हरिद्वार: भूस्खलन से मनसादेवी मन्दिर (Mansa Devi Temple) व आसपास के क्षेत्र को कोई खतरा नहीं : शान्तनू सरकार
- मनसा देवी पहाड़ी के भूस्खलन वाले क्षेत्रों का विशेषज्ञों की टीम ने किया स्थलीय निरीक्षण
- आज के स्थलीय निरीक्षण की रिपोर्ट जल्द सौंपेंगे
- स्थलीय निरीक्षण की रिपोर्ट यथाशीघ्र की जायेगी प्रस्तुत: निदेशक यूएलएमएमसी
हरिद्वार/मुख्यधारा
शिवालिक पर्वतमाला में स्थित मनसादेवी पहाड़ी पर इधर बरसात की वजह से हिलबाईपास व आबादी वाले क्षेत्रों में जगह-जगह लगातार हो रहे भू-स्खलन को देखते हुये जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल की पहल पर निदेशक उत्तराखण्ड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र (यूएलएमएमसी) शान्तनू सरकार के निर्देशन में विशेषज्ञों की एक टीम, जिसमें यूएसडीएमए जीआईएस एक्सपर्ट डाॅ0 रोहित कुमार, यूएसडीएमए भूवैज्ञानिक डाॅ0 टन्ड्रिला सरकार ने बुधवार को बरसते हुये पानी के बीच पूरे भूस्खलन वाले क्षेत्रों का व्यापक व गहन स्थलीय निरीक्षण किया।
विशेषज्ञों की टीम मेला अस्पताल तिराहा होते हुये सर्वप्रथम ब्रह्मपुरी गेट के पास पहुंची, जहां से पैदल चलते हुये एसडीएम पूरण सिंह राणा, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण सुरेश तोमर, राजाजी नेशनल पार्क के अधिकारी रविन्द्र पुण्डीर ने मनसा देवी पहाड़ी पर जगह-जगह हुये भूस्खलन के स्थलों को विशेषज्ञ टीम को दिखाते हुये मंशादेवी पैदल मार्ग पर पहुंचे। यहां से होते हुये टीम व्यू प्वाइण्ट पर पहुंची और पूरी पहाड़ी का जायजा लेते हुये आगे की ओर बढ़ते चले गये। जैसे ही आगे बढ़े तो एक जगह पर काफी भूस्खलन हुआ था, जहां पर चलना भी मुश्किल हो रहा था, की परवाह किये बैगर विशेषज्ञों की टीम सहित सम्बन्धित अधिकारी संकरे फिसलने वाले मार्ग पर चलते हुये भूस्खलन के कारणों की पड़ताल करते हुये आगे के गन्तव्य पर पहुंचे।
स्थलीय निरीक्षण के दौरान विशेषज्ञ टीम को अधिकारियों ने हनुमान मन्दिर के पास तथा अन्य तीन-चार बैण्डों में हुये भूस्खलन तथा भूस्खलन रोकने के लिये तात्कालिक क्या उपाय किये जा रहे हैं, के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। यहां से होते हुये विशेषज्ञों की टीम सीढ़ियों से होते हुये भूस्खलन का जायजा लेते हुये अपर रोड स्थित भूरे की खोल तथा विष्णु मार्केट में जो बार-बार मलबा आ जा रहा है, उसका भी स्थलीय निरीक्षण किया। तत्पश्चात वे मां मंशादेवी मन्दिर पहुंचे, जहां से उन्होंने पूरी मंशा देवी पहाड़ी के चारों तरफ का जायजा लिया। विशेषज्ञ टीम ने रेलव ट्रैक, पैदल मार्ग जहां-जहां पर धंसाव हो रहा है, का भी गहन व व्यापक स्थलीय निरीक्षण किया।
निदेशक उत्तराखण्ड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र (यूएलएमएमसी) शान्तनू सरकार ने मीडिया से वार्ता करते हुये बताया कि इस भूस्खलन से मनसादेवी मन्दिर तथा आसपास के क्षेत्र को कोई खतरा नहीं है तथा आज के स्थलीय निरीक्षण की रिपोर्ट यथाशीघ्र दी जायेगी एवं उसी अनुसार मनसादेवी पहाड़ी व आसपास के क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन की रोकथाम के सम्बन्ध में उचित कदम उठाये जायेंगे।
स्थलीय निरीक्षण के दौरान आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत, राजस्व, लोक निर्माण, राजाजी पार्क के अधिकारियों सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।