डोईवाला/मुख्यधारा
डोईवाला विधानसभा के उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी शिव प्रसाद सेमवाल के जनसमर्थन से भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के हौसले पस्त होते दिखाई दिये।
आज डोईवाला विधानसभा के नत्थूवाला चौक पर शिव प्रसाद सेमवाल ने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। साथ ही एक रैली भी निकाली।
इस दौरान नथुवाला की पूर्व प्रधान मधु सेमवाल ने भी उत्तराखंड क्रांति दल ज्वाइन किया। मधु सेमवाल 8 सालों तक प्रधान रही। साथ ही वह 20 सालों से भाजपा मे अनेक पदों पर सम्मिलित रही है। नथुवाला क्षेत्र से यह भाजपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
साथ ही भाजपा से बागी हुई कमला चमोली, जिन्होंने भाजपा के विरुद्ध पार्षद का चुनाव लड़ा था और मात्र कुछ वोटो से ही विजयी होने से चूक गई थी, वह भी जनसभा के दौरान मंचासीन रही और शिव प्रसाद सेमवाल जी को अपना समर्थन दिया।
वरिष्ठ समाजसेवी रामकृष्ण चमोली ने भी शिव प्रसाद सेमवाल को अपना समर्थन दिया।
नत्थू वाला की जनता ने शिवप्रसाद सेमवाल को भारी जन समर्थन दिया। साथ ही फूल मालाओं से उनका स्वागत किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए शिवप्रसाद ने कहा कि डोईवाला की जनता ने पार्षद से लेकर मुख्यमंत्री तक उत्तराखंड को दिया है, लेकिन फिर भी पेयजल और कूड़ेदान जैसी मूलभूत समस्याओं का भी यह दिल्ली वाले दल निवारण नहीं कर पाए।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली वाले दलों ने पिछले 20 सालों से डोईवाला की जनता को ठगने का काम किया है, लेकिन अब और नहीं डोईवाला की जनता अब जाग चुकी है और बदलाव चाहती है। उन्हें उत्तराखंड के लिए तीसरा विकल्प उत्तराखंड क्रांति दल के रूप में साफ नजर आ रहा है।
शिव प्रसाद सेमवाल जी के समर्थन में आई उत्तरा पंत बहुगुणा ने भी जनता से शिव प्रसाद सेमवाल को वोट करने की अपील की।
जनसभा में मातृशक्ति और युवाओं के साथ ही बुजुर्गों भी भारी मात्रा में मौजूद रहे और अपना आशीर्वाद शिव प्रसाद सेमवाल को दिया।
इस जन समर्थन को देखते हुए लगता है कि इस बार डोईवाला विधानसभा में बदलाव की लहर दौड़ रही है।
इस दौरान गीता बिष्ट, रेखा मियां, राजेश्वरी, सुलोचना ईष्टवाल, मोहन सिंह भंडारी ( पूर्व सैनिक), भगवती प्रसाद भट्ट (पूर्व सैनिक), महादेव नौटियाल (पूर्व सैनिक), कमला चमोली, मधु, राजेंद्र रौथान (पूर्व सैनिक), रमेश भंडारी (पूर्व सैनिक), शूरवीर सिंह नेगी (पूर्व सैनिक), सविता डिमरी, बबीता असवाल, विजय सकलानी (पूर्व सैनिक), नरेंद्र सिंह रावत (पूर्व सैनिक), जितेंद्र रावत (पूर्व सैनिक), देवेंद्र प्रसाद डिमरी (पूर्व सैनिक), अनीता नौटियाल, विलास चंद्र पोखरियाल (पूर्व सैनिक) आदि लोग मौजूद रहे।