केजरीवाल ने दिया इस्तीफा : आतिशी होंगी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री, स्वाति मालीवाल ने तंज कसते हुए कहा- राजधानी के लिए आज दुख का दिन
मुख्यधारा डेस्क
आम आदमी पार्टी ने अपने सबसे फेवरेट केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली से नई सियासी पारी शुरू की। नई सियासी पारी का तात्पर्य है कि पार्टी आलाकमान ने दिल्ली की जिम्मेदारी पहली बार महिला को सौंपी है। यह महिला और कोई नहीं बल्कि आतिशी हैं।
आतिशी अरविंद केजरीवाल मनीष सिसोदिया की खास मानी जाती है। केजरीवाल और सिसोदिया के जेल में रहते हुए शिक्षा मंत्री आतिशी ने पार्टी का भरोसा कायम रखते हुए कार्यकर्ताओं का भी मनोबल ऊंचा रखा। 43 वर्षीय आतिशी अब दिल्ली के मुख्यमंत्री बन गई हैं। इस बात पर पहुंचने वाली वह तीसरी महिला होंगी।
सबसे पहले भाजपा की सुषमा स्वराज दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं। सुषमा स्वराज 12 अक्टूबर 1998 से लेकर 3 दिसंबर 1998 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। उसके बाद कांग्रेस की शीला दीक्षित मुख्यमंत्री बनीं। शीला दीक्षित तीन बार लगातार इस पद पर रहीं। उन्होंने 3 दिसंबर 1998 से लेकर 28 दिसंबर साल 2013 तक दिल्ली की सत्ता संभाली।
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तीसरी महिला के रूप में आम आदमी पार्टी की ओर से अब आतिशी मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हुई हैं।
आज दोपहर मीडिया से बात करते हुए दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, मैं अपने गुरु अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी। मुझे बधाई मत दीजिएगा, माला मत पहनाइएगा, मेरे लिए दिल्लीवालों के लिए दुख की घड़ी है कि चहेते मुख्यमंत्री इस्तीफा देंगे। इस बीच, आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने कहा, ‘जिसके परिवार ने आतंकी अफजल गुरु के लिए लड़ाई लड़ी, उसे आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री बना दिया। भगवान दिल्ली की रक्षा करे। दिल्ली के लिए आज बहुत दुख का दिन है। इस बीच, आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने कहा, ‘जिसके परिवार ने आतंकी अफजल गुरु के लिए लड़ाई लड़ी, उसे आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री बना दिया। भगवान दिल्ली की रक्षा करे। दिल्ली के लिए आज बहुत दुख का दिन है। वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, सवाल तो उठ रहे हैं। अफजल गुरु ने संसद पर हमला किया था और इनके परिवार ने उसकी पैरोकारी की। इसका जवाब कौन देगा? आतिशी के परिवार ने अफजल गुरु के पक्ष में हल्ला बोला था।
रिजिजू का कहना था कि दिल्लीवासियों को यहां अराजकतावादी आप को सत्ता में लाने का अफसोस हो रहा है। रिजिजू ने आरोप लगाया कि आतिशी का परिवार देश में आतंक फैलाने वाले आतंकी अफजल के पक्ष में था। मार्लेना शब्द मार्क्सवादी और लेनिनवादी से बना है। वो वामपंथी हैं। दरअसल, बीजेपी नेताओं का कहना है कि आतिशी ने मार्क्स और लेनिन से प्रभावित होकर अपना नाम आतिशी मार्लेना सिंह रखा था, लेकिन बाद में अपने नाम से इस सरनेम को हटा दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया। पंजाब को बर्बाद कर दिया। फरवरी (2025) में चुनाव होने वाले हैं। दिल्ली के लोग मन बना चुके हैं कि केजरीवाल जैसे लोगों को राजनीति में कभी भी जगह नहीं देना है। दिल्ली वाले राष्ट्रीय राजधानी में इस तरह के अराजक तत्वों को लाकर पछता रहे हैं। दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार शाम करीब 4.45 बजे उपराज्यपाल विनय सक्सेना को सीएम पद से इस्तीफा सौंप दिया। उनके साथ आतिशी और 4 मंत्री मौजूद रहे। अब नई सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को 2 दिन का विधानसभा सत्र बुलाया है।
वहीं आम आदमी पार्टी विधायक दिलीप पांडे ने कहा, ‘स्वाति मालीवाल ऐसी महिला हैं जो राज्यसभा में जाने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) से टिकट लेती हैं लेकिन अपने बयानों के लिए भाजपा की स्क्रिप्ट का इस्तेमाल करती हैं। अगर उनमें थोड़ी भी शर्म या हया है तो उन्हें अपनी राज्यसभा सीट से इस्तीफा दे देना चाहिए और आप का टिकट भी छोड़ देना चाहिए। अगर उन्हें राज्यसभा में बने रहना है तो उन्हें भाजपा से टिकट मांगना चाहिए। बता दें कि 13 सितंबर को शराब नीति केस में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने 15 सितंबर को मुख्यमंत्री पद छोड़ने का एलान किया था। उन्होंने कहा था, ‘अब जनता तय करे कि मैं ईमानदार हूं या बेईमान। जनता ने दाग धोया और विधानसभा चुनाव जीता तो फिर से कुर्सी पर बैठूंगा। बता दें कि मंगलवार सुबह दिल्ली में आप की विधायक दल की बैठक हुई और उसमें आतिशी को नेता सदन चुना गया है।