देहरादून/मुख्यधारा
नरकोटा निर्माणाधीन पुल गिरने के मामले में जहां ठेकेदार कंपनी के दो प्रबंधकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, वहीं संबंधित राजमार्ग खंड के अधिशासी अभियंता की जिम्मेदारी तय करने के बजाय उन्हें वर्तमान तैनाती से हटाकर मुख्यालय संबद्ध कर जिम्मेदारी से बचाने की कोशिश की गई है।
दो दिन पूर्व नरकोटा में (Narkota bridge insident) निर्माणाधीन पुल की शटरिंग अचानक ढह गई, जिसमें दो मजदूरों की मौत हो गई और आधा दर्जन से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
प्रशासन ने कानूनी कार्यवाही के तहत ठेकेदार कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर दो लोगों को गिरफ्तार करा दिया, लेकिन कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के संबधित अभियंताओं को एफआईआर से बाहर रख दिया, जबकि परियोजना के पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था के जिम्मेदार अभियंताओं की होती है।
सवाल उठने पर शासन ने खानापूर्ति करते हुए संबंधित अधिशासी अभियंता बलराम मिश्रा को सुरक्षित राह देते हुए लोनिवि मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है।
इस संबंध में अपर सचिव स्तर से आदेश जारी किए गए हैं। मिश्रा की जगह रुद्रप्रयाग के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। हालांकि अभी तक संबंधित सहायक अभियंता और अवर अभियंता की जिम्मेदारी तय नहीं है।
मुख्य अभियंता राजमार्ग पीके सिंह ने बताया कि परीक्षण किया जा रहा है और तदनुसार कार्यवाही की जाएगी।
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