कृषि मंत्री गणेश जोशी ने जांच अधिकारी नामित कर 15 दिन के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिए निर्देश
देहरादून/मुख्यधारा
प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने उद्यान विभाग के निदेशक डा० हरमिन्दर सिंह बावेजा HS Baweja के खिलाफ की गई शिकायतों में सचिव कृषि वी. बी.आर.सी पुरुषोत्तम को अनियमितताओं की जांच के लिए जाँच अधिकारी नामित कर 15 दिन के अन्दर जाँच आख्या सहित पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के उपरांत ही आगे की कार्यवाही की जाएगी, जो दोषी पाए जाते हैं उन्हें छोड़ा नहीं जायेगा। पुष्कर सिंह धामी सरकार में किसी भी प्रकार की अनियमिताएं बर्दाश्त नहीं की जाएँगी और तथ्यों की पुष्टि के उपरांत आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
विदित हैं कि उद्यान विभाग के निदेशक डा० हरमिन्दर सिंह बवेजा HS Baweja पर निदेशक के पद का दुरूपयोग करते हुए विभिन्न प्रकार की वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितताओं की शिकायतें प्राप्त हो रही है। उपरोक्त शिकायती पत्र पर मुख्यमंत्री द्वारा “तथ्यों का परीक्षण करायें। जांचोपरान्त यथोचित कार्यवाही” के निर्देश दिये गये हैं।
उपरोक्त आरोपों के संबंध में वर्तमान में विभिन्न प्रकार के सोशल मीडिया पर भी निदेशक द्वारा की गयी अनियमितताओं के संबंध में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, जिससे सरकार एवं विभाग की छवि धूमिल हो रही है।
पूर्व में अधोहस्ताक्षरी द्वारा उक्त प्रकरण पर निदेशक के स्पष्टीकरण के आदेश दिये गये थे, जो आतिथि तक अप्राप्त है। जिस पर मंत्री जोशी ने जांच अधिकारी नामित कर 15 दिन के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है।
13 दिनों से देहरादून में आमरण अनशन पर बैठे आरटीआई एक्टिविस्ट दीपक करगेती ने बताई सत्याग्रह की जीत
बताते चलें कि आरटीआई एक्टिविस्ट दीपक एवं सामाजिक कार्यकर्ता करगेती उद्यान निदेशक के विरोध में विगत 13 दिनों से देहरादून के गांधी पार्क में आमरण अनशन पर बैठे थे। आज उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच सहित कई सामाजिक संगठनों ने उन्हें जूस पिलाकर 13 दिन से चल रहा उनका आमरण अनशन तुड़वा दिया।
कृषि मंत्री द्वारा उद्यान निदेशक एचएस बावेजा के खिलाफ की गई शिकायतों की जांच को कृषि सचिव को जांच अधिकारी नामित कर लिए गए आज के बड़े फैसले पर दीपक करगेती ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि ये सत्याग्रह की जीत है।
उन्होंने कहा कि आज 13/9/2022 को उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच, सामाजिक संगठनों, स्वत्रंता सेनानी परिवारों, अपना परिवार, महिलाओ, युवाओं के इस निवेदन पर कि उद्यान में हो रहे भ्रष्टाचार व पुलिस को हथियार बनाकर झुटे मुक़दमों के खिलाफ समूचे प्रदेश में एकजुट हो कर इस संघर्ष को आगे बढ़ाया जायेगा। ताकि यह प्रदेश अपनी मूल अवधारणा को प्राप्त कर सके। इस विश्वास के साथ आज 13 दिन में आमरण अनशन समाप्त कर दिया है। आमरण स्थल पर सभी ने अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए राज्य की औधानिकी में निदेशक डॉ हरमिंदर सिंह बवेजा के भ्रस्टाचार की घोर निंदा करते हुए निर्णय किया गया कि एक प्रतिनिधि मण्डल द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री व राज्यपाल को ठोस कार्यवाही करने हेतु एक मुलाकात की जायेगी।
आमरण स्थल पर जूस पिलाकर आमरण अनशन तुड़वाने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता कौशल रावत, चंदिया सिंह तोमर, राज्य आंदोलनकारी उषा कोठारी, शुशील सेमवाल, सरिता जुयाल, तारा पांडेय, कृतिका बिष्ट, जीवंती करगेती, इंदु नौटियाल, सामाजिक कार्यकर्ता उर्मिला मेहरा, उमेश जोशी, कुलदीप सिंह, शिव प्रकाश जोशी, सतीश आजाद, राजेन्द्र, प्रदीप कुकरेती, महिपाल सिंह बिष्ट, कुबेर कडाकोटी, दलीप डंगवाल, टी आर बरमोला, पी एस चौहान, महेंद्र आदि लोग उपस्थित रहे।
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