शंभू नाथ गौतम
20 जून को जब महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे (Eknath Shindey) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बगावत की थी तभी अटकलें शुरू हो गई थी कि प्रदेश में महा विकास आघाडी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। एकनाथ शिंदे और भाजपा ने 31 महीनों में ही उद्धव ठाकरे की सरकार को गिरा दिया।
पहले बताया जा रहा था कि देवेंद्र फडणवीस भाजपा के मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन ऐन मौके पर भाजपा ने सभी को चौंकाते हुए महाराष्ट्र की कमान एकनाथ शिंदे को दे दी है। अब एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे। इसी के साथ महाराष्ट्र की सियासत में 10 दिनों से जारी सियासी संग्राम का समापन हो गया है।
भारतीय जनता पार्टी और एकनाथ शिंदे मिलकर महाराष्ट्र में नई सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। वहीं दूसरी ओर बागी नेता एकनाथ शिंदे गुवाहाटी से गोवा और गोवा से मुंबई आज दोपहर को लौटे हैं। देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने मुंबई स्थित राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। उसके बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की ।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व के नाम भाजपा शिंदे को समर्थन देगी।
वहीं राज्य के मुख्यमंत्री होंगे। फडणवीस ने ये भी कहा कि वे नई सरकार में नहीं होंगे। यानी वे मंत्री नहीं बनेंगे। बुधवार देर शाम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक भारतीय जनता पार्टी के खेमे में जश्न का माहौल है। भाजपा इस खुशी को 2 साल 7 महीनों से तलाश रही थी।
बता दें कि नवंबर, साल 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सबसे 288 में से 105 सीटों पर बड़ी जीत हासिल की थी। इसके बावजूद वह महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना पाई थी। मुख्यमंत्री के पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच सियासी लड़ाई इतनी बढ़ गई कि दोनों हिंदू विचारधारा वाली पार्टी 25 साल बाद एक दूसरे से अलग हो गए। उसके बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई। सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद महाराष्ट्र में सरकार न बना पाने पर भाजपा में ‘टीस’ बनी रही।
भाजपा ने बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर उद्धव सरकार की पलट दी बाजी
ढाई साल से बीजेपी को मौके की तलाश थी। आखिरकार भाजपा ने शिवसेना के कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर उद्धव सरकार की बाजी पलट दी।
वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में 10 दिनों से जारी राजनीतिक उठापटक के बीच भाजपा आलाकमान पर्दे के पीछे दांवपेच लगाने में जुटा रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित और शाह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अभी तक महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच कोई बयान जारी नहीं किया है, यह सभी खामोश बने रहे। आखिरकार भाजपा का महाराष्ट्र सरकार बनाने का मिशन 2 साल 7 महीनों बाद अब पूरा होने जा रहा है। शिंदे के पास शिवसेना के 39 और निर्दलीय विधायकों का समर्थन पत्र भी है। मुंबई स्थित राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी भी शुरू हो गई है।
बता दें कि बुधवार शाम फ्लोर टेस्ट पर सुप्रीम कोर्ट में हार के बाद उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही उन्होंने विधान परिषद की सीट भी छोड़ दी। साथ ही एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कोई हमसे शिवसेना नहीं छीन सकता।
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