चमोली। प्रधानमंत्री कार्यालय के उप सचिव मंगेश घिल्ड़ियाल (mangesh ghildiyal) ने बद्रीनाथ पहुॅचकर मास्टर प्लान के अन्तर्गत किए जा रहे विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने बद्रीनाथ मन्दिर परिसर, माणा बाईपास, बद्रीश व शेष नेत्र झील, अलकनंदा नदी तटों, साकेत तिरहा, अस्पताल, बस स्टेशन एवं आसपास विभिन्न स्थानों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने प्रस्तावित निर्माण कार्याे को लेकर जिलाधिकारी व संबंधित अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा करते हुए समयबद्धता के साथ कार्य पूरे करने के साथ-साथ मैन पावर व मशीनें बढाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि पूरे प्रोजेक्ट के काम तीन चरणों में पूरे होने हैं, जिसमें पहले फेज के तहत लेक फ्रन्ट डेवलेपमेंट, रीवर फ्रन्ट डेवलमेंट, एराइवल प्लाजा, सिविक एमिनिटी सेंटर, लूप रोड, अस्पताल का विस्तारीकरण तथा बीआरओ रोड का काम प्रगति पर है, जबकि दूसरे चरण में बद्रीनाथ मुख्य मंदिर के आसपास साइड डेवलपमेंट तथा तीसरे चरण मे झील से मंदिर तक आस्था पथ एवं अन्य कार्य किए जाने है।
वहीं गाबर के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीएल स्वामी ने बताया कि शेष नेत्र तथा बद्रीश झील को एक बडी झील के रूप में विकसित किया जाएगा और इसके पास ही एक गार्डन बनाया जाएगा, जो लगभग अक्टूबर नवम्बर तक तैयार हो जाएगा।
उसके बाद जिलाधिकारी ने हेमकुण्ड जाने वाली गोविन्दघाट से पुलना सडक का निरीक्षण किया। उन्होंने अक्षीक्षण अभियन्ता बीएन गोदियाल को जहां-जहां सडक क्षतिग्रस्त है, उसको तुरन्त दुरस्त करनेे तथा मैन पावर बढाने के निर्देश दिए।
इस दौरान एसडीएम कुमकुम जोशी, सीओ धन सिंह तोमर, डीपीआईआईटी के राहुल अग्रवाल व ज्योतिका आईएनआई आर्किटेक्ट धर्मेश गंगानी, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि विपुल सैनी, ईओ सुनील पुरोहित सहित लोनिवि एवं अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।