गंगाजी के तेज बहाव से कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा बड़ी चुनौती
हरिद्वार/मुख्यधारा
आजकल हरिद्वार-ऋषिकेश में कांवडिय़ों (Kanwariyas) का हुजूम उमड़ रहा है। गंगाजी के तेज बहाव से इनकी सुरक्षा को लेकर प्रशासन के लिए भी बड़ी चुनौती बनी हुई है। बावजूद इसके प्रशासन के चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच तैराक दलों द्वारा बड़ी संख्या में कांवड़ यात्रियों को गंगा में बहने से बचाया जा रहा है। अब तक कांवड़ यात्रियों के लिए बीईजी आर्मी के तैराल दल देवदूत बनकर आए, जिन्होंने कांवड़ मेले में विभिन्न घाटों पर अब तक 86 कांवडिय़ों/श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया है। अब ये भोले भक्त इन तैराकों को धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं और उन्हें भोलेनाथ द्वारा भेजे गए देवदूत बता रहे हैं।
जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देशन, अपर जिलाधिकारी पी0एल0शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में कांवड़ मेले के दौरान बी0ई0जी0 आर्मी के तैराक दलों द्वारा अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवडिय़ों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात हैं। इन जांबाजों द्वारा अपनी कर्मठता से कांवडिय़ों को डूबने से बचाने का सिलसिला जारी है। वर्तमान में हजारों कांवडिय़े (Kanwariyas) हरिद्वार-ऋषिकेश पहुंच रहे हैं। ऐसे में इसकी सुरक्षा के लिये जांबाज तैराकों ने अपनी पूर्ण शक्ति झोंक दी है।
बताते चलें कि कांवड़ मेला अब समाप्ति की ओर है, जिसमें अब तक करोड़ो कांवडिय़े हरिद्वार से जल लेकर अपने अपने गंतव्य स्थानों पर प्रस्थान कर चुके हैं और अब डाक कांवड़ अपनी पूर्ण सैलाब पर हैं, जिससे गंगा के सभी घाटों पर गंगाा स्नान करने वाले कांवडिय़ों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान कांवडिय़ों (Kanwariyas) में गंगा को आर पार करने की होड़ भी लगी हुई है, जिससे कांवडिय़ों की गंगा में डूबने की संभावना बनी रहती है।
बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल, जल पुलिस के साथ लगातार सामंजस्य के साथ रोजाना शिवभक्त कांवडिय़ों को गंगा में डूबने से बचाने का लगातार कार्य कर रहे हैं।
गंगा के पुलों एवं घाटों पर बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल के सदस्य रेडक्रास स्वयं सेवकों के साथ कांवडिय़ों को सावधानी पूर्वक सुरक्षित घाटों पर स्नान करने के लिये चेताया भी जा रहा है, परन्तु फिर भी कुछ कांवडिय़े जान जोखिम में डालकर पुलों से कूद जाते हैं और गंगा के अधिक जल प्रवाह तथा गहराई में चले जाते हैं, जिन्हें बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल एवं जल पुलिस के साथ बचा रहे हैं, जिसकी सम्पूर्ण कांवडिय़े और उनके परिवार जन जगह जगह सराहना कर रहे हैं।
कांवड़ मेले के दौरान बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा अब तक 86 शिवभक्त कांवडिय़ों (Kanwariyas) को गंगा में डूबने से बचाया जा सका है। साथ ही प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी की गयी है। यदि कोई अत्यन्त गंभीर अवस्था में होता है तो उसको तुरन्त नजदीकी चिकित्सालय में भेज दिया जाता है।
बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा आज भी 19 वर्षीय प्रियांशु चौधरी निवासी जिला बुलन्द शहर, 17 वर्षीय शुभम कुमार निवासी सेक्टर 49 चण्डीगढ, 23 वर्षीय विनय निवासी राठौड़ करावल नगर, दिल्ली, 21 वर्षीय सुजीत कुमार निवासी दिल्ली , 19 वर्षीय शिवम सैनी निवासी रुड़की, 18 वर्षीय करन निवासी नैनीताल आदि कांवडिय़ों को गंगा में डूबने से बचाया।
बी0ई0जी0आर्मी तैराक दल के नोडल अधिकारी डा0 नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि कांवड़ मेला समाप्ति तक बी0ई0जी आर्मी के सैनिक शिवभक्त कांवडिय़ों को गंगा में डूबने से बचाने का कार्य जल पुलिस के साथ करते रहेंगे। साथ ही माईकिंग के माध्यम से कांवडिय़ों को सुरक्षित रेलिंग लगे हुए घाटों पर ही स्नान करने के लिये प्रेरित किया जा रहा है।
बी0ई0जी0 आर्मी के कमाण्डेण्ट राजेश सिंह (वि0से0मे0) के निर्देशन, डिप्टी कमाण्डेण्ट संजीव पठानिया, कर्नल एस0के0 मानव, लै0 कर्नल प्रतीक गुप्ता, मेजर एस0 चक्रवर्ती के नेतृत्व में सूबेदार खेमसिंह, नायाब सूबेदार लखबीर सिंह, हवलदार अमनदीप, हवलदार बिलावल एस0 श्रेष्ठ, हवलदार हरप्रीत सिंह, हवलदार के0पी0 चौहान, हवलदार मनप्रीत सिंह, सैपर्स राहुल सिंह रावत, भाष्कर सीना,संग्राम साहु, अमूल सिंह, दीपंशु, मेघराज सिंह, रामू कुमार, रोहित द्वारा कांवड़ मेला क्षेत्र के हरकी पैड़ी के आस पास के सभी घाट तथा रुड़की गंग नहर, गणेश पुल, सोलानी पुल, पिरान कलियर, धनौरी तक के सभी क्षेत्रों में बराबर चौकसी बरती जा रही है।
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