ब्रिटेन में पीएम का पद संभालते ही ऋषि सुनक ने शुरू किया काम, अपनी कैबिनेट में भारतीय मूल की सुएला (Suella Braverman) को दी जगह
मुख्यधारा डेस्क
ब्रिटेन में भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री का पदभार संभाल लिया है। पद संभालते ही ऋषि ने तुरंत काम भी शुरू कर दिया। इससे पहले ऋषि लंदन स्थित किंग चार्ल्स तृतीय से बकिंघम पैलेस में मुलाकात की । जहां किंग ने उन्हें सरकार बनाने के लिए कहा था।
किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात करके ऋषि सुनक सीधे प्रधानमंत्री का सरकारी आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट पहुंचे और तुरंत काम शुरू कर दिया। यहां पर ऋषि सुनक ने राष्ट्र को संबोधित किया। सुनक ने कहा कि मैं अभी किंग से मिलकर आया हूं।
उन्होंने मुझे नई सरकार बनाने को कहा है। आप जानते हैं कि इस वक्त हमारी इकोनॉमी मुश्किल दौर में है। कोविड की वजह से पहले ही दिक्कत थी। व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला करके हालात और खराब कर दिए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस हालात सुधारना चाहती थीं, उन्होंने बिना थके काम किया, लेकिन गलतियां हुईं। अब हम इन्हें सुधारेंगे। सुनक जब ऑफिशियल रेसिडेंस लौट रहे थे तब एक शख्स ने ‘ऋषि आउट’ यानी ऋषि जाओ के नारे भी लगाए। सुनक ने आगे कहा कि मैं इस देश को फिर एकजुट करूंगा। ये मैं सिर्फ कह नहीं रहा हूं, बल्कि करके भी दिखाऊंगा। दिन-रात आपके लिए काम करूंगा।
उन्होंने आगे कहा 2019 में कंजर्वेटिव पार्टी को समर्थन मिला था। यह किसी एक शख्स के लिए नहीं था। हेल्थ, बॉर्डर प्रोटेक्शन और आर्म्ड फोर्सेस के लिए काम किया जाएगा। आज हमारे सामने कई चैलेंज हैं। बतौर चांसलर मैंने जो काम किए, वह जारी रखूंगा। देश के लोगों की बेहतरी को सियासत से ऊपर रखा जाना चाहिए। आपके खोए हुए कॉन्फिडेंस को लौटाया जाएगा। रास्ता मुश्किल जरूर है, लेकिन हम फासला तय करेंगे।
इसके बाद अपना मंत्रिमंडल का गठन भी कर लिया। गवर्निंग कंजर्वेटिव पार्टी के लिज ट्रस और बोरिस जॉनसन गुट के कई लोगों ने सुनक के 10 डाउनिंग स्ट्रीट में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद इस्तीफा दे दिया।
पूर्व प्रधानमंत्री ‘लिज ट्रस के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाली भारतीय मूल की ब्रिटेन की गृहसचिव सुएला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) ने नवनियुक्त ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के मंत्रिमंडल में एक बार फिस से वापसी कर ली है।
सुनक ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में गृहसचिव का पद दिया है। वह ट्रस के कार्यकाल में भी इसी पद पर तैनात थीं। बता दें कि सुएला ब्रेवरमैन भारत के साथ होने वाले मुक्त व्यापार संधि को लेकर तीखा बयान देकर चर्चा में आई थीं।
कहा गया कि सुएला ब्रेवरमैन द्वारा वीजा ओवरस्टेयर्स पर कार्रवाई को लेकर की गई टिप्पणियों से भारत सरकार के नाराज होने के बाद भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) कथित तौर पर टूटने की कगार पर है। ब्रिटेन की एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया था। हालांकि इस समझौते को लेकर अभी भी दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है।
ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले भारतवंशी और गैर श्वेत प्रधानमंत्री हैं। ऋषि भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं। उनके प्रधानमंत्री बनने पर मूर्ति ने कहा कि ऋषि को बधाई। हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं। हमें विश्वास है कि वो ब्रिटेन के लोगों के लिए ईमानदारी से काम करेंगे।
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के मंत्रिमंडल में इन नेताओं को मिली जगह
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपने मंत्रिमंडल का गठन करना शुरू कर दिया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी दी गई है कि डोमिनिक राब को उप प्रधानमंत्री, लॉर्ड चांसलर और न्याय राज्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। डोमिनिक पहले बोरिस जॉनसन के डिप्टी के रूप में काम कर चुके हैं।
भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) को ऋषि सुनक ने अपने कैबिनेट में गृह सचिव का पद दिया है। साइमन हार्ट को संसदीय सचिव कोष (मुख्य सचेतक) का पद दिया गया है।
नादिम जहावी को कैबिनेट कार्यालय में मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है, लेकिन अभी उन्हें कोई पोर्टफोलियो नहीं दिया गया है। इससे पहले लिज के कार्यकाल में जहावी डची ऑफ लैंकेस्टर के चांसलर, इंटर गवर्नमेंटल रिलेशन एंड इक्वैलिटी मिनिस्टर के रूप में कार्य किया था।
ओलिवर डाउडेन ने सुनक के कैबिनेट में डची ऑफ लैंकेस्टर के नए चांसलर के रूप में नादिम जहावी की जगह ली है। उन्होंने पिछली सरकार में बिना पोर्टफोलियो के मंत्री के रूप में कार्य किया था।
ग्रांट शाप्स को व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति के लिए राज्य के नए सचिव का पद दिया गया है। वह पहले गृह विभाग के राज्य सचिव थे। गिलियन कीपन को शिक्षा का नया सचिव नियुक्त किया गया है।
मेल स्ट्राइड को नए कैबिनेट में कार्य और पेंशन राज्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। डॉ थेरेसी कॉफी पर्यावरण, खाद्य और ग्रामीण मामलों का मंत्रालय दिया गया है।