बुकिंग कर सकते हैं। पूरे यात्रा काल में एक आईटी पर दो बार ही टिकट बुकिंग की सुविधा होगी। यह बुकिंग आइआरसीटीसी के आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से होगी। ध्यान रहे कि हेली टिकटों की बुकिंग के लिए यात्री का पंजीकरण अनिवार्य है और केवल स्थानीय लोगों को ही इस बुकिंग के लिए पहले से पंजीकरण में छूट मिल रही है। हेलीकॉप्टर की टिकट बुकिंग के लिए 70 प्रतिशत सामान्य श्रेणी और 30 प्रतिशत तत्काल श्रेणी में होगी।